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Tuesday, 31 December 2019

1146 तारीखें बदलती हैं (Taareekhen badalatee hain)Dates change

तारीखें बदलती हैं,  दिन वही रहते हैंं।
जिंदगी के सिलसिले चलते रहते हैं।
तारीखें बदलने से ज़िदगी नहीं बदलती,
जिंदगी बदलने के लिए तो,
रास्ते लंबे  चलने पड़ते हैं ।

कर कुछ कमाल की जिंदगी बदल जाए।
तारीख बदलने के साथ-साथ,
 जिंदगी की कहानी बदल जाए।
फिर हम अकेले ना हो इस राह में,
कारवाँ बन जाए फिर चलते चलते।
10.50pm 31 Dec 2019


Taareekhen badalatee hain,  din vahee rahate hainn.
Jindagee ke silasile chalate rahate hain.
Taareekhen badalane se zidagee nahin badalatee,
Jindagee badalane ke lie to,
Lambe raaste  chalane padate hain .

Kar kuchh kamaal kee jindagee badal jae.
Taareekh badalane ke saath-saath,
Jindagee kee kahaanee badal jae.
Phir ham akele na ho is raah mein,
Kaaravaan ban jae phir chalate chalate.

(English Translation )

Dates change, days remain the same.
Life goes on.
Changing dates does not change life
To change life,
We have to walk long distances.

Do some amazing life changes.
Along with changing the date,
 Let the story of life change.
Then we are not alone in this path,
People will join you it will become karwaan. 

Monday, 30 December 2019

1145 बेताब है दिल (Betaab Hai Dil) My heart is beating

शोख हसीना, कातिल ज़ुलफें ,
ऐसे में हम, क्यों ना उलझें।
खो दें हम फिर होश अपना,
देखें जब वो, कातिल नज़र से।

हम तो हारे सब कुछ अपना,
देखा उनको जब, पहली नज़र से।
गुज़रना उनका मस्त अदा से,
आँखों में फिर गुस्सा उस पे।

बैठे-बैठे सोचें अब तो ,
कैसे सहें हम उनकी अदाएं ।
बेताब हमारा दिल है इतना,पर,
हाल की उनके, न हमको खबर है।

8.00pm 30 Dec  2019 Monday



Shokh haseena, kaatil zulaphen ,
aise mein ham, kyon na ulajhen.
Kho den ham phir hosh apana,
Dekhen jab vo, kaatil nazar se.

Ham to haare sab kuchh apana,
Dekha unako jab, pahalee nazar se.
Guzarana unaka mast ada se,
Aankhon mein phir gussa us pe.

Baithe-baithe sochen ab to ,
Kaise sahen ham unakee adaen .
Betaab hamaara dil hai itana,par,
Haal kee unake, na hamako khabar hai.

(English Translation)

Cute Lady with killer Hair,
In such a situation ,
why should I not get involved.
I lose my consciousness ,
when she, see from her murderer's eye.

I lose everything including heart,
when I saw her  at  first glance.
She looks so hot when she looks back,
with anger in her eyes .

Sitting now,I am thinking
How can we bear her
Our heart is desperate, but
I dont know about her. .


Sunday, 29 December 2019

1144 वो दिन भी क्या दिन थे (Vo Din Bhee Kya Din The)What were those days

वो दिन भी क्या दिन थे,
जब रहते थे खोये खोये।
तुम ही ख्वाबो में आते थे,
इन नैनों में सोए सोए।

मैं गीत प्यार के गाता था,
उन्हीं यादों में सो जाता था ।
फिर ख्वाब तुम्हारे सजते थे,
फिर साया प्यार का आता था।

वह यादें भी बीत गई,
बिछड़ के मेरी प्रीत गई।
अब तन्हा तन्हा रहता हूँ,
कब आएगी रीत नयी।

कब आलम यह बदलेगा,
कब मन फिर मेरा मचलेगा।
कब मिलेगा साथी मझे नया,
कब समां यह फिर बदलेगा।
10.13pm 29 Dec 2019 Sunday


Vo din bhee kya din the,
Jab rahate the khoye khoye.
Tum hee khvaabo mein aate the,
In nainon mein soe soe.

Main geet pyaar ke gaata tha,
Unheen yaadon mein so jaata tha .
Phir khvaab tumhaare sajate the,
Phir saaya pyaar ka aata tha.

Vah yaaden bhee beet gaee,
Bichhad ke meree preet gaee.
Ab tanha tanha rahata hoon,
Kab aaegee reet nayee.

Kab aalam yah badalega,
Kab man phir mera machalega.
Kab milega saathee majhe naya,
Kab samaan yah phir badalega.

(English  Translation)

What were those days ,
When i was in fantasy
I  dreamt of you ,
When I Slept Thinking of you.

I used to sing songs of love,
Used to sleep in those memories.
Then your dream was decorated
Then came the shades of love .

All memories  passed,
My love fell apart.
Now I live alone,
When new things will  happen.

When will it change,
When will I fall in love again.
When will I get a new partner
When will it change again?

Saturday, 28 December 2019

1143 वक्त बदलता रहता है

घूम गई एक ही पल में,
जिंदगी की फिल्म आँखों के सामने।
सोचकर लगा फिर,
बहुत कुछ किया है, जिंदगी की छाँव में।
कुछ पल अच्छे गुजरे,
कुछ पल ऐसे जो पड़े थे गुजारने।
फिर भी अच्छा है,
ना आए वापिस जो पल पड़े गुजारने।
वक्त बदलता रहता है,
गम ,खुशी होते रहते हैं आमने सामने।
जब कभी थम जाए साँस,
हो बस वही सामने,मेरा हाथ थामने।
9.22pm 28 Dec 2019 Saturday

Friday, 27 December 2019

1142 तेरा ख्याल

मेरी जान तुम हो कमाल,
हर दम है बस यही ख्याल।
तुम दूर हो मुझसे,
मुझे है यही मलाल।

आँखों में तेरी  है जादू।
जिसे देख दिल है बेकाबू।
क्या करूँ इन धड़कनों का,
अब है यही सवाल।

तेरे ख्यालों में खोया,
रहता हूं खोया खोया।
 उबर ना पाता हूँ मैं,
छाया है कैसा जाल।

कर कुछ तो करम,
टूटे मेरा यह भरम,
या पा लूँ मैं तुझे ,
या छोड़ दूँ ख्याल।
11.12pm 27 Dec 2019

Thursday, 26 December 2019

1141 रंगीन मुलाकातें

मिले जो हम तुम,
रंगीन हो गया  समां।
बातों बातों में,
वक्त का पता ना चला।

दुख सुख सब बांटे हमने।
दिल खोलकर अपने रख दिए।
यूँ खो गए एक दूसरे में,
सब अपने वहाँ हो लिए।

यूँ होता है देखो यारों का प्यार ,
मिलते ही उनसे आ जाती है बहार ।
खिल जाते हैं मन इस तरह ,
होता है बस प्यार प्यार प्यार।
10.52pm 26 Dec 2019

Wednesday, 25 December 2019

1140 प्यार का एहसास

नफरतें जो दूर हुई ,प्यार का समा बंथा।
दूर थे जो सब, आ गये वह पास पास।
खिल उठे हैं चेहरे सब ।
जो कल तक थे, उदास उदास।

यूँ ही नफरतों से दूर हों सब।
मोहब्बतें हो जब आसपास।
हर तरफ खुशी रहे,
ना रहे कोई उदास उदास।
11.33pm 25Dec 2019 Wednesday 

Tuesday, 24 December 2019

U1139 ज़श्न ए महफिल (Zashn e Mehfil)

ज़श्न ए महफिल आबाद है।
यहाँ का ज़र्रा ज़र्रा शाद है।
खिलते रहें बज़म के फूल यूँ ही।
बस एक यही फरियाद है।

हुस्न और इश्क की बातें हैं।
सुहानी चाँदनी रातें हैं।
सब चले जाएंगे फिर अपने रस्ते,
कुछ पल की मुलाकातें हैं।

कोई खुश है कोई गमगीन है।
कोई दे रहा तस्कीन (सांत्वना) है
किसी का दामन बुझा बुझा ,
किसी का रंगीन है।

दुनिया का यही रंग रेला है।
भीड़ में भी आदमी अकेला है।
करता रहता है बयान हाल ए दिल,
फिर भी खत्म होता नहीं झमेला है।
6.42pm 24 Dec 2019

Zashn e mahaphil aabaad hai.
Yahaan ka zarra zarra shaad hai.
Khilte rahen bazam ke phool yun hi.
Bas ek yahee phariyaad hai.

