2212 2212
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2212 2212 212 1212
(1212 1212 1212 1212)--3
धुन : वो हम न थे, वो तुम न थे,
वो रहगुजर थी प्यार की।
लूटी जहां पर बेवजह पालकी बहार की।
तुम ही हो मेरे रहनुमा तू मीठे मेरे हमसफर
ये दिल जो था, तेरा ही था ।
तेरा ही ये तो हो गया ।
चाहे कदर तूने न की, पर ये तो तुझमें खो गया।
तुझी से दिल को प्यार था ,तेरा ही ये हबीब था ।
न जाने क्या तू सोच इसका ,बन गया रकीब था।
ये सच है बीज प्यार का ,के दिल में था तू बो गया।
चाहे कदर तूने न की, पर ये तो तुझमें खो गया।
तू अब भी क्या है सोचता , यकीन कर तू प्यार पे।
तू बन जा इसका दिल से और, जान इस पे वार दे।
के बाद में न कहना फिर, मेरा तो सब है खो गया।
चाहे कदर तूने न की, पर ये तो तुझमें खो गया।
समझ तू वक्त को जरा, तेरे ही हाथ जिंदगी।
लगा गले तू दिल को और,कर ज़रा तू बंदगी ।
के थाम ले तू जो भी है, के छोड़ वक्त जो गया।
चाहे कदर तूने न की, पर ये तो तुझमें खो गया।
की आएगी बहार फिर, खुशी के गीत गाएंगे ।
खिलेंगे फूल हर जगह, तो भँवरे गुनगुनाएंगे ।
न मुड़ के फिर तू देखना , जो होना था वो हो गया
चाहे कदर तूने न की, पर ये तो तुझमें खो गया।
2.51 pm 25 Aug 2021
2 comments:
Super
Thanks ji
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