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Tuesday, 15 October 2019

QS1069 दिन रात (Din Raat)

दिन बीतें, जानूँ न कैसे।
रात भी बीत जाए है वैसे।।
दिन रात ही यह धरती घूमे।
और दिन-रात बनाए ऐसे।।
इस दिन रात के खेल में।
दुनिया बिताए जिंदगी कैसे कैसे।।
दिन रात का चक्कर है निराला।
टिक टिक घड़ी भी चलती वैसे।
दौड़ भाग में दिन-रात कटते।
जिंदगी खेल दिखाए ऐसे।।
कितने ही बीते हैं दिन रात।
 कोई गिनती  करे भी कैसे।।
बीत रहे हैं जैसे यह दिन रात।
बीती जाती है जिंदगी भी वैसे।।
6.00pm 15 oct 2018 Tuesday

Din Beete Janu Na Kaise.
Raat bhi beet Jaaye Hai vaise.
Din Raat hi Dharti ghume,
Aur Din Raat banaa Aeise.
Is Din Raat Ke Kale mein,
Duniya bitae Zindagi kaise kaise.
 Din Raat Ka Chakkar Hai Nirala,
Tik Tik Ghadi Bhi Chalti vaise.
DodBaag Mein Din Raat Katt te.
Jindagi  Khel Dikhaye Aise.
Kitne hi Bite Hain Din Raat,
Koi  ginti Kare bhi Kaise.
Beet rahe hain jaise yeh Din Raat.
Beti Jaati Hai Jindagi bhi vaise.

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