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Sunday, 4 July 2021

1697 गंदी मछली पानी में, कर दे गंदा तालाब

अच्छी तुम संगती करो ,अच्छा पाओ ज्ञान ।

जो होवे संगति बुरी ,मद्दम होय मान ।


गंदी मछली पानी में, कर दे गंदा तालाब ।

दूर रहो तुम ऐसों से, सुनते न जो बात।।


जीवन में अनुशासन रहे ,मिल जाए सम्मान ।

अनुशासन हीन जीवन तो, बिल्कुल पशु समान ।।


मेहनत तुम करते रहो ,यही जीत का आधार ।

मेहनत से ही पाओगे, मंजिल अपनी पास ।


निर्बल पर तुम दया करो ,दो तुम उनका साथ ।

ऐसे कर्मों से सदा ,बढ़ता आगे समाज।

3.46pm 4 July 2021

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