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काफि़या : आ Qafia aa
रदीफ़ : गया कोई, Radeef : Gya Koi
मुझको मुझसे चुरा गया कोई ।
मुझको अपना बना गया कोई ।
अपनी धुन में, ही था हमेशा गुम।
धुन नई अब ,सुना गया कोई ।
दिल को माना था अपना बरसों से ।
अपना हक क्यों जता गया कोई ।
दिल न माने दिमाग की बातें ।
दोनों को ही लड़ा गया कोई ।
अब नहीं हक, मेरा कोई मुझ पर ।
बात मुझको बता गया कोई।
3.05pm 16 July 2021
4 comments:
क्या खूब.... वाह
वाह क्या खूब
बात मुझको बता गया कोई .....
डा यथार्थ
धन्यवाद जी
धन्यवाद जी
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