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Saturday, 3 July 2021

1696 दोहा (राधा- मीरा)


1)

*मीरा* होई बाँवरी, पा मोहन का प्यार ।

सुध बुध सगरी खो गई, भूला सब संसार ।


2)

देखे सूरत श्याम की, *राधा* बैठी घाट ।

घर की कोई सुध नहीं ,माता देखे बाट।

*संगीता शर्मा कुंद्रा चंडीगढ़*

5 .15 3 July 2021

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