21 22 12 12 22
तू मेरा कुछ तो लगता है शायद।
हां तभी दिल ये मिलता है शायद।
रात दिन मैं नहीं ,तू भी मुझको
याद कर कर के जगता है शायद।
यूं ही मिल जाते जो हैं अक्सर हम ।
कुछ तेरा मेरा रिश्ता है शायद ।
जब वो हमसे नजर चुराता है ।
तब खफा खुद से होता है शायद।
हो गई है जो दोस्ती अपनी।
देख कर जग ये जलता है शायद ।
जलने वालों को देख दिल मेरा।
मन ही मन में ये हँसता है शायद ।
जो खुली आँख से न दिखता है।
बंद आंखों से दिखता है शायद ।
मुफ्त में प्यार ये नहीं मिलता।
बिल चुकाना ही पड़ता है शायद।
प्यार का दाम क्या है दुनिया में ।
प्यार का प्यार होता है शायद ।
प्यार होता है या नहीं होता ।
पर नहीं इसमें होता है "शायद" ।
12.08 pm 26 July 2021
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