Husan aur ishk kee baaten hain.
Suhaanee chaandanee raaten hain.
Sab chale jaenge phir apane raste,
Kuchh pal kee mulaakaaten hain.

Koi khush hai koi gamageen hai.
Koi de raha taskeen (saantvana) hai
Kisee ka daaman bujha bujha ,
Kisee ka rangeen hai.

Duniya ka yahee rang rela hai.
Bheed mein bhee aadamee akela hai.
Karataa Rehata  hai bayaan haal e dil,
Phir bhee khatm hota nahin jhamela hai.
(English Translation)

Party is ful lon funfilled.
Every corner is filled with life.
Flowers keep on blossoming  like this.
This is the only wish.

There are talks about beauty and love.
It is beautiful moonlight night.
Everyone will leave then on their way,
There are only some moments of meeting.

Somebody is happy, someone is inconsolable.
Someone is giving comfort to other
Some are colorless
Someone's colorful.

This is the color of the world.
The man is alone in the crowd.
Man diclose all his feelings
Still pain does not end

Monday, 23 December 2019

1138 अधूरा इश्क (Adhoora Ishk)Incomplete love

जख्म इश्क करने पर मिलेंगे मालूम था।
इसीलिए फूलों का सहारा लिया हमने।

हम सब हदें तोड़ कर बड़े तुम्हारी ओर,
पर ज़रा भी सहारा ना दिया तुमने।

नहीं मालूम किस तरह करें यह सफर,
किस ओर जाती है सड़क यह इशारा ना दिया तुमने।

बहुत संभाला मैंने दिल को तुम्हारे लिए।
फिर भी चैन ना लेने दिया इस दिल ने।

किस तरह जियूँ मैं बिन तेरे प्यार के।
जबसे कर लिया है किनारा तुमने।
8.22pm 23 Dec 2019

Jakhm ishk karne par milenge maaloom tha.
Iseelie phoolon ka sahaara liya hamane.

Ham sab haden tod kar bade tumhaaree or,
Par zara bhee sahaara na diya tumane.

Nahin maaloom kis tarah karen Yeh Safar,
Kis or jaatee hai sadak Yeh ishaara na diya tumane.

Bahut sambhaala maine dil ko tumhaare liye.
Phir bhee chain na lene diya is dil ne.

Kis tarah jiyoon main bin tere pyaar ke.
Jabase kar liya hai kinaara tumane.

(English Translation)
Incomplete love
I knew my heart get wounded for love.
That's why I take help of  flowers.

I break the limits and grow towards you,
But you did not support me at all.

Do not know how to go this way,
On which side does the path of love goes.

I handled my heart a lot .
Still this heart did not find peace.

How can I live without your love?
Ever since you have taken the edge.

Sunday, 22 December 2019

P1137 रंग बदलते मौसम (सर्दी और धुंध का बसेरा)

सर्दी के मौसम ने ऐसा घेरा है।
हर तरफ धुंध का बसेरा  है।

 कुछ नजर दूर तक   आता नहीं।
ठंड में आदमी काम कर पाता नहीं।

बाँध के बैठा है, बस हाथ पाँव।
हर आदमी का यही हाल क्या शहर क्या गाँव।

कब ठिठुरन होगी कम, बैठा है इंतजार में ।
देख रहा है रंग बदलते मौसम के, इस संसार में।

पतझड़ सावन यह संसार , गर्मी सर्दी मौसम चार।
 रंग बदलते मौसम के हरदम रहती नहीं बहार।
9.07pm 22Dec 2019

Saturday, 21 December 2019

PozU1136 सफेद चमकती बर्फ से सजी वादियाँ

सजाया है वादियों को सफेद चमकती बर्फ ने।
किस करीने से सजी है पहाड़ों की चोटियों पे ये।

सीढ़ीदार खेतों पर पड़ी जैबरा सी दिखाई देती है।
कभी लहरिया सी चुनरी ओढ़े दिखाई देती है ।

 बढ़ते हुए आगे आगे  इन घुमावदार सड़कों पर।
खो जाता हूँ देखते हुए वृक्षों  की ऊंची लंबाई को।

ये सोच कर हैरान हूँ, कौन है इस रचना का चित्रकार।
कर दी है वह चित्रकारी, जिसका मन में भी ना आए विचार।
8.35pm 21 Dec 2019 Saturday

Friday, 20 December 2019

PozU 1135 सफेद चादर फैली है हरी वादियों में (Safed chaadar phailee hai hareevaadiyon mein)White sheet spreads in green valley.

सफेद चादर फैली है हरी हरी वादियों पे।
मन क्यों नहीं हो जाता इसी तरह शांतीमय।

आंखें भी पाती है सुकून दृश्य अनुपम देखकर।
मन क्यों नहीं हो जाता शांत यह सब देख कर।

प्रकृति किस तरह संवारती रहती है खुद को।
मानव क्यों नहीं संवार पाता है इसी तरह खुद को।

पशु पक्षी हर परिस्थिति में शांत हो घूमते हैं।
 मानव क्यों परिस्थितियां बदलते ही बदल जाते हैं।

आओ सीखें प्रकृति से , संभालते रहना खुद को।
 हर परिस्थिति में, शांत होकर रहना और रखना खुद को।
7.30pm 20 Dec 2019 Friday



Saphed chaadar phailee hai haree haree vaadiyon pe.
Mann kyon nahin ho jaata isee tarah shaanteemay.

Aankhen bhee paatee hai sukoon drshy anupam dekhakar.
Mann kyon nahin ho jaata shaant yah sab dekh kar.

Prakrti kis tarah sanvaaratee rahatee hai khud ko.
Maanav kyon nahin sanvaar paata hai isee tarah khud ko.

Pashu pakshee har paristhiti mein shaant ho ghoomate hain.
Maanav kyon paristhitiyaan badalate hee badal jaate hain.

Aao seekhen prakrti se , sambhaalate rahana khud ko.
Har paristhiti mein, shaant hokar rahana aur rakhana khud ko.


(English Translation)

The white sheet spread over the green valley.
Why doesn't the mind become peaceful like this.

The eyes also get relaxed seeing the unique scene.
Why doesn't the mind become calm after seeing all this.

How nature keeps itself so calm.
Why doesn't a human find himself like this?

Animal birds roam around in every situation.
 Why humans change as circumstances change.

Come learn from nature, keep on managing yourself.
 In every situation, keep calm and keep peaceful.

