बदलना नियम है दुनिया का,
जो नहीं बदलते हैंं वह ,
वहीं के वहीं रह जाते हैं।
चलना नियम है नदिया का ,
नहीं चले तो काई जैसे ,
उस पर वे जम जाते हैं।
समय के साथ बदलना ,
बहुत जरूरी होता है ।
नहीं तो जंग लग जाते हैं।
चलता दिमाग... तेज ,
बहता पानी.... स्वच्छ ,
जो न बदले रूढ़ी बन जाते हैं।
ऐसे समाज वहीं थम जाते हैं।
7.48pm 14 June 2021
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