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Wednesday 4 September 2019

1029 आँखों का दिल से रिश्ता (Aankhon Ka Dil Se Rishta)

आंखों का  दिल से रिश्ता, बहुत गहरा होता है।
खता आँखें करती है, सहना दिल को पड़ता है।

ले लेती हैं यह आँखें मिलते ही, दिल किसी का।
फिर चैन अपना खोना, इस दिल को पड़ता है।

आँखें तो आंसुओं से  गुबार निकाल लेती हैं।
 दिल ही दिल में मगर,  तड़पना दिल को पड़ता है।

आँखें ख्वाब सजाती हैं ,और सकून पाती हैं।
ख्वाबों में भी
नजर मिलते ही ,धड़कना इस  दिल को पड़ता है।

जान लो फिर भी, यह तो इस दुनिया का नियम है।
खता करे कोई , सहना किसी और को पड़ता है।
(in meter)

आँखों का  दिल से रिश्ता, बहुत गहरा है।
खता आँखें करती है, सहना दिल को पड़ता है।

ले लेती हैं यह नजरें मिलते ही दिल किसी का।
फिर चैन अपना खोना, इस दिल को पड़ता है।

आँखें तो आंसुओं से  गुबार निकाल लेती हैं।
 दिल ही दिल में,  तड़पना दिल को पड़ता है।

आँखें तो ख्वाब सजाती है महबूब के,और सकून पाती हैं।
ख्वाबों में भी, नजर मिलते ही, धड़कना  दिल को पड़ता है।

यह तो इस दुनिया का नियम ही है।
खता करे कोई , सहना किसी और को पड़ता है।
4.51pm 3 Sept 2019
Aankhon Ka Dil Se Rishta, bahut Gehra Hai.
 Khata Aankhen Karti Hain,  Sehna Dil Ko padta hai.
Le Leti Hai yeh Nazren Milte Hi, Dil Kisi Ka.
Fir chain Apna khona , Is Dil Ko padta hai.

Aankhen To Aansuon se Gubaar nikal Leti Hain.
Dil Hi Dil Mein, tadapna Is  Dil Ko padta hai.

Aankhen To khwab Sjaati Hain,Mahbub ke, aur sakun paaty hain.
Khwabon Mein Bhi Nazar Milte Hi, tadapna Dil Ko padta hai.

Yah to Is Duniya Ka Dastur Puraana hai
Khata Kare Koi ,Sehna Kisi Aur Ko padta hai.




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