Thursday, 19 December 2019

U1134 ख्वाब मुकम्मल हो .वस्ल ए यार का (Khwaab mukammal ho vasl e yaar)Meeting with beloved

मयस्सर नहीं मुझे कुरबत तेरी।
बस यही बदनसीबी है मेरी।

नसीब वालों को हासिल है सूरत ए नायाब।
एक हम हैं कि  सजाए बैठे हैं बस ख्वाब।

नवाज़िश होगी कभी तेरी, यह सोच रखता हूँ।
मोजज़ा ए रब होगा कभी ,इस पर यकीन रखता हूँ।

तगाफु़ल हो कर तेरा यूँ तबस्सुम बिखेरना।
मुंतज़िर हूँ, हो मेरी किस्मत में भी, यह तस्वीर देखना।

ख्वाब मुकम्मल हो .वस्ल ए यार का और मुझे  मिले साहिल।
ए खुदा लिख तकदीर कुछ ऐसी की हो जाए सब हासिल।
12.07pm 19 Dec 2019 Thursday
मयस्सर available ,    कुरबत closeness
नायाब Precious,    नवाज़िश kindness
मोजज़ा miracle,     तगाफुल Negligence
तबस्सुम smile,       मुंतज़िर awaiting
मुकम्मल complete, वस्ल ए यार Meetin beloved
Mayassar nahin mujhe kurabat teree.
Bas yahee badanaseebee hai meree.

Nseeb vaalon ko haasil hai soorat e naayaab.
Ek ham hain ki  sajae baithe hain bas khvaab.

Navaazish hogee kabhee teree yah soch rakhata hoon.
Mojaza e rab hoga kabhee is par yakeen rakhata hoon.

Tagaaphul ho kar tera yoon tabassum bikherana.
Muntazir hoon, ho meree kismat mein bhee, yah tasveer dekhana.

Khvaab mukammal ho .vasl e yaar ka aur mujhe  mile saahil.
E khuda likh takadeer kuchh aisee kee ho jae sab haasil.

(English Translation)
Your company is not available to me.
This is  My bad Luck.

Those who are destined to see you are lucky.
 We are just dreaming of this.

Day will come
And miracle will happen.

You look beautiful when you smile. .
I want you to see in that moment.

I want my dream come true
And meet you. 

Wednesday, 18 December 2019

U1133 महफिलें सजती रहें (Mehaphilen sajatee rahen)May get togethers be always there

महफिलें सजती रहें यूँ ही।
खुशियां  बढ़ती रहें यूँ ही।
छाई रहे हर तरफ  बहार।
दुआएं मिलती रहें हज़ार।

मिलते रहे दोस्त यूँ ही ।
कटते रहें गम यूँ ही।
सजते रहें जश्न यूँ ही।
लगता रहे खुशियों का अंबार।
7.17am 19 Dec 2019

Mehaphilen Yunhi sajatee rahen.
Khushiyaan yoon hee badhatee rahen.
Chhaee rahe har taraph  baahar.
 Duaen tumhen miltee rahe hazaar.

Milte rahe dost yoon hee .
Katate rahen gam yoon hee
Sajte rahen jashn yoon hee.
Lagata Rhe khushiyon ka ambaar.

(English Translation)
May friends meet and greet ever
Happiness continued to increase .
There should be fun everywhere.
 May you continue to pray.

Keep on meeting like this.
May sadness extinguished
May get togethers be always there
There seems to be a lot of happiness.

Tuesday, 17 December 2019

1132 (बेटा पढ़ाओ संस्कार सिखाओ )संस्कार दोनों को बराबर दो(Sanskaar Dono Ko Braabar Do)Sanskaar should be Put in both

माँ,शक्ति का रूप है हम।
पर ,परवरिश हमारी शक्तिशाली नहीं।
लजा लजा कर रहना सिखाया।
इसीलिए सब ने हमको डराया।

मुझ में जो ताकत थी माँ,
उसको तुमने बचपन में ही दबाया ।
बेटों को माहौल खुला देकर,
उनको तो दबंग बनाया।

अगर मेरी भी होती वैसी परवरिश,
तो ना ऐसे नजर रख पाते वो।
संस्कार जो मुझे दिए हैं,
बेटों को भी देते, तो न हमें डराते वो।

अब इसे बदलने में तो,
एक पीढ़ी लग जाएगी।
बचपन संभालना होगा बेटों का,
और बेटियों का भी पोषण करना होगा।

तभी समान इज्जत से दोनों,
 एक दूसरे के समक्ष खड़े होंगे।
फिर न डर एक दूसरे का होगा,
 दोनों एक दूसरे के पूरक होंगे।

शिक्षा और पोषण एक समान दो,
संस्कार दोनों में बराबर डालो।
समाज को दोनों पर अभिमान हो।
ऐसा सुंदर हमारा  समाज हो।
6.15pm 17Dec 2019 tuesday


Maa shakti ka roop hai ham.
Par ,paravarish hamaaree shaktishaalee nahin.
Laja Laja kar rahana sikhaaya.
Iseelie sab ne hamako daraaya.

Mujh mein jo taakat thee maan,
Usko tumane bachapan mein hee dabaaya .
Beton ko maahaul khula dekar,
Unako to dabang banaaya.

Agar meree bhee hotee vaisee paravarish,
To na aise najar rakh paate vo.
Sanskaar jo mujhe die hain,
Beton ko bhee dete, to na hamen daraate vo.

Ab ise badalane mein to,
Ek peedhee lag jaegee.
Bachapan sambhaalana hoga beton ka,
Aur betiyon ka bhee poshan karana hoga.

Tabhee samaan ijjat se donon,
 Ek doosare ke samaksh khade honge.
Phir na dar ek doosare ka hoga,
 Donon ek doosare ke poorak honge.

Shiksha aur poshan ek samaan to
Sanskaar donon mein baraabar daalo
Samaaj ko donon par abhimaan ho
Aisa sundar hamaara  samaaj ko

(English Translation)
We are the form of mother power.
However, raising us is not powerful.
Taught to be ashamed.
That's why everyone scared us.

Mother,there was strength in me,
You pressed it in childhood.
By opening the atmosphere to the sons,
Made them overbearing.

If I were also brought up like that,
He would not have been able to Scare us.
Sanskars given to me,
He wouldnot intimidate us if he had given sanskaar.

Now to change it,
It will take a generation.
Childhood of boys have to handle carefully,
And daughters will also have to be nurtured.

Only then both with respect each other
 Will stand in front of each other.
Then there will be no fear of each other,
 The two will complement each other.

Education and nutrition should be equal.
Sanskaar should be Put in both .
Then Society will proud of both.
Then only we get  a beautiful  society.

Monday, 16 December 2019

Poz1131 धुंध छाई है (Dhund chhai hai)Fog hasbeen dominated

धुंध देखो किस तरह छाई है,
हर चीज धुंधली दी दिखाई  है।
कुछ भी दिखता अब साफ नहीं।
धुंध छटने की भी आस नहीं।

ऐसे ही  दुनिया की आँखों पर,
अँधेरा नफरत और जुल्मों का छाया है।
लाख कोशिशों के चलते भी,
 इंसान सुधर न पाया है।

नफरत जुल्म ओ सितम की धुंध में,
करता रहता यह काले काम।
जाने कब इन सब से,
इंसान पाएगा ,आराम।

आओ इस धुंध को हटाएं।
जिससे नफरत के अंधेरे छट जाएं।
इंसान इंसान को देखे साफ।
हो हर इंसान के साथ इंसाफ।
8.14pm 16 Dec 2019 Money
Dhund dekho kis tarah chhai hai,
Har cheej thunthalee dee dikhaee  hai.
Kuchh bhi dikhta ab saaf nahin.
 Dhund chhatne ki bhi aas nahin.

Aise hi  duniya ki aankhon par,
Andhera nafarat aur julmon ka chhaaya hai.
Laakh koshishon ke chalte bhi,
 Insaan sudhar na paaya hai.

Nafarat julm o sitam ki dhundh mein,
karta Rehata yeh kaale kaam.
Jaane kab in sab se,
Insaan paega ,aaraam.

