काम काम और काम,
यही है जिंदगी का फ़लसफा़।
जो बैठ गये करने आराम,
तो रहा ना जिंदगी का मजा।
धरती पर हर कोई करता काम।
सोचो जो ना करें ,क्या हो अंजाम।
धरती घूमें अपने समय से,
चंद्रमा भी ना लेता विराम।
हर अंग जैसे है चलता,
करता रहता अपना काम।
काम से ही दुनिया चलती,
नहीं तो लग जाता पूण विराम।
8.11pm 11Nov 2019 Monday
Kam kam aur kam.
Yehi Hai Zindagi Ka falsafa.
Job Beith Gae Karne Aaram,
Tu Na Raha Jindagi Ka Maja.
Dharti per Har Koi Karta kaam.
Socho Jo Na Kare, Kya Ho Anjaam.
Dharti Ghoome Apne Samay se,
Chand Bhi na Leta Viram.
Har Ang Jaise hai chalta.
Karta Rehta Apna Kam.
Kam se hi Duniya Chalti,
Nahin to lag jata purn Viram.
यही है जिंदगी का फ़लसफा़।
जो बैठ गये करने आराम,
तो रहा ना जिंदगी का मजा।
धरती पर हर कोई करता काम।
सोचो जो ना करें ,क्या हो अंजाम।
धरती घूमें अपने समय से,
चंद्रमा भी ना लेता विराम।
हर अंग जैसे है चलता,
करता रहता अपना काम।
काम से ही दुनिया चलती,
नहीं तो लग जाता पूण विराम।
8.11pm 11Nov 2019 Monday
Kam kam aur kam.
Yehi Hai Zindagi Ka falsafa.
Job Beith Gae Karne Aaram,
Tu Na Raha Jindagi Ka Maja.
Dharti per Har Koi Karta kaam.
Socho Jo Na Kare, Kya Ho Anjaam.
Dharti Ghoome Apne Samay se,
Chand Bhi na Leta Viram.
Har Ang Jaise hai chalta.
Karta Rehta Apna Kam.
Kam se hi Duniya Chalti,
Nahin to lag jata purn Viram.
No comments:
Post a Comment