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Saturday, 30 November 2019

Poz1115 दुनिया का फेरा (Duniya Ka Phera)

मत भूल बंदे तू समय के चक्कर को,
यह कभी नहीं भूलता अपना घूमना।
जो तू बोएगा वही तुझे काटना होगा,
जब कर रहा हो काम,यह कभी ना भूलना।

दुनिया में आना जाना लगा रहेगा।
रह जाएंगे तो तेरे अच्छे काम।
तू अपने कर्मों का खजाना बनाता जा।
इन कर्मों से ही होगी तेरी तुलना।

लोगों का क्या है वह तो कुछ बोलेंगे ही।
तुझ से बेहतर तुझे कोई नहीं जानता है।
जो मानता है तू सच्चा है अपने काम में ,
तो नहीं पड़ेगा डर सामना करना।

जो तू होगा सच्चा और सदगुण वाला।
समय तेरा बीत जाएगा चैन से ।
बिता कर फिर इस दुनिया का फेरा,
हो जाएगा तेरा उस ऊपर वाले से मिलना।
6.10pm Saturday 30 Nov 2019
Mat Bhul Bande Tu Samay Ke Chakkar ko.
Yah Kabhi Nahin bhulta Apne ghumna.
Jo Tu boega ,Vahi Tujhe Kartna Hoga.
Jab kar raha ho kam, yah Kabhi Na Bhulna.

Duniya mein aana jana Laga rahega.
 Reh Jaenge to, Tere acche kam.
Tu apne Karmon ka khajana banata Ja.
In Karmon Se Hi Hogi Teri Tulna.

Logon Ka Kya Hai ,Veh To Kuchh bolenge hi.
Tujh se behtar Tujhe Koi Nahin Jaanta hai.
Jo manta hai tu Saccha hai ,apne kam mein.
To Nahin padega Tujhe Dar Se Milana.

Jo tu hoga Saccha aur sadgun wala,
 Samay Tera bhi chahega chain se.
Bita kar Fir Is Duniya Ka Fera,
Ho jaega Tera use upar wale se milna.

Friday, 29 November 2019

1114 यह जरूरी तो नहीं (Yeh Jaruri To Nahin.)

हमने मानी बड़ों की बातें,
छोटे भी अब मानेंगे ,यह जरूरी तो नहीं।
अपने बड़ों का कहना मानो।
 छोटे भी अब पाठ पढ़ेंगे ,यह जरूरी तो नहीं।

जमाना कितना बदल गया है।
जाने किस रास्ते पर चल पड़ा है।
किसी को किसी की परवाह नहीं है।
कोई दूसरे के बारे में सोचे, आज जरूरी तो नहीं।

आजकल, सबका अपना मूड होता है।
दुनिया से हर कोई, दूर होता है।
रहता है अपनी ही दुनिया में खोया।
तुम्हारे साथ वह समय बिताए यह जरूरी तो नहीं।

आज के बच्चे ऐसे ही हैं।
सहना होगा ,जैसे भी हैं।
जितना तुमने उनको दिया है।
उनसे भी वह प्यार मिले,यह आज जरूरी तो नहीं।
5.10 pm 29Nov 2019 Friday
Humne mani Badon ki baten,
Chote Bhi Ab manenge ,Yeh Jaruri To Nahin.
Apne bado Ka Kehna Mano,
 Chhote bhi ab Path padenge,Yeh Jaruri To Nahin.

Jamana Kitna Badal gaya hai,
Jane Kis Raste per chal Diya Hai.
Kisi Ko Kisi Ki Parwah Nahin Hai.
Koi dusre ke bare mein soche ,Aaj Jaruri To Nahin.

Aajkal sabka Apna mood Hota Hai.
Duniya Se Har Koi Dur Hota Hai.
Rehta hai apni hi Duniya Mein Khoya.
Tumhare sath Voh Samay bitaiye Yeh Jaruri To Nahin.

Aaj ke bacche aise hi hain.
Sehna Hoga Jaise Bhi Hain.
Jitna Tumne unko Diya Hai,
 Unse Bhi vah Pyar Mile, yah Jaruri To Nahin.

Thursday, 28 November 2019

U1113 टूटा दिल (Tuta Dil)

टूट जाता है दिल,
जब अपने जख्म देते हैं।
कौन कहता है,
अपने मरहम देते हैं।

टुकड़े-टुकड़े बिखरा है,
हर जगह लहू फैला है।
कौन कहता है जख्म भर जाएगा।
अभी तो जख्म खुला है।

अब सोच मत कर ऐ दीवाने,
खुद ही तूने प्यार किया है।
 यही अंजाम है प्यार का,
प्यार को कब प्यार मिला है।
8.50pm 28 Nov 2019 Thursday


Tut Jata Hai Dil
Jab Apne jakhm Dete Hain.
Kaun Kehta Hai,
Apne Marham Dete Hain.

Tukunde tukunde bikhra hai,
Har Jagah Lahu faila hai.
Kaun Kahta Hai jakhm Bhar Jayega,
Abhi to jakhm khula hai.

Ab Soch Mat Kar E Diwaane.
Kud Hi Tune Pyar Kiya Hai.
 Yahi Anjam Hai Pyar Ka,
Pyar Ko kab Pyar mila hai.

Wednesday, 27 November 2019

1112 तू ही प्यार (Tu Hi Pyaar)

तेरे प्यार की दरकार है।
इस दिल को तुमसे प्यार है।
तू है तो सनम,
 हर तरफ बहार ही बहार है।

तुझसे ही मेरा संसार है।
तू ही मेरा प्यार है।
तू ही जिंदगी है मेरी,
तुझसे ही घर द्वार है।

तुझसे मेरा गुलशन खिला।
फूलों पर भी आई बहार है।
 हर तरफ खुश फैली
महका मेरा घर संसार है।
10.20pm 27 Nov 2019 Wednesday
Tere Pyar Ki Darkar Hai.
Is Dil Ko Tujh Se Pyar Hai.
Tu Hai Tuo Sanam ,
Har Taraf Bahar hi Bahar hai.

Tujhse Hi Mera Sansar Hai
 Tu Hi Mera Pyar Hai.
Tu Hi Zindagi Hai Meri,
 Tujhse hi Ghar Dwar hai.

Tujhse Mera Gulshan Khila.
Phoolon per bhi Aayi Bahar hai.
Har Taraf Khushi Hai Phelee
Mehka Mera Ghar Sansar Hai.

