Followers

Thursday, 8 July 2021

1701Ghazal : गज़ल : मर ही जाते कि बेवफाई से

 2122 1212 22

काफि़या अर ,Qafia ar

रदीफ़ होती,Radeef Hoti


तुमको भी मेरी कुछ खबर होती।

राह में तुम जो हमसफर होती।


होते जो राजदार तुम मेरे ।

तो न हालत ये दरगुज़र होती ।(उपेक्षित अलग)


 साथ देते जो इस सफर में तुम ।

अपनी इज्जत ये बेशतर होती ।(अधिक)


 गर सहारा तेरा मिला होता ।

इस जहां में न फिर जबर होती ।(अत्याचार)


 साथ तेरा हमें मिला होता ।

पाई मंजिल ये पेशतर होती।( पहले, पूर्ब )


मर ही जाते कि बेवफाई से 

उस खुदा की न जो नजर होती।

1.40pm 08 July 2021

2 comments:

Rashmi sanjay said...

बहुत खूब

Dr. Sangeeta Sharma Kundra "Geet" said...

धन्यवादजी