मीठा मीठा बोल तू, अपने दिल को खोल ।
इतना ही बस ध्यान रख, कभी न ऊँचा बोल।
4.37pm 25 May 2021
बागों में बिखरे रहें, लाखों सुमन व पात।
माटी सब लेती समा ,पूछे ना वो जात।
2.24pm 6/6/21
आओ मिलजुल कर रहें, भाई बहन समान।
प्यार सदा बढ़ता रहे ,करें न हम अपमान।
5.39pm 6/6 21
खोटा सिक्का चले नहीं, नेता पर चल जाय ।
भूख प्यास मानस सहे, नेता मौज मनाय।
5.45pm 6 June 2021
3 comments:
उत्तम।
शब्दो और भावना में उत्तम सन्तुलन।
उत्तम।
शब्दो और भावना में उत्तम सन्तुलन।
धन्यवाद जी
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