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Monday, 14 June 2021

1677 बदलाव

 बदलना नियम है दुनिया का,

जो नहीं बदलते हैंं वह ,

वहीं के वहीं रह जाते हैं।


चलना नियम है नदिया का ,

नहीं चले तो काई जैसे ,

उस पर वे जम जाते हैं।


समय के साथ बदलना ,

बहुत जरूरी होता है ।

नहीं तो जंग लग जाते हैं।


चलता दिमाग... तेज ,

बहता पानी.... स्वच्छ ,

जो न बदले रूढ़ी बन जाते हैं।

ऐसे समाज वहीं थम जाते हैं।

7.48pm 14 June 2021

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