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Thursday, 15 June 2017

K3 00252 वो आए हैं यहाँ(Vo Aaye Hain Yahan)

वो आए हैं यहाँ, देखें क्या गुल खिलाते हैं।और दूर होते हैं वो हमसे,या और करीब आते हैं।
चुप ही रहते हैं वो, या फसाने प्यार के बनाते हैं।
आग लगाते हैं या, दिल की आग बुझाते हैं।
मोहब्बत करते हैं वो, क्या ये बात हमें बताते हैं।
या वो सह जाएंगे एक बार फिर  ये गम जुदाई का।
जिस तरह हर बार सह जाते हैं।
चुप रह जाते हैं या यूँ ही चले जाते हैं।
252 1 Feb 1991
Vo Aaye Hain Yahan,
Dekhain kya Gul khilate Hain.
Aur Dur hote hain Woh Humse,
Ya Karib Aate Hain
Chup hi Rehte Hain Vo,
Yeah Fasane Pyar Ke banate hain.
Aag Lgate Hain yeah,
Dil Ki Aag BhuJaate Hain.
Mohabbat karte hai wo,
Kya ye baat Hame bhi Bata -Tay hain.
YahVo seh Jayenge Ek Baar Phir Ye Gum Judai Ka,
Jis Trah Har Baae seh Jaate Hain
Chup reh Jaate Hain
Yuhi Chale jate hain

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