Aao is dhundh ko hataen.
Jisse nafarat ke andhere chhat jaen.
Insaan insaan ko dekhe saaph.
Ho har insaan ke saath insaaf.
(English Translation)
Look how the fog has dominated,
Everything is seen to be fainted.
Nothing looks clear now.
There is no hope of clearing of fog.

Like this on the eyes of the world,
The  dark shadow of hatred is all around.
Even after a million attempts,
 Man has not been able to improve.

In the mist of hate and oppression,
Keeps doing black work.
Dont Know, when from all this,
Human will find comfort.

Let's remove this mist.
So that the darkness of hate can be removed.
People see humanity clearly.
And every human being get Justice in the world.


Sunday, 15 December 2019

1130 याद तेरी सताए (Yaad teri satae)Your memories sadend me

बैठा हूँ सुध खोया मैं,
जाने किन यादों में खोया मैं।
याद तेरी सताए मुझे,
यादों को ऐसे संजोया मैं।

तू अब सता ना मुझको।
झलक अपनी दिखा जा मुझको।
तड़पता हूँ तेरे बगैर मैं,
बाहों में अपनी ले ले मुझको।

शाम सुहानी बीत गई।
याद तेरी मुझसे जीत गई।
रुला गई वह मुझे कदर,
पर, जीत मेरी प्रीत गई।

कैसी याद है तेरी जाना
मैंने खुद को भी ना पहचाना
 खोया रहा बस तुझ में मैं
खुद को तुझ में तुझको खुद में जाना।
9.12pm 15 December 2019 Sunday

Baitha hoon sudh khoya main,
Jaane kin yaadon mein khoya main.
Yaad teree satae mujhe,
Yaadon ko aise sanjoya main.

Tu ab sata na mujhako.
 Jhalak apanee dikha ja   mujhako.
Tadapata hoon tere bagair main,
Baahon mein apanee le le mujhako.

Shaam suhaanee beet gaee.
Yaad teree mujhase jeet gaee.
Rula gaee vah mujhe kadar,
Par, jeet meree preet gaee.

Kaisee yaad hai teree jaana
Mainne khud ko bhee na pehachaana
Khoya raha bas tujh mein main
Khud ko tujh mein tujhako khud mein jaana.

(English Translation)
I am sitting lost,
Dont know in which memories I lost.
Your memories sadend me,
I cherished memories like this.

You don't bother me anymoreb
 Show me your glimpse
I yearn without you,
Take me in your arms.

The evening was pleasant.
Your memories won .
Youmade me cry so,
But my love won.

While rememberIng you
I lost myself.
 lost in such a way that
Feel myself in you and you in me.


Saturday, 14 December 2019

E1129 दूर रहकर भी तेरे पास (Dur Rehakar bhee tere Pass)Feeling close staying away

काँपती हुई ठंड में भी , तेरी यादें,
ले आती है मुझ में,गर्मी का एहसास।

दूर रहकर भी तेरे बारे में सोचना,
ले आता है मुझे तेरे बहुत पास।

जाने क्या ढूँढती रहती हैं खुद में,
 मेरी आँखे , जाने कौन सी है प्यास।

जाने कब तू आएगी सामने मेरे,
जाने कब पूरे होंगे मेरे ख्वाब।
9.08pm 14 Dec 2019 Saturday

Kaanpatee huee thand mein bhee , teree yaaden,
 Le aatee hai mujh mein,garmee ka ehasaas.

Dur Rehakar bhee tere baare mein sochana,
Le aata hai mujhe tere bahut paas.

Jaane kya dhoondhatee rahatee hain khud mein,
 Meree aankhe , jaane kaun see hai pyaas.

Jaane kab too aaegee saamane mere,
Jaane kab poore honge mere khvaab.

(English translation)
Your memories, even in the shivering cold,
 Brings me, a feeling of heat.

Thinking about you ,even  being far,
Brings me very close to you

Dont Know what My eyes,lare ooking for
within me, Dont know what  thirst within me.

Dont Know when you will come in front of me,
Dont Know when my dreams will be fulfilled.

Friday, 13 December 2019

1128 कुछ पल भूल जा ख्वाबों को (kuchh pal bhool ja khvaabon ko)Forget dreams for few moments.

ख्वाबों में जब बनती है बनावट।
और होती है ख्वाबों की  सजावट।
फिर इंसान करता है दिखावट।
इन सबके चलते ही होती है गिरावट।

भूल जाता है इंसान करम अपना।
दिखावट में पाल लेता है भरम अपना।
जिंदगी बन जाती है बस, पूरा करना सपना।
इस सब में भूल जाता है, कौन पराया कौन अपना।

सपना पूरा करने को रहती है दौड़ भाग।
भूल जाता है , कौन है अपने आसपास।
खुशी पास नहीं आती , रहता है उदास।
हो जाए पूरा सपना, हरदम रहती है यही आस।

बंदे कुछ पल भूल जा इन ख्वाबों को
जो तू चैन से सो पाए रातों को।
मत दौड़ बदलने इन हालातों को।
तभी तू छोड़ पाएगा इन अफसादों को।

तभी सकून से कटेगी जिंदगी।
कर पाएगी ख्वाब पूरे यह जिंदगी।
तभी  होंगी खुशियाँ  आसपास,
तभी पूरी होगी यह जिंदगी।
9.51am 13 Dec 2019
Khvaabon mein jab banati hai banaavat.
Aur hoti hai khvaabon kee  sajaavat.
Phir insaan karata hai dikhaavat.
In sabake chalate hee hotee hai giraavat.

Bhool jaata hai insaan karam apana.
Dikhaavat mein paal leta hai bharam apana.
Jindagee ban jaatee hai bas, poora karana sapana.
Is sab mein bhool jaata hai, kaun paraaya kaun apana.

Sapana poora karane ko rahatee hai daud bhaag.
Bhool jaata hai kaun hai apane aasapaas.
Khushee paas nahin aatee, rahata hai bas udaas.
Ho jae poora sapana, haradam rahatee hai yahee aas.

Bande ,kuchh pal bhool ja in khvaabon ko.
Jo Tu chain se so pae raaton ko.
Mat daud badalane in haalaaton ko.
Tabhee Tu chhod paega in Afasaadon ko.

Tabhee sakoon se kategee jindagee.
 Kar paegee khvaab poore yeh jindagee.
 Tabhee  hongee khushiyaan  aasapaas,
 Tabhee pooree hogee yeh jindagee.

(English translation)


When the texture is formed in dreams.
And there is the decoration of dreams.
Then man does appearance.
Due to all this, there is a decline.

Man forgets his Purpose of taking birth(Karama)
To show off is his only style.
Life becomes just a dream to fulfill.
In all this, one forgets who is own in world.

All day he runs to fulfill the dream.
Forget who is around ,
Happiness does not come close, and remain sad.
The will dream fulfill, this hope always remains.

O fellow, forget these dreams for a few moments.
Relax so that you could sleep in nights.
Don't try to change these conditions.
Only then you will be able to leave this stress.

Only then you will find peace in  life.
Then only Will be able to fulfil your dreams.
 Only then happiness will be around,
 Then only life has feelings of completion. 

Thursday, 12 December 2019

1127 दम लगा के हईशा (Damm laga k Haisha) Get the floor

घोर अँँथेरा,
मुश्किल राहें।
बढ़ते जाएं,
पा लें मंजिल,
जो हम चाहें।

दमदार इरादे,
खुद से वादे।
पूरे करने,
जो़र लगाके
जो हम चाहें।

नेक हैं बंदे,
अच्छे धंधे।
करने हमको,
दिल लगाके।
करते जाएं।

कभी ना रुकें,
कभी ना झुकें।
बढ़ते जाएं,
जोश है पूरा ,
मंजिल पाएं।
10.30pm 12 Dec 2019

Ghor annthera,
Mushkil raahen.
Badte jaen,
Pa len manjil,
Jo ham chaahen.

