Followers

Thursday 24 June 2021

1687 जी ले तू खुश होकर

उलझा उलझा तू सदा, रखता मन उदास ,

सोच समझ और कर खुश रहने का प्रयास ।

जीवन है तो जीना है करना पडे़गा काम ।

काम करले पहले तू, फिर कर लेना विश्राम ।

दूसरों को तू देख कर अपना मत मन जला ।

निष्पाप भावना तेरी, रखेगी मन तेरा उजला ।

आया है दुनिया में तू ,जी ले तू खुश होकर ।

क्या तू पा जाएगा , अगर जिएगा रो रो के।

8.25pm 24June 2021

No comments: