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अगर तू चाहता मुझको, मैं तेरा हो गया होता।
छुड़ाता अगर न तू दामन, तो दिल ये मिल गया होता।
बता मैंने बिगाड़ा क्या ,
तेरा कोई सहारा क्या ।
तेरा मैं चाहने वाला था,
तुझे अपना ही माना था।
थी दिल की चाह बस इतनी ,तू मेरा हो गया होता ।
अगर तू चाहता मुझको.......।
अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा ,
अभी भी मैं हूँ बस तेरा ।
तू चाहे दिल लगाना जो ,
तू चाहे पास आना तो ।
कि सब कुछ छोड़ के मैं तो ,तुम्हारा हो गया होता।
अगर तू चाहता मुझको.......।
न कर तू देर अब ज्यादा ,
कि मेरा प्रेम है सादा।
के आजा अब तो बाहों में ,
खड़े हैं तेरी राहों में।
तेरे आने से, मेरे दिल का, आंगन खिल गया होता।
अगर तू चाहता मुझको.......।
अगर तू चाहता मुझको, मैं तेरा हो गया होता।
छुड़ाता अगर न तू दामन, तो दिल ये मिल गया होता।
(धुन:: मुझे तेरी मोहब्बत का सहारा मिल गया होता)
3.03pm 29 July 2021
2 comments:
Nice 👌
Thanks ji
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