Damadaar iraade,
Khud se vaade.
Poore karane,
Jor lagaake
Jo ham chaahen.

Nek hain bande,
Achchhe dhandhe.
Karane hamako,
Dil lagaake.
Karte jaen.

Kabhee na ruken,
Kabhee na jhuken
Badhate jaen,
Josh hai poora ,
Manjil paen.

(English  translation)

Very dark,
 Difficult paths.
Go on,
Get the floor,
Whatever we want.

Strong intentions,
Promises to yourself.
To complete,
With full force,
Whatever we want.

Nice people ,
Good business
We do,
With heart.
We do it.

Never stop.
Never bow.
 Go on,
Full of Passion .
Get the floor.


Wednesday, 11 December 2019

1126 राबता दिल का (Raabta Dil Ka) Heart to Heart Connection

राबता दिल का दिल से तो हुआ,
पर नजरें नहीं मिल पाई।
दिल के दिल में रह गये जज़बात,
बात दिल की ना बाहर आ पाई।

दूरियांँ बढ़ती रहीं पल पल,
राबता होते हुए भी दिलबर।
ना एक दूसरे के  हुए हम,
ना बढ़ पाई प्यार की गहराई।

कब तक मैं यूँ ही तड़पता रहूँ।
कब तक ना बात दिल की कहूँ।
सुन दिलबर मेरे दिल की पुकार,
आ बन तू मेरी प्यार की परछाई।
9.58pm 11 Dec 2019 Wednesday

Raabata dil ka dil se to hua,
Par najaren nahin mil paee.
Dil ke dil mein reh gaye jazabaat,
Baat dil kee na baahar aa paee.

Dooriyaann badhtee raheen pal pal,
Raabata hote hue bhee dilbar.
Na ek doosare ke  hue ham,
Na badh paee pyaar kee gaharaee.

Kab tak main yoon hee tadapata rahoon.
Kab tak na baat dil kee kahoon.
Sun dilabar mere dil kee pukaar,
Aa ban tu mere pyaar kee parachhaee.


(English Translation)
Heart to heart connection


Our hearts connected,
But eyes could not meet.
Emotions remain in the heart
The heart could not come out.

Distance kept increasing moment by moment,
 Despite being connected.
Neither we become of each other
Nor depth of  our love  increase.

How long do I keep on suffering like this?
Till when can I say anything about my heart
Hear my heart call out to  heart,
Come, you are my shadow of love.





Tuesday, 10 December 2019

1125 मुझे है तेरी आरजू (Mujhe hai teri aarajoo) I Want You

माना तुझे नहीं है मेरी, जुस्तजू।
मैं फिर क्यों करता हूँ तेरी आरजू।
आजा तू मेरे रूबरू,
जो तुझे  हाल ए दिल मैं कह सकूँ।

तू चाहे मुझसे दूर रहे,
मैं फिर भी तेरे पास रहूँ।
चाहे हो ना हो तुझे, मेरी जुस्तजू,
फिर भी तुझे मैं अपना, कह सकूँ।
10.35pm 10 Dec 2019 Tuesday

Mujhe hai teree aarajoo
Maana tujhe nahin hai meree justajoo.
Main phir kyon karata hoon teree aarajoo
Aaja too mere roobaroo,
Jo main tujhe  haal e dil keh sakoon.
Too chaahe mujhase door rahe,
Main phir bhee tere paas rahoon.
Chaahe ho na tujhe meree justajoo,
Phir bhee tujhe main apana kah sakoon.

(English Translation )

I Want You

I want you,  wherever I know,
I am not your favorite
Why do Iwant you again and again.
Plwase Come, I want you to be my friend
So that I can open my heart to you.
You may stay away from me
But, I still stay with you.
Whether you like me or not
But, I can still call you mine.

Monday, 9 December 2019

1124 मन की बात(Mann ki Baat)Mind Matter

जितने शब्द हैं मेरे पास,
उनसे ही मैं कहता हूँ,
मन की बात।

वैसे ,शब्दों मैं क्या रखा है।
बातें तब भी हो जाती हैं।
जब हो जाता है एहसास।

कहने सुनने में क्या रखा है।
आंखें आंखों से कहती हैं।
दिल के जज्बात।

आजा बैठे आसपास,
तुझसे मैं बोलूं ,
मुझसे तू बोले मन की बात।
10.51pm 9 Dec 2019
Man kee baat
Jitne shabd hain mere paas,
Unase hee main kehata hoon,
Mann kibaat.

Vaise ,shabdon main kya rakha hai.
Baaten tab bhee ho jaati hain.
Jab ho jaata hai ehasaas.

Kehane sunane mein kya rakha hai.
Aankhen aankhon se kahatee hain.
dil ke jajbaat.

Aaa ja baithe Aaasapaas,
Tujhase main boloon ,
Mujhase tu bole man kee Baat

English translation

(Mind Matter)
The words which  I Know,
Will only Communicate through them,
My Heart matter.

By the way, what kept in words.
Things happen even then.
When we realize without saying any word .

What is kept in listening and saying.
The eyes say to the eyes.
Emotion of heart.

Come sit around,
I say to you,
You spoke to me about your heart
About your feelings. 

Sunday, 8 December 2019

1123 बस तेरा ख्याल

ख्यालों में तुम रहती हो इस कदर, कि ख्याल भूल जाता है।
कई सवाल है मन में ,तेरे सामने आते ही सवाल भूल जाता है।

कब घर कर गई तुम मेरे मन में ,यह मुझे ख्याल नहीं आता है।
 जहाँ तक पीछे नजर दौडा़ता हूँ, बस खयाल ही नज़र आता है।

तन्हाइयों की कब तू मेरी साथी बनी, याद नहीं आता है।
बस ख्याल ही आता है , जो मुझे हमेशा तड़पाता है।

फिर भी सोचता हूँ,मेरा साथी एक ख्याल तो है।
 उनका क्या होता होगा, जिनको ख्याल भी नहीं आता है।
10.32pm 8 Dec 2019 Sunday


Khyaalon mein tum Rehatee ho is kadar, ki khyaal bhool jaata hai.
Kaee savaal hai man mein ,tere saamane aate hee savaal bhool jaata hai.

Kab ghar kar gaee tum mere man mein ,yah mujhe khyaal nahin aata hai.
Jahaan tak peechhe najar daudata hoon, bas khayaal hee nazar aata hai.

Tanhaiyon kee kab too meree saathee banee, yaad nahin aata hai.
Bas khyaal hee aata hai , jo mujhe hamesha tadapaata hai.

Phir bhee sochata hoon,mera saathee ek khyaal to hai.
 Unaka kya hota hoga, jinako khyaal bhee nahin aata hai.
10.32pm 8 daich 2019 sunday
1123 just your idea
You live in my thoughts so much that I forget all other thoughts.
There are many questions in the mind,I forget all as soon as you comes to my mind.

When you comes to my mind, I don't think about any other thing.
 As far as I look back, only your thoughts are visible.

I do not remember when you became my companion of lonliness.
Only thought comes, which always torments me.

Still, I think my partner is your thought.
 What would happen to them, who do not even that privilege .

