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Sunday, 5 August 2018

Z 638 उनसे जो की दिल की बात तो अच्छा लगा ( Unse jo ki Dil Ki Baat to accha laga)

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उनसे जो की दिल की बात तो अच्छा लगा।
निकला जो दिल का गुबार तो अच्छा लगा।

भारी था मन उनकी बेरुखी इस तरह देखकर।
कह डाला जब दिल का हाल तो अच्छा लगा।

यूं तो हम दिल ही दिल में लिए बैठे थे सारे गम।
आई जो दिल की बात बाहर, तो अच्छा लगा।

बह रहा था गम का सैलाब अंदर ही अंदर मेरे।
बहा बनके जो आंसुओं का सैलाब तो अच्छा लगा।

अब कोई शिकवा नहीं ,गिला नहीं ,उनके लिए ।
हो गया हर कोना दिल का अब साफ, तो अच्छा लगा।
638 5.06pm 5 Aug 2018 Sunday

Unse jo ki Dil Ki Baat to accha laga.
Nikla Jo Dil Ka Gubaar to accha laga.

Bhaari tha man ,Unki berukhi is Tarah Dekhkar.
Keh Dala Jab Dil Ka Haal, To accha laga.

You to Hum Dil Hi Dil Mein Liye beithe The sare Ghaam.
 Aai Jo Dil Ki Baat bahar, To accha laga.

Beh raha tha Gham ka Sailab andar hi andar Mere.
Baha Banke Jo Aansuon ka Sailab ,to accha laga.

Ab Koi Shikwa Nahi ,Gila nahi, Unke liye.
 Ho gaya Har Kona Dil Ka Jo Saaf, to accha laga.

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