Tuesday, 26 November 2019

SQ1111 इंतजार है तेरा (Intezar Hai Tera)

सुहानी शाम में इंतजार है तेरा।
तुझे मिलने को सनम दिल बेकरार है मेरा।
ख्वाब तेरे सज रहे हैं इन आँखों में।
तुझे सामने पाने को दिल बेकरार है मेरा।

तुझसे ही मेरी जिंदगी है सनम।
तू नही तो कहाँ कुछ जिंदगी में है सनम।
तू है जिंदगी में , तो सुकून है।
तू नहीं तो दिल बेजा़र है मेरा।

मेरी धड़कनों में तेरी धड़कन है बसी।
तुझसे ही तो, जीने की लगन है लगी।
तेरे बिना मेरा गुलशन वीराना है।
तेरे होने से ही उसमें ,रंग ए बाहर है भरा।

अब इंतजार मुश्किल है सनम।
आकर ,कर पूरे अरमान ओ सनम।
भरले मुझे  बाहों में अपनी।
तेरी बाहों में आने को दिल बेताब है मेरा।
5.42pm 26Nov 2019 Tuesday
Suhani Sham Mein Intezar Hai Tera.
Tujhe Milne Ko Sanam, Dil Bekarar Hai Mera.
Khwab Tere Saj rahe hain,In  Aankhon Mein.
Tujhe Samne pane Ko, Dil Bekarar Hai Mera.

Tujhse Hi Meri Zindagi Hai Sanam.
Tu Nahin to kahan Kuchh Jindagi Mein Hai Sanam.
Tu Hai Zindagi Mein ,Tuo Sukoon Hai.
Tu Nahi To Dil per Bezaar Hai Mera.

Meri Dhadkanon Mein Teri Dhadkan Hai Basi.
Tujhse hi to Jeene Ki Lagan Hai Lagi.
Tere Bina Mera Gulshan Virana hai.
Tere hone s ehi usmein ,Rang e Bahar hai Bhra

Ab Intezar Mushkil Hai Sanam.
Aakar kar pure Armaan O Sanam.
Bhar le Mujhe Bahon Mein Apni.
Teri Bahon Mein Aane Ko Dil Betaab Hai Mera.


Monday, 25 November 2019

USQ1110 स्त्री पुरुष(Istri Purush)

स्त्री पुरुष के संगम से,
बनता यह संसार।
जब तक तार जुड़े नहीं,
बाजे नहीं सितार।

पावन रूप यह हो जाता,
जब मन में होता प्यार।
प्रेमभाव से पूर्ण हो,
चलता यह संसार।


जग में तो भगवान भी,
स्त्री बिना अधूरे हैं ।
बिन स्त्री (शक्ति) के उनके,
कहाँ काम हुए पूरे हैं।

जहांँ प्रेम का अभाव हो,
स्त्री पुरुष मत में एक नहीं।
वह जगह फिर फलती नहीं,
रहता सदा विकार।

आओ  प्रेम से पूर्ण करें,
जग में अपने काम।
पूर्णता को प्राप्त कर,
जग से करें प्रस्थान।
2.20pm 25 Nov 2019 Monday

Stri Purush ke Sangam se,
 Banta  yeh Sansar.
Jab tak Taar Judein Nahin,
Baaje Nahin sitar.

Pavan rup Yeh ho jata,
Jab Man Mein Hota Pyaar.
Prem Bhav se purn ho,
 Chalta yeh Sansar.

Jag Mein to Bhagwan bhi,
Istriy Bina adhure Hain.
Bin Istry( Shakti )ke unke,
Kahan kam Hue pure Hain.


Jahan Prem Ka Abhaav Ho,
Istri Purush Matt Main Ek Nahin.
Veh Jagah Phir Phalti Nahin,
Rehta Sada Vikar.



Aao Prem Se Puran Karen
Jag mein Apne kaam.
Purnta Se prapt kar,
 Jag Se Karen prasthan.

Sunday, 24 November 2019

1109 कुछ पल गुजार सुकून के (Kuch Pal Guzar Sukun ke)

दौड़ती भागती इस जिंदगी में,
कुछ पल ठहर जाना।
कितना सुकून देता है।

दूर से देखना अपनी मंजिल को,
फिर बढ़ कर उसे छू लेना।
कितना सुकून देता है।

रोज एक नया मुकाम तय करना,
फिर उसकी खुशी मनाना।
कितना सुकून देता है।



फिर भी कुछ पल ऐसे हैं,जब,

ना पा पाएं मंजिल अपनी,
 सोचें फिर भी, हमने कोशिश की।
यह सोचना कितना सुकून देता है।

मैं राही हूँ अपनी मंजिल का,
 बहुत रास्ता तय कर लिया मैंने।
यह सोचना कितना सुकून देता है।

जिंदगी तो चलती ही रहनी है,
कोई बात नहीं, रुकेगी भी ,चलेगी भी।
तू कुछ पल गुजार सुकून के।
1109 10.11pm 24Nov 2019 Sunday

Dodtii Bhagti Is Zindagi Mein
Kuchh Pal Thehar Jana.
Kitna sukun deta hai.

Dur Se dekhna apni manzil ko,
 Fir Badhkar use Chhu lena.
Kitna sukun deta hai.

Roz Ek Naya Mukaam Taiy Karna,
Fir  uski Khushi Manana.
 Kitna sukun Deta Hai.

Fir Bhi Kuchh Pal Aise Hain Jab......

Na pa Payen Manzil apni,
Soche Fir Bhi Humne koshish ki.
Yah sochana, Kitna sukun deta hai.

Main Rahi Hun  Manzil ka Apni,
 Bahut Rasta Tay kar liya maine.
Yah Suchna.. Kitna sukun deta hai.

Jindagi to Chalti hi Rehti hai.
Koi baat nahin Rukegi bhi ,Chalegi bhi.
Tu Kuchh Pal Gujar sukun ke.

Saturday, 23 November 2019

SQU1108 अपना पैमाना खुद बन (Apna Paimana Khud Ban)

तू निम्न है या उत्तम यह कोई और तय नहीं करेगा।
तुझे अपना पैमाना खुद ही बनना होगा।
कोई और , जिसमें तेरे जैसी गुणवत्ता नहीं,
कैसे नापेगा तुझे अपने पैमाने से।

दूसरों के नाप देने से तू परेशान ना होना।
कोई ऊँचा नीचा नहीं होता,किसी के कह भर जाने से।
तेरे गुण तू ही जानता है , दूसरा कोई नहीं।
गुण अवगुण नहीं बन जाता ,दूसरों के आंके जाने से।

जिसमें जो गुण है नहीं,वह कैसे जाने तेरी कला।
उस ऊंचाई पर पहले वह पहुंचे,फिर होगा फैसला।
तू दिल छोटा मत करना ,औरों के कहने पे।
तुझे खुद को ही नापना होगा अपने पैमाने से।
1108 11.37pm 19 Nov 2019 Tuesday
Tu Nimon Hai Ya Uttam, Ye koi aur tae nahin Karega.
Tujhe Apna paimana Khud Banna hoga.
Koi Or jismein, Tere Jaisi gunvatta Nahin.
Kaise Napyega Tujhe Apne pemane se.

Dusron ke naap Dene Se tu Pareshan na hona.
Koi Uncha nicha Nahin Hota kisi ke KehBhar Jane Se.
Teri gun, Tu Hi  Jaanta hai ,dusra Koi Nahin.
Gun Avgun Nahin Ban  Jaate dusron ke Aanke jaane se.

Jismein Jo Gunn hai Hi nahi ,Vo Kaise Jane Teri Kala.
Us Unchai per pahle use pahunchna Hoga, Fir Hoga Faisla.
To Dil Chhota mat karna auron ke Kahane Pe.
Tujhe Khud Hi Ko Napna Hoga, Apne pemane se.






Friday, 22 November 2019

1107 बढ़ता चल (Badhta chal)

कोई कुछ भी कहे तू अपनी लगन में चलता चल।
दुनिया कहेगी बहुत कुछ ,तू अपनी ही धुन में बढ़ता चल।

बहुत आएंगे तूफान राहों में ,बहुत होंगे अंधेरे इन राहों में।
तू अपनी आस का दिया जला के ,बढ़ता चल।

घिरी हुई है राहें तेरी ,बादलों के अंथियारों से।
चीर के बादलों का सीना तू उड़ता चल।

बहुत है दूर मंजिल तेरी  ,पर हौसला भी तो बड़ा है।
बहुत है खींचने वाले पीछे तुझे, पर तू चलता चल।

ना देख तू पीछे मुड़ के, अब तुझे तो आगे बढ़ना है।
जो पीछे है, पीछे खींचेगे तुझे ,तू ताकत लगाकर बढ़ता चल।

कोई कुछ भी कहे तू अपनी लगन में चलता चल।
दुनिया कहेगी बहुत कुछ ,तू अपनी ही धुन में बढ़ता चल।
1107 11.40am  18 Nov 2019 Monday
Koi Kuch Bhi Kahe ,Tu apni Lagan mein chalta chal.
 Duniya kaheGi bahut Kuchh, Tu apni Dhun Mein badhta chal.
Bahut tufan Hai Rahon Mein, bahut hain Andhere Rahon Mein.
Tu apni Aaas Ka Diya jalake, badhta chal.
 Gihri Hui Hai Rahen Teri ,badalon ke Andiyaaron se.
 Chir Ke Badalon ka Sina,Tu  udta chal.
Bahut Dur Hai teri Manzil ,Per Hosla bhi Tuo bada hai.
Bahut Hai niche khinchne wale ,Par Tu chalta chal.
Na Dekh to Piche mudke ,Ab Tujhe Tu Aage Badhana Hai.
Jo Picche Hain Piche khinchege Tujhe ,Tu takat Laga Ke badhta Chal.

Thursday, 21 November 2019

1106 जी लेंगे हम फिर भी (Ji Lenge Ham Fir Bhi)

हम तो चाहते थे रहना इंसानों की तरह,
पर तुम्हें हमें कैदियों की तरह रखना था।

हम तो प्यार के भूखे थे सनम,
पर तुम्हें हमें नफरतों से रखना था।

जी लेंगे हम फिर भी अपने प्यार के सहारे।
तुम करते रहो तुमने जो सितम करना था।

मेरी आदत है प्यार में जीने की सनम।
तेरे प्यार के लिए नफरतों में बसर करना था।

यही सोच कर, कि कुछ तो करते हो मुझसे तुम।
मुझे अपना सफर तय करना था।

क्यों बनाया है खुदा ने हम दोनों को इतना अलग।
उसे भी हम दोनों को , इसी तरह दूर करना था।

सीख लो तुम भी कुछ इस जहां में अदब ।
क्यों जुल्मो सितम करके ही यहाँ पे मरना था।
1106 11.11am 18 Nov 2019 Monday

Ham to Chahte the Rehana insaano Ki Tarah.
 Per Tumhen Hamen ,Kediyon Ki Tarah Rakhna tha.

Ham to Pyar Ke bhukhe The Sanam.
Par Tumhen Hamen Nafraton Se Rakhna tha.

Ji Lenge Ham Fir Bhi Apne Pyar Ke Sahare.
Tum karte raho ,Tumne to Sitam karna tha.

Meri Aadat Hai Pyar Mein Jeene Ki Sanam.
Tere Pyar Ke Liye, Nafraton mein basar karna tha.

Yahi Soch kar, ki Kuchh To karte ho Mujhse .
Mujhe Apna Safar Tai karna tha.

 Kyon Banaya Hai Khuda Ne, Ham donon Ko Itna Alag.
Usse bhi Ham donon Ko ,Isi Tarah Dur Rakhna tha.

Seekh Lo Tum Bhi Kuchh Is Jahan Mein Adab.
Kyon julmo Sitam karke hi Yahan per Marna tha.

Wednesday, 20 November 2019

1105 ना कर नजरों से दूर (Na kar Nazron Se Dur) Don't go away from the eyes

तेरा हुक्म कबूल है हमें ,
गुजारिश है कि बस,
ना कर नजरों से तू दूर हमें ।

तेरी सूरत देख कर जिंदा हैं।
जी रहे हैं तेरा नाम लेकर ,
तेरे लिए तो मरना भी मंजूर है हमें।

तू कह दे रात को दिन ,
तो दिन को रात मान लेंगे हम।
तेरा हर हुकुम कबूल है हमें।

चाहे तू हो कितना भी सितमगर,
चाहे कितने भी कर सितम हम पर।
हर जख्म तेरा दिया ,फूल है हमें।

मजा़ है बहुत तेरे दिए गम में ।
तन्हाई की यही दवा है मेरी।
यह पास रखता है, ना कि दूर हमें।
1105 11.05am   18 Nov 2019 Monday
Tere Hukam Kabul Hai Hamen,
Guzarish hai yahi Hai bas,
Na kar Nazron Se tu Dur Hamen.

Teri Surat Dekh Ke Jinda Hain,
 Ji rahe hain, Naam Tera Lekar.
Tere Liye to Marna bhi manjur hai Hamen.

Tu Keh De Raat Ko Din,
To din ko raat maan Lenge ham.
 Tera Har Hukum Kabul Hai Hamen.

Chahe Tu Kitna bhi Sitamgar.
Chahe Kitne Bhi Sitam kar Ham per.
Per Har jakhm Tera Diya FoolHai Hamen

Maja hai bahut Tere Diye Gham mein
Tanhai Ki Yahi Dava hai.
Yahi to pass Rakhta hai ,na ki Dur Hamen.

(English Translation)
I accept your order,
It is requested only,
Don't go away from the eyes.

I am alive  seeing your face.
Living with your name,
I are also ready to die for you.

If You  say day ,a night,
So I will consider day as night.
I accept your every command.

No matter how strong you are,
No matter how much you torture me.
Every wound  given by you is like a flower.
There is a lot of fun in your torture.
This is my drug of loneliness.
This keeps us close, not far..

Tuesday, 19 November 2019

1104 साथ रहना हाथ पकड़ के (Sath Rehana Hath Pakad Ke)Stay together holding hands

कर एहसान ज़रा तू मुझपे,
बैठा हूँ इंतजार में कब से।
इतना भरोसा करते हैं हम ,
तू भी जता भरोसा हमपे।।

वक्त तो चलता ही रहता है ,
तू भी चल ज़रा साथ वक्त के।
पीछे ना रह जाए हम कहीं,
साथ रहना हाथ पकड़ के।।

दुनिया की मुझे परवाह नहीं ,
जब तक तू रहे मेरा बनके।
तू साथ मेरे ,तो मुझे सोच नहीं ,
फक्र है मुझे मुकद्दर पे।।

सवार हूँ जिस नाव पे मैं ,
तेरे संग ही पहुंचेगी वो किनारे पे।
दुनिया कि मुझे परवाह नहीं ,
जब तक तू रहे मेरा बनके।।
1104 10.26   18 Nov 2019 Monday
Kar Aehsaan Zara Tu Mujhpe,
Baitha hun Intezar Mein kabse.
Kitna Bharosa karte Ham,
Tu Bhi Zata Bharosa Hampe.

Waqt To Chalta hi rahata hai,
To chal Jara Sath Waqt Ke.
Piche na Rah jaen Kahin Ham ,
Sath Rehana Hath Pakad Ke.

Duniya ki mujhe Parwah Nahi ,
Jab Tak Ki Rahe Tu Mera Banke.
Tu Sath Mere, To Mujhe Soch nahin.
Fakr hai mujhe Mukaddar pe.

Sawar Hun jis Naav pe main ,
Tere sang hi pahunchengi Vo Kinare pe.
Duniya ki mujhe Parwah Nahin ,
Jab Tu Rahe Mera Banke.


(English Translation)



Please do me a favor
I have been waiting you since long.
I trust you so much,
You also believe in me.

Time goes on,
You also walk a bit with time.
May we not be left behind somewhere
Stay together holding hands.

I don't care about the world,
As long as you are mine.
You are with me, I do not think much
And not worried about fate.

The boat I am riding,
Will reach the shore with you.
I don't care about the world,
As long as you remain mine.

Monday, 18 November 2019

1103 क्यों रुसवा करते हो (Kyon Rusva Karte Ho) Why do they Insult me

क्यों इस कदर रुसवा करते हैं वह हमें।
जैसे उन्हें शिकवा के सिवा कोई शिकायत ही नहीं।।
देखते भी नहीं है वह कि क्या माहौल है आसपास।
इज्जत हमारी क्या है,उन्हें इससे कोई मतलब ही नहीं।।

बडे़ है वह अपनी जगह, तो होंगे।
क्यों उनकी नजरों में ,हमारी इज्जत ही नहीं।।
उन्होंने देखा नहीं है हमारा दम, इसलिए,
पहचान पाते वो , हमारी काबिलियत ही नहीं।।

सीख लो तुम भी कुछ जमाने के अदब,
इस तरह से रुसवा करना, तो कोई रिवायत ही नहीं।
हम भी रखते हैं कोई रुतबा जमाने में,
दुनिया को आज तक हमसे, कोई शिकायत हुई ही नहीं।

यह तो हमारा प्यार है जो सुन लेते हैं, चुपचाप तुम्हें।
जानते हैं हम, तुम्हें हमारी जुस्तजू ही नहीं।।
जरा रहम ओ करम रखकर सोच मेरे बारे में।
 तुम भी सोचोगे ,आज तक मोहब्बत मुझसे की क्यों नहीं।
10.17am  18 Nov 2019 Monday
Kyon Is Kadar Ruswa karte hain voh Hamen.
Humse Unhen Jaise Shikva Ke Siva ,Koi Shikayat Hi Nahin.
Dekhte bhi nahi hai voh ki kya mahaul hai aaspaas,
 Izzat Hamari kya hai isse unhen matlab hi Nahin.

Bade Hain Voh Apni Jagah to Honge.
 Kyon Unki najron Mein Hamari Izzat hi Nahin.
Unhone Dekha nahi hai hamara Dam isliye,
 Voh pehchan paate Hamari Kabliet hi Nahin.

Seekhlo tum bhi Kuchh Jamane Mein Aadab
Han Is Tarah Se Gussa karna to Koi ravayat Nahin
Ham bhi rakhte Hain Koi Rutba Zamane Mein,
Duniya Ko Aaj Tak humse kabhi Shikayat hui Hi nahin.़
Yeh To Hamara Pyar Hai Jo sun lete hain chupchap Tumhen .
Jante Hain Ham Tumhen Hamari Justjoo hi Nahin.
Zara Reham O Karam Rakh kar soch Mere bare mein.
Tu Sochoge aaj tak Mohabbat Mujhse Ki Kyon Nahin.
 (English Translation)

Why do they Insult me like this?
Like they have only complaints with me.
Can't even see what the atmosphere is around.
What is our honor, they do not mean anything by this.
He is big at his own place.
Why in their eyes, we do not have respect.
They have not seen our power, that's why
He would have not been able to recognize our ability.
Learn, you too have  time,
Rousing in this way,is not good.
We also have some status here,
The world has not complained to us till date.

It is our love that we listens to you silently.
We know that we are not your only requirement .
Just think about me by keeping Courtesy.
You too will think, why not you love me till today.

Sunday, 17 November 2019

SQ1102 तेरी आदत हो गयी मुझे (Teri Aadat Ho Gai Hai Mujhe)

तेरी आदत से मजबूर मैं।
हो नहीं सकता तुझसे दूर मैं।।
साँस बिन तेरे लेना है मुश्किल।
बिन तेरे कहाँ धड़कता है ये दिल।।
तू ही मेरा सुकून, तू ही मेरा ऐतबार।
तुम्हारे बिना मुझे, ना चैन, ना करार।।
धड़कनों में तुम मेरे समाए हो इस कदर।
तेरे सिवा मुझे किसी की नहीं खबर।।
तेरे बिना जी ना पाऊं,मैं  एक भी पल।
बिन तेरे अब जीना है मुश्किल।।
10.35pm 17 Nov 2019 Sunday
Teri Aadat se majbur Hun Main .
Ho Nahin Sakta Tujhse Dur mein.
Sans Bin Tere Lena Hai Mushkil ,
Bin Tere Kahan dhadakta Hai Yeh Dil.
Tu Hi Mera Sukoon ,Tu Hi Mera Aitbaar,
 Tere Bina Mujhe Na Chain, Na Karar.
Dhadkanon Mein Tu Meri Samai hai is Kadar,
Tere Siwa Mujhe Kisi Ki Nahi khabar.
Tere Bina Main Jee Na Paunga Ek bhi Pal ,
Bin Tere ab Jeena Hai Mushkil.

Saturday, 16 November 2019

Poz1101 धरती तू कितनी खूबसूरत है (Dharti Tu Kitni khoobsurat Hai)

धरती तू कितनी खूबसूरत है।
 मैं तेरी गोद में कितना सुकून पाता हूँ।
जब तेरी आगोश में आता हूँ
तो हर दर्द भूल जाता हूँ।

यह हसीं वादियाँ मुझे,
ना जाने कहाँ ले जाती हैं।
पर जो तेरा हाल किया है सबने,
इसकी सोच मुझे बड़ा तड़पाती है।

माफ करना मुझे ऐ मेरी माँ,
तेरे प्यार को यह समझ नहीं पाते।
 न जाने क्यों तुझे,तू जैसी है रहने नहीं देते।
अपनी सोच सा तुझे जाते हैं बनाते।

ए काश यह सब समझ पाते,
कि सब इसी की संतान है।
 जो उपजे हैं इसी के कणों से,
तो कैसे जी पाएंगे यह इससे अलग होकर।
9.46pm 16 Nov 2019 Saturday
Dharti Tu Kitni khoobsurat Hai ,
Main Teri God Mein Kitna sukun Pata hun.
Jab teri aagosh Mein Aata Hun,
 TuoHar Dard Bhul jata hun.

Ye Hasi Wadiya Mujhe ,
Na Jaane Kahan Le Jaati Hain.
Jo Tera Haal Kiya Hai Sabne,
iski Soch Mujhe Tadpati hai.

Maaf Karna Mujhe e Meri Man ,
Tere pyar ko yah samajh Nahin paate.
 Na Jaane Kyon Tujhe ,Tu Jaisii Hai Rahane Nahin dete ,
Apni Soch Sa Tujhe Bnate Hain Jaate.

 E' Kash ke sab samajh Pate ,
Ki Sab Isi ki Santan hain.
Jo Upjye Hain Isi ke Knon se ,
To Kaise ji Payenge yeh IsSe Alag hokar.
9.46pm 16 Nov 2019 Saturday

Friday, 15 November 2019

SQ1100 वक्त के फैसले (Wakt Ke Feisle)

जो हम चाहे़ं वही हो ,ऐसा हर बार नहीं होता।
वक्त भी कुछ फैसले लेता है जिंदगी के।
बहुत सोचते हैं हम ,कभी जिंदगी के बारे में,
पर वक्त किसी  का मोहताज नहीं होता।

हमें भी तो वक्त के साथ चलना  पड़ेगा।
सोचना भी होगा ऐसा कि वक्त सही रहे।
जो हो रहा है उसी में सही का साथ देना होगा।
जो हम चाहें वही हर बार हो, ऐसा नहीं होता।
9.53pm 15 Nov 2019 Friday

Jo Ham chahie Vahi ho aisa Har Bar Baar nahi hota .
Waqt Bhi Kuchh Faisla leta hai Jindagi ke
Bahut sochte Hain Ham ,Kabhi Jindagi ke bare mein ,
Par Waqt Kisi Ka mohtaj Nahin Hota

Hamen bhi to Waqt Ke Sath Chalna .
padega .
Sochna Bhi Hoga Aise, Ki Vakat Sahi Rahe.
 Jo Ho Raha Hai Usi Mwin Sahi Ka Sath Dena hoga .
Jo Ham Chahen Vahi Har Bar Ho,  Aisa Nahin Hota.

Thursday, 14 November 2019

1099 बचपन की यादें (Bachpan ki yaden)

बचपन की यादें लेकर आई है फिर एक शाम सुहानी।
मैं बैठे-बैठे बुनने लगा...... फिर एक नई कहानी।।

मेरी कहानी में है मेरी वह प्रीत पुरानी।
बातें करते, खेलते खेलते बीत जाती थी शाम मस्तानी।।

बड़े बुजुर्गों के संग सुनना, उनकी बातें रूहानी।
 बड़े ध्यान से उनको तकना ,जब कहानी सुनाती थी नानी।।

बरसात के मौसम में चलाना नाव अपनी।
गीले हो छींटे फेंकना सब पर, जब हो जाता हर जगह पानी पानी।।

वो दिन भी क्या दिन थे,जब सब अपना था ,ना थी दुनिया बेगानी।
कुछ सोच ना थी, कि कैसे आगे है उम्र बितानी।।

वक्त चलता गया और लिखती गई एक नई कहानी।
चलते जा रहे हैं हम ,आगे राहें हैं अनजानी।।

यही तमन्ना है अब तो  जिंदगी की मुझको,
जैसे बीता बचपन, बीते जिंदगी की शाम भी सुहानी।।
3.23pm 14Nov 2019 Thursday

Bachpan ki yaden Lekar,Aayi hai Fir Ek Sham Suhani.
 Main Baithe Baithe bunne Laga, Phir Ek Nai kahani.

Meri Kahani mein Hai, meri Veh Preet purani.
Baten Karte, khelte khelte beet jaati thi Sham Mastani.

Bade bujurgon ke sang,Sunna Unki baten ruhani.
Bade Dhyan se Unko Takna ,Jab Kahani Sunati Thi Nani.

Barsaat Ke Mausam Mein Chalna apni Naav,
Gile Ho Chinte Phenkna  Sab per, Jab Ho Jata Har Jageh  Pani Pani.

Vo Din Bhi Kya Din the, Jab Sab Apna tha ,na thi Duniya Begani.
Kuchh Soch Na Thi Ki Kaise Aage hai Umar bitani.

Waqt Chalta Gaya aur Likh Di Gai Ek Nai kahani.
Chalte Ja Rahe Hain Hum ,Aage rahen hain Anjani.

Yahi Tamanna Hai Ab To Zindagi Ki Mujhko
 Jaise Beeta Tha Bachpan ,Beete Jindagi Ki Sham Bhi Suhani.

Wednesday, 13 November 2019

1098 मगरूर ना होना (Magroor Na Hona)

मगरूर अपने हुनर से ,
इस कदर भी ना होना ।
सर घूम जाए तेरा ,
और नूर भी  होना।

चलना तू सँभल कर ,
औरों को साथ लेकर।
रह यूँ ज़रा संभल कर ,
की रास्ता भी मुश्किल होना ।

कामयाबियों में अपनी,
 इस कदर भी ना खोना।
रह जाओ तुम अकेले,
 कोई भी संग होना।

ऊँचे जो पहुंच जाओ,
सर नीचा अपना रखना।
तुम्हें मान देने वालों का,
 तुम भी मान रखना।
6.50pm 13Nov 2019 Wednesday
Magroor Apne hunar se,
Is Magroor Apne hunar se,
Is Kadar Bhi Na Hona.
Sar Ghoom Jaje Tera,
Aur Noor  bhi ho Na.

Chalna tu sambhal kar,
Auron ka Sath Lekar.
Rehna Yun Jara sambhal kar,
Ki Rasta bhi Mushkil hona.

Kamyabiyon Mein Apni,
 Is Kadar Bhi Na khona.
Reh Jao Tum Akele,
 Koi bhi Sang hona.

Unche Jo pahunch jao.
Sar nicha Apna Rakhna.
Tumhen Maan dene Walon ka
Tum bhi Maan Rakhna.

 Bhi Na Hona.
Sar Ghoom Jaje Tera,
Aur Noor  bhi ho Na.

Chalna tu sambhal kar,
Auron ka Sath Lekar.
Rehna Yun Jara sambhal kar,
Ki Rasta bhi Mushkil hona.

Kamyabiyon Mein Apni,
 Is Kadar Bhi Na khona.
Reh Jao Tum Akele,
 Koi bhi Sang hona.

Unche Jo pahunch jao.
Sar nicha Apna Rakhna.
Tumhen Maan dene Walon ka
Tum bhi Maan Rakhna.

Tuesday, 12 November 2019

1097 तुमसे मिल के (Tumse Mil ke)

तुमसे मिल के,
अरमान जगे दिल के।
पास आए जो तुम,
फूल सब खिल गए।

मदहोश हम हो गए
प्यार में तेरे खो गए।
तुमसे जो हुई बातें,
अरमान पूरे हो गए।

तुझसे जिंदगी आसान है।
तू  ही  मेरा  अरमान है।
तेरे साथ होने से सनम,
जिंदगी  वरदान है।

तुझसे जिंदगी है हसीन,
तुझे पाके कोई गम नहीं।
 तू हो जहाँ कहीं,
मेरे दिल से दूर तू नहीं।
1045pm 12 Nov 2019 Tuesday
Tumse Milke,
 Arma Jage Dil Ke.
Pass Aye Jo Tum,
Fool Sab Khil Gaye.

Madhosh Ham Ho Gaye,
 Pyar Mein Tere Kho Gaye.
Tumse Jo Hui baten,
Armaan pure Ho Gaye.

Tujhse Jindagi Aasan hai.
Tu Hi Mera Armaan Hai.
 Tere Sath hone se Sanam,
Jindagi Vardan hai.

Tujhse Zindagi Hai Haseen.
Tujhe paake Koi Gam Nahin.
Tu Ho Jahan Kahin,
 Mere Dil Se Dur Nahin

Monday, 11 November 2019

1096 काम काम और काम (Kam kam aur kam)

काम काम और काम,
यही है जिंदगी का फ़लसफा़।
जो बैठ गये करने आराम,
तो रहा ना जिंदगी का मजा।

धरती पर हर कोई करता काम।
सोचो जो ना करें ,क्या हो अंजाम।
धरती घूमें अपने समय से,
चंद्रमा भी ना लेता विराम।

हर अंग जैसे है चलता,
करता रहता अपना काम।
 काम से ही दुनिया चलती,
नहीं तो लग जाता पूण विराम।

8.11pm 11Nov 2019 Monday
Kam kam aur kam.
Yehi Hai Zindagi Ka falsafa.
Job Beith Gae Karne Aaram,
Tu Na Raha Jindagi Ka Maja.

Dharti per Har Koi Karta kaam.
Socho Jo Na Kare, Kya Ho Anjaam.
Dharti Ghoome Apne Samay se,
Chand Bhi na Leta Viram.

Har Ang Jaise hai chalta.
Karta Rehta Apna Kam.
Kam se hi Duniya Chalti,
Nahin to lag jata purn Viram.

Sunday, 10 November 2019

1095 तुझमें मैं ,मुझ में तू (Tujh Mein Mujh Mein Tu.)

क्यों मन बैठा है मेरा,
क्यों मैं उदास हूँ।
शरीर चाहे दूर सही,
मन से आस पास हूँ।

कब होगा दीदार तेरा,
इस इंतजार में हूँ।
खो गया हूंँ इस तरह,
ना जाने किस संसार में हूँ।

तेरे बिना जीना ,जीना नहीं।
तेरे बिना मैं बेकरार  हूँ।
तू जानम धड़कन है मेरी,
मैं तेरा करार हूँ।

अब बस और नहीं,
आजा मेरे पास तू।
एक हो जाना है हमको,
तुझमें मैं ,मुझ में तू।
11.14pm 10 Nov 2019
Kyon Mann Baitha Hai Mera,
Kyon main Udaas hun.
Sharir Chahe Dur Sahi,
Man Se aaspaas hun.

Kab Hoga Deedar Tera,
 Is Intezar Mein Hun.
Kho Gaya Hun Is Tarah,
Na Jaane kis Sansar Mein Hoon.

Tere Bina Jina Jina Nahin.
Tere Bina Main bekarar hun.
Tu Janam Dhadkan Hai Meri,
Main Tera Karar hun.

Ab bus aur Nahin,
Aaja mere pass Tu.
Ek ho jana hai Humko,
Tujh Mein Mujh Mein Tu.

Saturday, 9 November 2019

K1 1094 नानक दी बाणी नू समझिए,ना कि सिर्फ उचारिये (Nanak Dee wani nu Samjhaiye, Naa ki Sirf Uchariyeye)ਨਾਨਕ ਦੀ ਬਾਣੀ ਨੂੰ ਸਮਜੀਏ। ਨਾ ਕਿ ਸਿਰਫ ਊਚਾਰੀਏ ।Punjabi

Hindi version 2929
जदों लंगर बैठके खांदें सारे।
कदों जातां पातां दिसदियां ने।
रलमिल जद सब बैठे होण।
कदों तोड़ण दियां बातां दिसदियां ने।

बंदा तां बंदा ही सी।
आह धर्म कर्म तां बाचों आएं।
बंदा इंसानियत भुल्ल गया।
एहनां भर्मां विच् एन्ने भरमाए।

आओ कुछ विचारीये।
नानक दी बाणी नू समझिए।
ना कि सिर्फ उचारिये।
कुछ अपने आप नूँ सुधारिये ।
9.08pm 9 Nov 2019  Saturday
ਜਦੋਂ ਲੰਗਰ ਬੈਠ ਕੇ ਖਾਂਦੇ ਸਾਰੇ।
ਕਦੋਂ ਜਾਤਾਂ-ਪਾਤਾਂ ਦਿਸਦੀਆਂ ਨੇ।
ਰਲ ਮਿਲ ਜਦ ਸਭ ਬੈਠੇ ਹੋਣ।
 ਕਦੋਂ ਤੋੜਨ ਦੀਆਂ ਬਾਤਾਂ ਦਿਸਦੀਆਂ ਨੇ।

ਬੰਦਾ ਤਾਂ ਬੰਦਾ ਹੀ ਸੀ।
 ਆਹ ਧਰਮ-ਕਰਮ ਬਾ 'ਚੋਂ ਆਏ।
ਬੰਦਾ ਇਨਸਾਨੀਅਤ ਭੁੱਲ ਗਿਆ।
ਇਹਨਾਂ ਭਰਮਾਂ ਵਿਚ ਏਨੇ ਭਰਮਾਏ।

ਆਉ ਕੁਝ ਵਿਚਾਰੀਏ।
 ਨਾਨਕ ਦੀ ਬਾਣੀ ਨੂੰ ਸਮਝੀਏ। 
ਨਾ ਕਿ ਸਿਰਫ ਉਚਾਰੀਏ ।
ਕੁਝ ਆਪਣੇ ਆਪ ਨੂੰ ਸੁਧਾਰੀਏ।

Jado Langar baithke Khande Sare.
Kadon Jata Pata Disdiyan ne.
RalMil Jad Sab Baithe Hon,
Kadon Todan Diyan Batan Disdiyan ne.

Banda Taan Banda hi Si,
Aah Daram Karm tan Bachon Aae.
Banda insaaniyat Bhul gaya,
Ehna Bharman Ne Ene Bharmai.

Aao Kuchh vichariye,
Nanak Dee wani nu Samjhaiye,
Naa ki Sirf Uchariyeye
Kuchh Apne aapane Sudharie

Friday, 8 November 2019

1093 तू है तो हर सफर आसान है (Ti Hai To Har Safar Aasan Hai)

तू है तो हर सफर आसान,
तेरे बिना जिंदगी वीरान।
क्या कहूं ऐ जानेमन तुझे,
तू ही मेरी जमीं , तू ही आसमान।

तू ही मेरा है प्यार।
तू ही मेरा है ईमान।
तू नहीं तो जिंदगी कुछ नहीं।
 तू है तो जिंदगी  बहार।

तेरे बिना मैं कुछ नहीं।
मेरे बिना तू परेशान।।
आजा बाहों में मेरी,
छोड़कर यह संसार।

मैं तुझ में ही रम जाऊं।
तू मुझ में ही रम जाए।।
ऐसे हम तुम खो जाएं।
रहे  न कोई ध्यान।।
7.52pm 8 Nov 2019 Friday

Tu Hai Tuo har safar Aasan Hai.
 Tere Bina Zindagi Viran Hai.
Kya Kahoon Janeman Tujhe,
 Tu Hi Meri Zameen, Tu Hi Aasman Hai.

Tu Hi Mera Pyar Hai.
Tu Hi Mera Hai Imaan.
 Tu Nahin to Jindagi Kuchh Nahin,
Tu Hai To Jindagi Bahar.

Tere Bina Main Kuchh Nahin.
Meri Bina Tu Pareshan.
Aaja Bahon Mein Meri,
Chhod kar Ye Sansar.

Main Tujh Mein Hi Ram jaaun.
Tu Mujhme hi Ram Jaye.
Aise Ham Tum kho Jaen,
Rahe Na Koi Dhyan.





Thursday, 7 November 2019

1092 आशाओं के दीप (Aashaon ke deep )

आशाओं के दीप जला रखे हैं मैंने।
कोशिश मैं करता ही रहूँगा,
 जब तक मंजिल पा ना लूँँ।
इन्हीं आशाओं के दम पर ख्वाब सजाए है मैंने।

हर तरफ आशाओं का उजाला फैला है।
इन्हीं उजालों से मुझे मिलता है सहारा।
इन सहारों के सहारे मिलता है किनारा,
इन्हीं सहारों से हिम्मत बढ़ाई है मैंने।


आशा वो एक किरण है जीवन की,
 जो तुम्हें कभी पीछे हटने नहीं देती।
ले जाती है तुम्हें मंजिल की ओर,
 इसी आशा के दम पर मुकाम पाए है मैंने।
7.22pm 7 November 2019 Thursday

Aashaon ke deep Jla rakhe hain maine.
Koshish Mein Karta hi rahunga,
Jab tak Manjil Paa na lun.
Inhi aashaon ke Dam per Khwab sajae hain maine.

Har Taraf ashaon ka ujala faila hai.
Inhi UJalaon Se Mujhe Milta Hai Sahara.
In Saharon ke Sahare Milta Hai Kinara.
Inhi Saharon se Himmat Badhai Hai maine.

Asha Vo EK  Kiran Hai Jivan ki.
Jo Tumhen Kabhi Piche hatne Nahin Deti.
Le Jaati Hai Tumhen Manjil ki or,
Isi Asha ke Dam per Mukam Pai Hein maine.

Wednesday, 6 November 2019

1091 घड़ी दो घड़ी जो वो साथ रहते हैं ( Ghadi Do Ghadi Jo Vo Sath rahte hain.)

घड़ी दो घड़ी जो वह साथ रहते हैं।
हम उनसे हाल-ए-दिल कहते हैं।
सुकून आ जाता है इस दिल को।
जब वह भी दिल की बात कहते हैं।

घड़ी दो घड़ी जो वो साथ रहते हैं।
चाहे ना बोलें वो लबों से कुछ भी,
जब  कभी वो उदास रहते हैं,
नैन उनके जज्बात कहते हैं।

घड़ी दो घड़ी जो वह साथ रहते हैं।
साथ उनके हर समां रंगीन लगता है।
छेड़ते हैं जब वह दिलो के तारों को,
हर तरफ सुरमई राग बहते हैं।
5.00pm 6 Nov 2019

Ghadi Do Ghadi Jo Vo Sath rahte hain.
Ham Unse Haal-e-dil Kahate Hain.
Sukun Aa Jata Hai Is Dil Ko.
 Jab Vo Bhi Dil Ki Baat Kahate Hain.

Ghadi Do Ghadi Jo Vo Sath rahte hain.
Chahe Na Bole Vo Labon se Kuchh Bhi,
Jab Kabhi Vo Udaas Rehte Hain,
Nainon Unke Jazbaat Kahate Hain..

Ghadi Do Ghadi Vo Jo Sath rahte hain.
Sath Unke har Sama Rangeen lagta hai.
ChhedZte Hain Jab  Vo Dilon ke Taron Ko.
Har Taraf Surmai Raag Behte Hain.


Tuesday, 5 November 2019

1090 ले जाते हैं विचार इंसान को कहाँ कहाँ (Le Jaate Hain vichar Insan ko Kahan kahan)

चलते रहते हैं विचार यूँ ही मस्तिष्क में।
खो जाता है इंसान फिर इनमें।
वहाँ वहाँ ले जाते हैं यह विचार उसको,
चाहता है वो जाना जिसमें।

विचारों की दुनिया एक अलग ही दुनिया है।
अकेला हो तो वह खुद से बात करता है।
जब विचार बाहर आ जाएं दुनिया में,
फिर हर कोई उसकी बात करता है।

विचारों से ही आदमी की पहचान है।
अपने विचारों से कहाँ आदमी अनजान है।
विचारों के आदान-प्रदान से ही हैं सब जुड़े।
विचार मिल जाएं तो, जिंदगी आसान है।
3.25pm 5 Nov 2019 Tuesday
Le Jaate Hain vichar Insan ko Kahan kahan

Chalte rahte hain vichar Yunhi mastishk mein.
Kho Jata Hai  Insan Fir Inmein.
Vhan vahan Le Jaate Hain yehh vichar usko,
Chahta Hai voh Jana jismein.

Vicharon Ki Duniya Hai Ek alag Hi Duniya.
Akela ho to vah khud se baat karta hai.
Jab Bahar Aa Jaayen Duniya Mein0
FIir Har Koi uski baat karta hai.

Vicharon Se Hi aadami ki pahchan hai.
Apne vicharon Se Kahan aadami Anjaan hai.
Vicharon Ke Aadaan Pradan Se hi Sab Jude Hein,
Mill jaaye to Jindagi Aasan hai.