Saturday, 7 December 2019

USQ1122 तेरे पीछे छोड़ दी दुनिया , और तू कहता है प्यार नहीं।

तेरे पीछे छोड़ दी दुनिया ,
और तू कहता है प्यार नहीं।
दावे करता है तू मोहब्बत के ,
और मेरा कुछ कहना तुझे दुश्वार नहीं।

जो तू चाहे वही हो ,
ऐसा हमेशा होता नहीं।
 नाव डोलेगी ही इधर-उधर ,
जब तक हाथ में पतवार नहीं।

 तेरी बातें तू ही समझे ,
हमसे चाहे तू सुझाव नहीं।
औरों को तू क्या रोकेगा ,
जब खुद पर तुझे इख्तियार नहीं।

समझ तुझे तब आएगा ,
जब होगा उसका कुछ लाभ नहीं।
डूँडेगा तब तू हमें ,
जब होंगे हम आस पास नहीं।
4.15pm 7 Dec 2019 Saturday

Friday, 6 December 2019

E1121 उनकी तो पल में मुक्ती हो गयी

उनको मिलना तो चाहिए था दंड।
करना चाहिए था उनका अंग भंग।
यह तो बहुत आसान मौत हो गई।
उनकी तो पल में मुक्ति हो गई।

कहाँ तड़पना उनको समझ आया।
कहां उनकी हैवानियत ने उनको डराया।
वो तो पल में मुक्त हो गए।
आराम से दुनिया से छुट्टी हो गई।

उनको भी कुछ एहसास होता बेज्जती का।
 शरीर छलनी होता दर्द से उनका।
 कुछ पल तो वो कराहते खुद को देख कर।
जैसा चाहती थी दुनिया, वैसी उनकी दुर्गति ना हुई।

उनको मिलना तो चाहिए था दंड।
करना चाहिए था उनका अंग भंग।
यह तो बहुत आसान मौत हो गई।
उनकी तो पल में मुक्ति हो गई।

11.04pm 6 Dec 2019 Friday

Thursday, 5 December 2019

1120 आत्मा का हिसाब (Aatma Ka Hisaab)

रूह जब तन से अलग हो जाएगी,
यहीं रह जाएगा शरीर।
यही रहेगा ,कितना तू पढ़ा लिखा है,
कितना है तू अमीर।

कर्मों के जब हिसाब  होंगे।
आत्मा के तब जवाब होंगे।
तब पूछा जाएगा तुझसे,
कौन से अच्छे कर्म करे, लेकर यह शरीर।

फिर कहाँ तू बच पाएगा।
तब किया सामने आएगा।
जो सच होगा वही दिखेगा तुझको
चलेगी ना तब कोई तरकीब।

अभी समय है सोच ले बंदे।
 बंद कर अपनी काले धंधे।
कर अच्छे काम ना कर मंदे।
कुछ फर्क नहीं है, तू अमीर या गरीब।

 शरीर कर्मों का साधन है।
इससे ले ले अच्छे काम।
बाद में तेरा नाम रहेगा।
ना जाना होकर बदनाम।
8.49am 6 Dec 2019

Rooh Jab Tumse alag ho jayegi.
Yahin Reh Jaega Sharir.
Yahin Rahega, Kitna bhi tu padha likha hai.
Kitna Bhi hai tu Amir.

Karmon Ke Jab hisab Honge.
Atma ke tab jawab Honge.
Tab poochha Jaega Tumse,
Kaun se acche karm Kare, Lekar Yeh Sharir.

Fir Kahan Tu Bach payega.
Tab Tera Kiya Samne aaega.
Jo Sachh Hoga ,Vahi dikhega Tujhko.
Chale gi na tab Koi tarkeeb.

Abhi Samay Hai, Soch Le Bande.
 Band kar Apne ,Kale dhandhe.
Kar acche Kaam, Na Kar Mande.
Kuchh Fark Nahin Hai, Tu Amir hai ya Garib.

Sharir Karmon ka sadhan hai.
Isse Le Le Acche kaam.
Bad Mein Tera Naam rahega
Na Jana Ho Kar Badnaam.

Wednesday, 4 December 2019

1119 जिद्द (Jidd)

क्यों आज तू जिद्द पर अड़ी है।
 छोड़ दे जिद्द तू अपनी,
 मत सोच जिद्द किसकी बड़ी है।

एक दूसरे के ऊपर,
 तोहमत लगाने से कुछ ना होगा।
रोक दे ,जो ये तोहमतों की झड़ी है।

निकल जाएगा वक्त जिद्द करते,
 और भी उलझने बड़ी हैं।पर,
उम्र प्यार की बस घड़ी दो घड़ी है।

अड़ी रहोगी जो पहाड़ सी जिद्द लेकर।
 कैसे निकल पाओगी,
जो नदी जिंदगी की खड़ी है।

भूल जा अपनी जिद्द को,
सामने देख अपनी मंजिल को।
क्यों तुझे अब दुनिया की पड़ी है।
10.52pm 4 Dec 2019
Kyon aaj Tu Jidd Pe Adi Hai
Chod De Jidd tu apni
Mat Soch Jidd kiski badi hai.

Ek dusre ke upar,
 Tohmat Lagane se Kuchh Na Hoga.
 Rok De Jo Yeh Tohmaton ki Jhadi Hai.

Nikal Jayega Waqt Jiddh Karte ,
Aur bhi Uljhnen Badi Hain, per
 Umar Pyar Ki Ghadi Do Ghadi hai.

Adi rahogi Jo Pahad Si Jidd Lekar ,
Kaise nikal paogi.
Jo Nadi Zindagi ki khadi hai.

Bhul Ja apni Jidd ko ,
Samne dekh apni manzil ko.
Kyon Tujhe Ab Duniya Ki padi hai.


Tuesday, 3 December 2019

1118 बाप भी सोचेंगे अब , कहीं ऐसा बेटा पैदा ना हो(Baap Bhi Sochenge ab, Kahin Aisa Beta paida na ho)

बिखर रही थी ,उधड़ रही थी जिस पल में,
यादें आई उस पल मुझको बचपन की।
जब पापा मुझे अपनी परी कहते थे,
क्यों नहीं मैं उड़ गई उस पल गगन में।

सोच रही थी , दिए संस्कार मुझे बहुत।
 पर इन बेटों को भी कुछ सिखाते इनके बाबा।
 माँ,बहन , बेटी उनके घर में भी तो होगी,
काश, उस पल उनको याद आ जाता।

उजड़ रही हूँ,बिखर रही हूँ, कोई साथ नहीं।
साँसो पर भी पहरा डाल दिया है,
बचने की अब कोई आस नहीं।
काश, भगवान आते, दे जाते इनको सद्बुद्धि वो।

अब मैं तो ना बच पाऊँगी।
मेरे पीछे जब इनको पकड़ो,
इनके बाबा को भी लाना तुम।
पूछना, ज़रा
यह वही बेटे हैं जिनके लिए बेटी कोख में मारे हो।

अब देखो अपनी उपज और अपने संस्कारों को।
जिन बेटों पर बड़ा अभिमान था उनको,
लाए हैं कैसे मोड़ पे उनको वो।
बोलें उनको ही... अब, अपनी फसल काटने को।

जैसे बेटियों को कोख में मार देते हैं।
बाप भी सोचेंगे अब, कहीं ऐसा बेटा पैदा ना हो।
आज जिस इज्जत से मैं रह रहा हू़ँ।
कल इन बेटों की वजह से बेइज्जत ना हो।
7.53pm 3 Dec 2019

Bikhar rahi thi ,Udhar rahi thi, Jis Pal Main.
Yad Aai us Pal Mujhko bachpan ki.
Jab papa Mujhe Apni Pari Kahate the,
Kyon Nahin Mein uddGai, Us Pal Gagan mein.

Soch rahi thi Diye Sanskar mujhe bahut.
Par In Beton ko bhi Kuchh sikhate inke Baba.
Maa, behan, beti unke Ghar Mein Bhi To Hogi.
Kash....Us Pal Un Ko Yad Aa jata.

Ujad rahi hun ,Bikhar rahi hun, Koi Sath Nahin.
Sanson per bhi Pehra Dal Diya Hai,
Bachne Ki Ab Koi Aas Nahin.
Kash ...Bhagwan Aate,De Jaate Inko sadbuddhi Vo.

