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Thursday, 5 October 2017

328 जो तू मुझे जान लेती (Jo Tu Mujhe Jaan Leti)

करना तो बहुत कुछ चाहते हैं हम।
पर क्या करें किस्मत साथ नहीं देती।
यूं तो मेरी महबूब है मेरी मंजिल।
मगर फिर भी मुझे राह नहीं देती।
लाख भुलाना चाहता हूं उसे दिल से।
मगर वो तो मेरा प्यार नहीं लेती।
अभी तक अनजान हूं उसके लिए मैं।
तभी तो पुकारने पर भी जवाब नहीं देती।
देख तो लेती है कनखियों से मेरी तरफ।
मगर दिल में मेरे क्या है इस पर ध्यान में नहीं देती।
मैं भी पा लेता तुझे जो तू मुझे जान लेती।
फिर यूँ तो मेरी जिंदगी वीरान ना होती।
तेरा साथ होता, तू होती मेरी हमसफर।
जहां जाता मैं तू मेरे साथ होती।
फिर कामयाबी की हर मंजिल कितनी आसान होती।
328  23 Nov 1991
Karna toh bahut Kuch Chahte Hain Hum.
Par kya karain Kismat Sath Nahi Deti.
Youn Meri mehboob Hi Meri Manzil.
Magar phir bhi mujhe rah nahi deti.
Lakh bulata Hoon Use Dil Se.
Magar Woh Toh Mera Pyar Nahi Leti.
Abhi tak Anjaan Hoon uske liye main.
TAbhi toh Pukharne par bhi jawab nahi deti.
Dekh tuo Leti Hai Kankhyon Se Meri Taraf.
Magar Dil Mein Mere Kya Hai Ispar Dhyan Nahi Deti.
Maybe Pa Leta Tujhe Jo Tu Mujhe Jaan Leti.
Phir Tuo Meri Zindagi Veeran Na Hoti.
Tera Sath Hota tu hoti Meri Humsafar.
Jahan Jata Mein Tu Mere Saath hoti .
Phir kamyabi Ki Manzil Kitni Assan hoti.

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