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Sunday, 13 June 2021

1676 Dohe दोहे (कर्तव्य)


 

पालन कर कर्तव्य सदा, तज कर सब आराम ।

इसका  पालन जो करे ,पूर्ण होवें काम।


चलते जाना तू सदा ,कर्तव्य पथ की ओर ।

लेना तुम विश्राम नहीं  ,होय न जब तक भोर।

(करना तुम आराम नहीं, मिले न जब तक छोर।)


संगीता शर्मा कुंद्रा, चंडीगढ़

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