तुम दूर होना ही चाहते थे अगर नजरों से,
तो बता देते हमको, हम खुद ही दूर हो जाते ।
जो न था पसंद साथ तुम्हें मेरा,
तो क्यों हमें इस मोड़ पर लाकर छोड़ा ।
न चलते सफर पर साथ हमारे,
बता देते ,तो सफ़र पर अकेले ही निकल जाते।
मुश्किल नहीं पाना मंजिल को कोई ,
पर हो साथी अगर साथ तो हो जाते हैं ,
सफर के मुश्किल रास्ते भी आसान।
न गवारा था तुम्हें साथ तो बता देते ।
हमको पानी ही है मंजिल हम रुकने वाले नहीं।
तू नहीं साथ तो कोई हमें गम नहीं ।
हमने पकड़ी है राह हम चलते जाएंगे ।
निकल पड़े हैं अब कारवां खुद बनते जाएंगे ।
4.46 pm 16July 2021
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