9788189331894 53095 BookZindgi1
हाँ मैं बदल रही हूँ।
वक्त के साथ संभल रही हू़ँ।
अब मुझे दूसरों का कुछ बोलना नहीं सताता।
क्योंकि जब वह बोल रहे हों, मेरा ध्यान ही नहीं जाता।
हाँ मैं बदल रही हूँ।
वक्त के साथ संभल रही हू़ँ।
अब मुझे दूसरों का कुछ बोलना नहीं सताता।
क्योंकि जब वह बोल रहे हों, मेरा ध्यान ही नहीं जाता।
हाँ मैं बदल रही हूँ।
उमर के तकाजों को समझ रही हूँ।
अब मुझे दूसरों की गलतियां सुधारने की होड़ नहीं।
क्योंकि मेरा उन लोगों से ,समझ में कोई जोड़ नहीं।
हाँ मैं बदल रही हूँ।
अब खुद से प्यार कर रही हूँ।
बहुत दिया बच्चों और परिवार को प्यार मैंने।
इस बीच खुद को कर दिया दरकिनार मैंने।
हाँ मैं बदल रही हूँ।
खुद की मर्जी से चल रही हूँ।
अब मुझे दूसरों को कुछ बोलने में झिझक नहीं।
क्या अच्छा लगता है क्या बुरा उन्हें ,इसकी फिक्र नहीं।
हाँ मैं बदल रही हूँ।
अपनी आशाओं से चल रही हूँ।
अब मैं अपने अरमानों को दबाती नहीं।
बिंदास उड़ती हूं हवा में, अब मैं घबराती नहीं।
हाँ मैं बदल रही हूँ।
खुद से प्यार के रंग में रंग रही हूँ।
अब मैं रिश्तो को संभालने की कला जान गई हूं।
कैसे जीना है जिंदगी को अपने लिए पहचान गई हूं।
हाँ मैं बदल रही हूँ।
वक्त के साथ संभल रही हूँ।SangeetaSharmaKundra
631 4.37pm 29July 2018 Sunday
Haan Main Badal Rahi Hoon.
Waqt Ke Sath Sambhal Rahi Hoon.
Ab Mujhe dusron ka kuch bolna nahi satata.
Kyunki Jab vo bol rahe hon ,Mera Dhyan Hi Nahi Jata.
Hame Badal Rahi Hoon.
Umar ke Takajon ko samajh Rahi Hoon.
Ab Mujhe dusro ki galtiyan sudharne Ki Hod nahi.
Kyunki mera un Logon se ,Samajh Mein Koi Jod nahi.
Hame Badal Rahi Hoon.
Ab Khud Se Pyar kar rahi hoon.
Bahut Diya Bachon aur Parivar Ko Pyar Maine.
Is Beech Khud Ko Kar Diya DarKinar Maine.
Han mein Badal Rahi Hoon.
Khud Ki Marzi se chal rahi hoon.
Ab Mujhe dusron Ko Kuch bolne Mein zhizhak nahi.
Kya achha lagta hai kya Bura Unhein Iski Fikar nahi.
Hame Badal Rahi Hoon.
Apni Ashaon se chal rahi hoon.
Ab mein Apne Armaanon Ko Dabati Nahi.
Bindaas Udti hun Hawa Main, Ab Main ghabrati Nahi.
Hame Badal Rahi Hoon
Khud ko Pyar Ke Rang Mein Rang Rahi Hoon.
Ab Mein Rishton ko Sambhalne Ki Kala Jaan Gayi Hoon.
Kaise Jeena Hai Zindagi Ko apne liye bhi Pehchan Gayi Hoon.
Haan Main Badal Rahi Hoon.
Waqt Ke Sath Sambhal Rahi Hoon.
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