Ab Main To Na Bachh paungi.
 Mere Piche Jab Inko pakdo....
Inke Baba ko bhi Lana Tum.
Puchna Zara...
Yeh Vahi bete Hain ,Jinke Liye beti Kokh Mein Maare Ho.

Ab dekho apni Upaz, aur apne sanskaron ko.
Jin Beton per Bada Abaimaan tha unko,
 Le hain kaise Mod per unko Vo.
Bolen unko hi.... ab apni fasal kaatne ko.

Jaise Betiyon ko Kokh Mein Maar Dete Hain,
Baap Bhi Sochenge ab, Kahin Aisa beta Paida Na Ho.
Aaj Jis Izzat Se main Jee raha hoon.
Kal In Beton ki vajah se Beizzatt Na Ho.

Monday, 2 December 2019

1117 तेरा साथ (Tera Sath)

रहना तो चाहते हैं पास तुम्हारे।
पर कैसे करें दीदार तुम्हारे।
रिश्ता ही जाने कैसा है अपना,
कैसे जोडूँ अपना नाम, संग तुम्हारे।

आँखे तरसे दीदार को,
 बैठे  हैं हम नैन पसारे।
धीमे धीमे दिन कटता है।
देर से आते हैं साँझ और तारे।
10.00pm 2 Dec 2019 Monday

Rehna to Chahte Hain pass Tumhare.
 Per kaise karen Didar Tumhare.
Rishta Hi Jaane Kaisa Hai Apna.
 Kaise joden Apna Naam Sang Tumhare.

Aankhe Tarse Didar ko,
 Baithe Hain  Nain Psaare.
Dhime Dhime Din Katta hai ,
Derse Aate Hain Sanzh or Taare.

Sunday, 1 December 2019

Poz1116 आजकल फूल भी ऐसे हो गए (Aaj Phool Bhi Aise Ho Gae)

कभी फूल होते थे खुशबू से भरे,
आज फूल भी इंसानों की तरह हो गए।
रंग तो बहुत बदल रहे हैं फूलों के,
मगर, एहसास इंसानों की तरह हो गए।
फर्क नहीं  रहा असली और नकली में,
सब फूल इंसानों की तरह हो गए।
क्या कहूं समझ नहीं आ रहा।
फूल ऐसे थे , या इंसान ऐसे थे।
इंसान ऐसे हो गए या फूल ऐसे हो गए।
11.50pm 01 Dec 2019

Kabhi Phool Hote the Khushbu Se Bhare.
Aaj Pul Bhi insanon ki tarah ho gaye.
Rang to bahut Badal rahe hain Phoolon Ke,
 Magar, Ehsaas insaano ki tarah ho gaye.
Farak nahin Raha asali aur nakali mein,
 Sab Phul insaano ki tarah ho gaye.
Kya kahun samajh Nahin Aa Raha.
 Fool Aise the, ya Insan Aise the.
Insan Aise ho gaye ,ya Phool Aise ho gaye.

Saturday, 30 November 2019

Poz1115 दुनिया का फेरा (Duniya Ka Phera)

मत भूल बंदे तू समय के चक्कर को,
यह कभी नहीं भूलता अपना घूमना।
जो तू बोएगा वही तुझे काटना होगा,
जब कर रहा हो काम,यह कभी ना भूलना।

दुनिया में आना जाना लगा रहेगा।
रह जाएंगे तो तेरे अच्छे काम।
तू अपने कर्मों का खजाना बनाता जा।
इन कर्मों से ही होगी तेरी तुलना।

लोगों का क्या है वह तो कुछ बोलेंगे ही।
तुझ से बेहतर तुझे कोई नहीं जानता है।
जो मानता है तू सच्चा है अपने काम में ,
तो नहीं पड़ेगा डर सामना करना।

जो तू होगा सच्चा और सदगुण वाला।
समय तेरा बीत जाएगा चैन से ।
बिता कर फिर इस दुनिया का फेरा,
हो जाएगा तेरा उस ऊपर वाले से मिलना।
6.10pm Saturday 30 Nov 2019
Mat Bhul Bande Tu Samay Ke Chakkar ko.
Yah Kabhi Nahin bhulta Apne ghumna.
Jo Tu boega ,Vahi Tujhe Kartna Hoga.
Jab kar raha ho kam, yah Kabhi Na Bhulna.

Duniya mein aana jana Laga rahega.
 Reh Jaenge to, Tere acche kam.
Tu apne Karmon ka khajana banata Ja.
In Karmon Se Hi Hogi Teri Tulna.

Logon Ka Kya Hai ,Veh To Kuchh bolenge hi.
Tujh se behtar Tujhe Koi Nahin Jaanta hai.
Jo manta hai tu Saccha hai ,apne kam mein.
To Nahin padega Tujhe Dar Se Milana.

Jo tu hoga Saccha aur sadgun wala,
 Samay Tera bhi chahega chain se.
Bita kar Fir Is Duniya Ka Fera,
Ho jaega Tera use upar wale se milna.

Friday, 29 November 2019

1114 यह जरूरी तो नहीं (Yeh Jaruri To Nahin.)

हमने मानी बड़ों की बातें,
छोटे भी अब मानेंगे ,यह जरूरी तो नहीं।
अपने बड़ों का कहना मानो।
 छोटे भी अब पाठ पढ़ेंगे ,यह जरूरी तो नहीं।

जमाना कितना बदल गया है।
जाने किस रास्ते पर चल पड़ा है।
किसी को किसी की परवाह नहीं है।
कोई दूसरे के बारे में सोचे, आज जरूरी तो नहीं।

आजकल, सबका अपना मूड होता है।
दुनिया से हर कोई, दूर होता है।
रहता है अपनी ही दुनिया में खोया।
तुम्हारे साथ वह समय बिताए यह जरूरी तो नहीं।

आज के बच्चे ऐसे ही हैं।
सहना होगा ,जैसे भी हैं।
जितना तुमने उनको दिया है।
उनसे भी वह प्यार मिले,यह आज जरूरी तो नहीं।
5.10 pm 29Nov 2019 Friday
Humne mani Badon ki baten,
Chote Bhi Ab manenge ,Yeh Jaruri To Nahin.
Apne bado Ka Kehna Mano,
 Chhote bhi ab Path padenge,Yeh Jaruri To Nahin.

Jamana Kitna Badal gaya hai,
Jane Kis Raste per chal Diya Hai.
Kisi Ko Kisi Ki Parwah Nahin Hai.
Koi dusre ke bare mein soche ,Aaj Jaruri To Nahin.

Aajkal sabka Apna mood Hota Hai.
Duniya Se Har Koi Dur Hota Hai.
Rehta hai apni hi Duniya Mein Khoya.
Tumhare sath Voh Samay bitaiye Yeh Jaruri To Nahin.

Aaj ke bacche aise hi hain.
Sehna Hoga Jaise Bhi Hain.
Jitna Tumne unko Diya Hai,
 Unse Bhi vah Pyar Mile, yah Jaruri To Nahin.

Thursday, 28 November 2019

U1113 टूटा दिल (Tuta Dil)

टूट जाता है दिल,
जब अपने जख्म देते हैं।
कौन कहता है,
अपने मरहम देते हैं।

टुकड़े-टुकड़े बिखरा है,
हर जगह लहू फैला है।
कौन कहता है जख्म भर जाएगा।
अभी तो जख्म खुला है।

अब सोच मत कर ऐ दीवाने,
खुद ही तूने प्यार किया है।
 यही अंजाम है प्यार का,
प्यार को कब प्यार मिला है।
8.50pm 28 Nov 2019 Thursday


Tut Jata Hai Dil
Jab Apne jakhm Dete Hain.
Kaun Kehta Hai,
Apne Marham Dete Hain.

