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धुन: चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाए हम दोनों
न तुम मुझको मिले होते, न बढ़ती बेकरारी ये।
न जख्मी होता दिल ,होती न हालत फिर, हमारी ये।
न तन्हाई सताती यूँ, न मुझको याद आती तू ।
तरसता मैं न रातों को, न धड़कन को बढ़ाती तू ।
न तुम मुझको मिले होते, न बढ़ती बेकरारी ये।
न जख्मी होता दिल ,होती न हालत फिर, हमारी ये।
अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा, तू आजा मेरी बाहों में ।
सता न यूँ मुझे अब तू, खड़े हैं तेरी राहों में।
न तुम मुझको मिले होते, न बढ़ती बेकरारी ये।
न जख्मी होता दिल ,होती न हालत फिर, हमारी ये।
हसीं तुम हो ,जवां मैं हूँ, करेंगे प्यार की बातें ।
आ जाओ मिलके दोनों की, कटेंगी चाँदनी रातें ।
न तुम मुझको मिले होते, न बढ़ती बेकरारी ये।
न जख्मी होता दिल ,होती न हालत फिर, हमारी ये।
सुहानी जिंदगी की शाम ,और होगा सुहाना दिन ।
यही अब तो ख्वाहिश है, कटे पल भर न तेरे बिन।
न तुम मुझको मिले होते, न बढ़ती बेकरारी ये।
न जख्मी होता दिल ,होती न हालत फिर, हमारी ये।
3.24pm 24 Aug 2021
2 comments:
बहुत खूब
धन्यवाद जी
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