Monday, 4 November 2019

Poz1089 हवाओं में ज़हर घुला है (Hawaon Mein Zehar Ghula Hai)

यूँ ही हवाओं में ज़हर नहीं घुला।
हमने ही उगला था इसे कहीं से।
जब उगल रहे थे यह ज़हर हम,
तब हमें खबर नहीं थी अंजाम की।
अब जो अंजाम सामने आया है,
क्या बदल पाएंगे इसे कहीं से।

समझाते तो रहे थे.. बड़े अपने,
पर हमने कभी ध्यान ना दिया।
उनका सफर तो मुकम्मल हुआ,
तुमने ही खुद पर ध्यान ना दिया।
जहर जब घुल ही गया है हवा में,
ढूँढो साफ करने का तरीका कहीं से।

आज भी वक्त है सोच लो जरा।
कुछ तो ध्यान दो पर्यावरण पे।
मत डूबे रहो वर्चुअल संसार में ,
साँस तो लेना है इस ही ज़मीं पे।
जो ना संभाल पाए आज हम,
तो ना रह पाएंगे कभी, कहीं के।
11.52am 4 Nov 2019 Monday
Yun Hi Hawaon Mein Zehar Nahin Ghula,
Humne hi Ghola tha ise Kahin Par.
Jab Ghol rahe the  yeh Zehar Ham,
Tab Hamen Khabar Nahin Thi Anjam ki.
Ab Jo Anjaam Samne Aaya Hai,
Kya Badal Payenge ise Kahin Se.

Samjhate to rahe the... Bade Apne,
 Par Humne Kabhi Dhyan Na Diya.
Unka Safar to mukmmal hua....
Tumne hi Khud per Dhyan Na Diya.
Zehar Jab Ghul Hi Gaya Hai Hawa Mein ,
Dhundho saaf karne ka tarika Kahin Se.

Aaj bhi waqt hai Soch Lo Zara,
Kuchh To Dhyan do Paryavaran pe.
Mat Dube Raho virtual Sansar Mein.
Sans to lena hai Isi Zameen Pe.
Jo Na Sambhal Paye Aaj ham..
Tu Na Rah Payenge Kabhi Kahin ke.

Sunday, 3 November 2019

1088 मुस्कुराहट (Muskurahat)

मुस्कुरा कर जो गुजरे वह मेरे घर के आगे से,
कई लोगों की निगाहें उन्हें शक से देखने लगी।

उनकी तो सूरत ही है मुस्कुराहट बिखेरती हुई,
लोग ना जाने क्या-क्या बातें बनाने लगे।

एक तरफ हिदायत देते हैं मुस्कुरा के जीने की,
दूसरी ओर मुस्कुराने पे जाने क्या समझने लगे।

बदनसीबी मेरी ...., कि बात कुछ भी नहीं थी।
हुआ यू़ँ ,कि लोग बेवजह ही अब बातें बनाने लगे।
6.79pm 3 Nov 2019  Sunday


Muskura kar Jo gujre Vo Mere Ghar Ke Aage Se.
Kai Logon ke nigahe unhen shak Se Dekhne Lagin.

Unki to Surat hi hai Muskurahat bikherti Hui,
Log Na Jaane Kya Kya baten Banane Lage.

Ek Taraf Hidayat Dete Hain ,Muskura Ke Jeene Ki.
Dusri aur muskurane per Jaane Kya Samjhane Lage.

 Badnaseebi Meri...... Ki Baat Kuchh Bhi Nahin thi.
Hua Yun ...Ki Log bewajah hi ab baten Banane Lage.


Saturday, 2 November 2019

1087 शरीर ए दुखन या दिमाग ए फितूर

शरीर ए दुखन कहीं अच्छा है, दिमाग के फितूर से।
दर्द शरीर का ठीक हो जाता है, दिमाग का क्या भरोसा।

शरीर के दुख को मैं समझ तो पाता हूँ कुछ।
पर दिमाग तो यह कहता है ,सब ठीक है।

इलाज ए शरीर होता रहता है,क्योंकि बीमारी पता है।
दिमाग तो बस यूं ही उलझाता जाता है।

शरीर ठीक हो जाता है कुछ दिन इलाज करके।
 पर दिमाग तो है एहसास कराता है ठीक होने का ।
पर.....,और बिगड़ता जाता है
,4.41pm 2 Nov 2019  Saturday


Sharir e dukaan Kahin Achcha hai ,dimag ke fitoor se.
 Dard Sharir ka theek ho jata hai, Dimag ka Kya Bharosa.

Sharir ke Dukh ko main samajh to Pata hun Kuchh.
Par Dimaag Tou Kehta hai , sab theek hai.

Ilaaj e Sharir hota rehata hai, Kyunki Bimari pata hai.
Dimag to bus Yun Hi Ulazhta jata hai.

Sharir theek ho jata hai Kuchh Din Ilaaj Karke.
Par Dimag To  Ehsas karata hai Thik hone ka.
Par...... Or bigadta jata hai.

Friday, 1 November 2019

1086 मेहनत (Mehnat)

मेहनत से घबराना नहीं, करते जाना काम।
मेहनत का फल आएगा,इक दिन ऐ इंसान।

करने ही तो आए दुनिया में ,करके ही हम जाएंगे ।
दुख सुख तो आने जाने हैं ,हम इनका साथ निभाएंगे।

उठ खड़ा हो मुसाफिर, करके उसका ध्यान ।
बढ़ना है अब आगे आगे ,ये ही मन में ठान।

मेहनत बिना कुछ हासिल नहीं, मेहनत से सब पाएगा।
 जो मेहनत का साथ ना देता वह पीछे रह जाएगा।

मेहनत इंसानियत, मेहनत पूजा, मेहनत ही तो धर्म है।
मेहनत करने से ही तो इस जग में जीवन है।

दुनिया की हर एक वस्तु ,अपने हिस्से की मेहनत करती है।
 मेहनत के बलबूते पर ही तो,  दुनिया ये पलती है।

एक करे मेहनत ,और दूसरा उस पर हक रखे।
इन सब अधर्मों से ही तो हैवानियत बनती है।

अगर  प्राणी अपने हिस्से की मेहनत कर जाएंगे।
 तभी तो इस धरती पर सब प्राणी खुश रह पाएंगे।
11.43am 1 Nov 2019  Friday
मेहनत से घबराना नहीं करते जाना काम
Mehnat se ghabrana nahin, Karte Jana kam.
Mehnat Ka Phal Aaega, Ek Din E' Insan.

Karne Hi To Aaye Hain Duniya Mein ,karke hi Ham jaenge.
Dukh Sukh To Aane Jaane Hain,  Ham Inka sath nibhaenge.

Uth khada ho Musafir ,Karke uska Dhyan.
 Badna Hai Ab Aage Aage, Yahi man Mai than.

Mehnat Bin Kuchh Hasil Nahin, Mehnat Se Sab payega.
Jo mehnat Ka Sath Na deta ,Veh Piche Reh jaega.

Mehnat insaaniyat ,Mehnat Puja ,Mehnat Hi To Dharm hai.
Mehnat Karne Se Hi Tu is jag mein Jivan hai.

Duniya Ki Har EK Vastu, Apne Hisse ki mehnat Karti Hai.
Mehnat ke Balboote per Hi To, Duniya Yeh Palti hai.

Ek Kare mehnat, aur dusra uss per hak rakhe.
In Sab Adharmo Se Hi To, Haivaniyat banti hai.

Agar prani Apne Hisse Ki mehnat Kar jaenge.
 Tabhi to Is Dharti per ,Sab prani Khush Rah Payenge.