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Saturday, 17 August 2019

1011 मिल जातें हैं दोस्त जब (Mil Jaate Hain Dost Jab)

दोस्तों का जब, प्यार नसीब होता है।
हर दोस्त तब दिल के  करीब होता है।
भूल जाता है हर गम जिंदगी का तब,
जब दोस्तों का प्यार नसीब होता है।

भूल जाते हैं सब, उस पल में,
क्या खेल खेल रही है जिंदगी।
 एक होते  हैं सब वहाँ,
न कोई अमीर,ना कोई गरीब होता है।

बैठ कर जब बाँटते हैं दुख सभी,
एक दूसरे की बाहों में बाहें डाल।
सब हो जाते हैं अपने ,
न कोई रकीब होता है।

दोस्तों का जब प्यार नसीब होता है।
हर दोस्त दिल के तब करीब होता है।
भूल जाता है हर गम जिंदगी का तब,
जब दोस्तों का प्यार नसीब होता है।

10.55pm 17Aug 2019 Saturday


Doston Ka Jab Pyar Naseeb Hota Hai.
Her dost Jab dil ke kareeb Hota Hai.
Bhool Jata Hai har Gaml Zindagi Ka tab,
Jab doston Ka Pyar Naseeb Hota Hai.

Bhool Jate Hain Sab Kuch,Us  Pal Mein,
Kya Khel Khel Rahi Hai Zindagi.
 Ek Hote Hain Sab Wahan,
Na Koi Ameer, Na Koi Kareeb Hota Hai


Baith kar Jab Bante Hain Dukh Sabhi,
Ek dusre ki bahon mein daal.
Sab ho Jate Hain Apne,
Na Koi Raqeeb Hota Hai.

Doston ka......hai
 Har dost........hai.
 Bhool Jata ....Tab.
Jab doston......hai. 

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