9788189331894 53095 BookZindgi1
उसकी सोच का किसी को ख्याल नहीं।
काम कर दे वो, पर पूछे कोई सवाल नहीं।
क्या चाहती है वो इसका किसी को ध्यान नहीं।
कोई नहीं चाहता उसे, इससे वह अनजान नहीं।
उसे रखा गया है अपने काम संवारने को।
उसे खुद भी संवरना है इसका उसे ज्ञान नहीं।
यूं ही काट देगी, वो अपनी जिंदगी तुम्हारे लिए।
पर तुम दोगे उस पर कभी ध्यान नहीं।
जब चली जाएगी तो याद करोगे पल दो पल।
पता नहीं आए भी कभी ,की आएगी कभी याद नहीं।
558 12.06 15May 2018
Uski Soch Kar Kisi Ko Khayal nahi
Kaam Kar De Wo Park Mujhe Koi Sawal nahi
Kya chahti hai woh uska Kisi Ko Dhyan nahi
Koi Nahi Chahta usse usse Woh Anjaan nahi
Usse Rakha gaya hai apne kaam Saware Ne ko
Usse could be some Varna Hai Uska usse Gyan nahi
Yuhi Kat Jayegi wo apni Zindagi Tumhare Liye
Par Tum Doge us par Kabhi Dhyan nahi
Jab Chali Jayegi Tu Yaad Karoge Pal Do Pal
Pata nahi abhi Kabhi ki apni Aayegi kabhi yaad nahi
उसकी सोच का किसी को ख्याल नहीं।
काम कर दे वो, पर पूछे कोई सवाल नहीं।
क्या चाहती है वो इसका किसी को ध्यान नहीं।
कोई नहीं चाहता उसे, इससे वह अनजान नहीं।
उसे रखा गया है अपने काम संवारने को।
उसे खुद भी संवरना है इसका उसे ज्ञान नहीं।
यूं ही काट देगी, वो अपनी जिंदगी तुम्हारे लिए।
पर तुम दोगे उस पर कभी ध्यान नहीं।
जब चली जाएगी तो याद करोगे पल दो पल।
पता नहीं आए भी कभी ,की आएगी कभी याद नहीं।
558 12.06 15May 2018
Uski Soch Kar Kisi Ko Khayal nahi
Kaam Kar De Wo Park Mujhe Koi Sawal nahi
Kya chahti hai woh uska Kisi Ko Dhyan nahi
Koi Nahi Chahta usse usse Woh Anjaan nahi
Usse Rakha gaya hai apne kaam Saware Ne ko
Usse could be some Varna Hai Uska usse Gyan nahi
Yuhi Kat Jayegi wo apni Zindagi Tumhare Liye
Par Tum Doge us par Kabhi Dhyan nahi
Jab Chali Jayegi Tu Yaad Karoge Pal Do Pal
Pata nahi abhi Kabhi ki apni Aayegi kabhi yaad nahi
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