Followers

Sunday, 6 June 2021

1669 Dohe दोहे

मीठा मीठा बोल तू, अपने दिल को खोल ।

इतना ही बस ध्यान रख, कभी न ऊँचा बोल।

4.37pm 25 May 2021


बागों में बिखरे रहें, लाखों सुमन व पात। 

माटी सब लेती समा ,पूछे ना वो जात। 

2.24pm 6/6/21


आओ मिलजुल कर रहें, भाई बहन समान। 

प्यार सदा बढ़ता रहे ,करें न हम अपमान।

5.39pm 6/6 21


खोटा सिक्का चले नहीं, नेता पर चल जाय ।

भूख प्यास मानस सहे, नेता मौज मनाय।

5.45pm 6 June 2021

3 comments:

Unknown said...

उत्तम।
शब्दो और भावना में उत्तम सन्तुलन।

Unknown said...

उत्तम।
शब्दो और भावना में उत्तम सन्तुलन।

Dr. Sangeeta Sharma Kundra "Geet" said...

धन्यवाद जी