जिद्दी बहुत है माना वो।
पर है बहुत सयाना वो।
कामकाज में अव्वल नंबर ।
कोई नहीं है उससे बेहतर ।
बात बात पर ज़िद है करता।
पर समझाने पर है समझता ।
कभी-कभी जिद पर अड़ जाता ।
आसमान तब सिर पर उठाता ।
इधर-उधर है दौड़ लगाता ।
सबको अपने पीछे भगाता ।
कभी न थकता चलता रहता ।
अजब तमाशा करता रहता ।
सबका दिल लगाकर रखता ।
सबसे है वह प्यार करता ।
इमानदारी में नहीं कोई सानी ।
हर बात यूं है उसने मानी ।
उससे ही घर में हलचल है ।
घर का ख्याल उसे हर पल है ।
कोई उसकी आज्ञा बिना न आए ।
दुम हिला कर सलाम लगाए ।
वह हमारे घर का डॉगी है ।
नाम उसका "टैडी" है।
4.12pm 9 June 2021
2 comments:
हम कुछ और ही समझे थे। वाह
😊
Post a Comment