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काफि़या अहता Qafia ehta
रदीफ़ है Radeef Hai
दिल धड़कता है और कहता है ।
तू मेरा, मेरे दिल में रहता है ।
दिल तड़पता है रात दिन और फिर ।
दिल का मेरे मकान ढहता है ।
जो भड़कते हैं प्यार के शोले ।
आँख से फिर ये दरिया बहता है ।
हद ही कर दी सितम के ढाने की ।(न पास आने की)
तू बता कौन इतना सहता है ।
"गीत" का हो इंतजार अब पूरा ।
दिल दुआ रब से ,करता रहता है।
4.06pm 16 Aug 2021
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