उलझा उलझा तू सदा, रखता मन उदास ,
सोच समझ और कर खुश रहने का प्रयास ।
जीवन है तो जीना है करना पडे़गा काम ।
काम करले पहले तू, फिर कर लेना विश्राम ।
दूसरों को तू देख कर अपना मत मन जला ।
निष्पाप भावना तेरी, रखेगी मन तेरा उजला ।
आया है दुनिया में तू ,जी ले तू खुश होकर ।
क्या तू पा जाएगा , अगर जिएगा रो रो के।
8.25pm 24June 2021
No comments:
Post a Comment