Tukunde tukunde bikhra hai,
Har Jagah Lahu faila hai.
Kaun Kahta Hai jakhm Bhar Jayega,
Abhi to jakhm khula hai.

Ab Soch Mat Kar E Diwaane.
Kud Hi Tune Pyar Kiya Hai.
 Yahi Anjam Hai Pyar Ka,
Pyar Ko kab Pyar mila hai.

Wednesday, 27 November 2019

1112 तू ही प्यार (Tu Hi Pyaar)

तेरे प्यार की दरकार है।
इस दिल को तुमसे प्यार है।
तू है तो सनम,
 हर तरफ बहार ही बहार है।

तुझसे ही मेरा संसार है।
तू ही मेरा प्यार है।
तू ही जिंदगी है मेरी,
तुझसे ही घर द्वार है।

तुझसे मेरा गुलशन खिला।
फूलों पर भी आई बहार है।
 हर तरफ खुश फैली
महका मेरा घर संसार है।
10.20pm 27 Nov 2019 Wednesday
Tere Pyar Ki Darkar Hai.
Is Dil Ko Tujh Se Pyar Hai.
Tu Hai Tuo Sanam ,
Har Taraf Bahar hi Bahar hai.

Tujhse Hi Mera Sansar Hai
 Tu Hi Mera Pyar Hai.
Tu Hi Zindagi Hai Meri,
 Tujhse hi Ghar Dwar hai.

Tujhse Mera Gulshan Khila.
Phoolon per bhi Aayi Bahar hai.
Har Taraf Khushi Hai Phelee
Mehka Mera Ghar Sansar Hai.

Tuesday, 26 November 2019

SQ1111 इंतजार है तेरा (Intezar Hai Tera)

सुहानी शाम में इंतजार है तेरा।
तुझे मिलने को सनम दिल बेकरार है मेरा।
ख्वाब तेरे सज रहे हैं इन आँखों में।
तुझे सामने पाने को दिल बेकरार है मेरा।

तुझसे ही मेरी जिंदगी है सनम।
तू नही तो कहाँ कुछ जिंदगी में है सनम।
तू है जिंदगी में , तो सुकून है।
तू नहीं तो दिल बेजा़र है मेरा।

मेरी धड़कनों में तेरी धड़कन है बसी।
तुझसे ही तो, जीने की लगन है लगी।
तेरे बिना मेरा गुलशन वीराना है।
तेरे होने से ही उसमें ,रंग ए बाहर है भरा।

अब इंतजार मुश्किल है सनम।
आकर ,कर पूरे अरमान ओ सनम।
भरले मुझे  बाहों में अपनी।
तेरी बाहों में आने को दिल बेताब है मेरा।
5.42pm 26Nov 2019 Tuesday
Suhani Sham Mein Intezar Hai Tera.
Tujhe Milne Ko Sanam, Dil Bekarar Hai Mera.
Khwab Tere Saj rahe hain,In  Aankhon Mein.
Tujhe Samne pane Ko, Dil Bekarar Hai Mera.

Tujhse Hi Meri Zindagi Hai Sanam.
Tu Nahin to kahan Kuchh Jindagi Mein Hai Sanam.
Tu Hai Zindagi Mein ,Tuo Sukoon Hai.
Tu Nahi To Dil per Bezaar Hai Mera.

Meri Dhadkanon Mein Teri Dhadkan Hai Basi.
Tujhse hi to Jeene Ki Lagan Hai Lagi.
Tere Bina Mera Gulshan Virana hai.
Tere hone s ehi usmein ,Rang e Bahar hai Bhra

Ab Intezar Mushkil Hai Sanam.
Aakar kar pure Armaan O Sanam.
Bhar le Mujhe Bahon Mein Apni.
Teri Bahon Mein Aane Ko Dil Betaab Hai Mera.


Monday, 25 November 2019

USQ1110 स्त्री पुरुष(Istri Purush)

स्त्री पुरुष के संगम से,
बनता यह संसार।
जब तक तार जुड़े नहीं,
बाजे नहीं सितार।

पावन रूप यह हो जाता,
जब मन में होता प्यार।
प्रेमभाव से पूर्ण हो,
चलता यह संसार।


जग में तो भगवान भी,
स्त्री बिना अधूरे हैं ।
बिन स्त्री (शक्ति) के उनके,
कहाँ काम हुए पूरे हैं।

जहांँ प्रेम का अभाव हो,
स्त्री पुरुष मत में एक नहीं।
वह जगह फिर फलती नहीं,
रहता सदा विकार।

आओ  प्रेम से पूर्ण करें,
जग में अपने काम।
पूर्णता को प्राप्त कर,
जग से करें प्रस्थान।
2.20pm 25 Nov 2019 Monday

Stri Purush ke Sangam se,
 Banta  yeh Sansar.
Jab tak Taar Judein Nahin,
Baaje Nahin sitar.

Pavan rup Yeh ho jata,
Jab Man Mein Hota Pyaar.
Prem Bhav se purn ho,
 Chalta yeh Sansar.

Jag Mein to Bhagwan bhi,
Istriy Bina adhure Hain.
Bin Istry( Shakti )ke unke,
Kahan kam Hue pure Hain.


Jahan Prem Ka Abhaav Ho,
Istri Purush Matt Main Ek Nahin.
Veh Jagah Phir Phalti Nahin,
Rehta Sada Vikar.



Aao Prem Se Puran Karen
Jag mein Apne kaam.
Purnta Se prapt kar,
 Jag Se Karen prasthan.

Sunday, 24 November 2019

1109 कुछ पल गुजार सुकून के (Kuch Pal Guzar Sukun ke)

दौड़ती भागती इस जिंदगी में,
कुछ पल ठहर जाना।
कितना सुकून देता है।

दूर से देखना अपनी मंजिल को,
फिर बढ़ कर उसे छू लेना।
कितना सुकून देता है।

रोज एक नया मुकाम तय करना,
फिर उसकी खुशी मनाना।
कितना सुकून देता है।



फिर भी कुछ पल ऐसे हैं,जब,

ना पा पाएं मंजिल अपनी,
 सोचें फिर भी, हमने कोशिश की।
यह सोचना कितना सुकून देता है।

मैं राही हूँ अपनी मंजिल का,
 बहुत रास्ता तय कर लिया मैंने।
यह सोचना कितना सुकून देता है।

जिंदगी तो चलती ही रहनी है,
कोई बात नहीं, रुकेगी भी ,चलेगी भी।
तू कुछ पल गुजार सुकून के।
1109 10.11pm 24Nov 2019 Sunday

Dodtii Bhagti Is Zindagi Mein
Kuchh Pal Thehar Jana.
Kitna sukun deta hai.

Dur Se dekhna apni manzil ko,
 Fir Badhkar use Chhu lena.
Kitna sukun deta hai.

Roz Ek Naya Mukaam Taiy Karna,
Fir  uski Khushi Manana.
 Kitna sukun Deta Hai.

Fir Bhi Kuchh Pal Aise Hain Jab......

Na pa Payen Manzil apni,
Soche Fir Bhi Humne koshish ki.
Yah sochana, Kitna sukun deta hai.

Main Rahi Hun  Manzil ka Apni,
 Bahut Rasta Tay kar liya maine.
Yah Suchna.. Kitna sukun deta hai.

Jindagi to Chalti hi Rehti hai.
Koi baat nahin Rukegi bhi ,Chalegi bhi.
Tu Kuchh Pal Gujar sukun ke.

Saturday, 23 November 2019

SQU1108 अपना पैमाना खुद बन (Apna Paimana Khud Ban)

तू निम्न है या उत्तम यह कोई और तय नहीं करेगा।
तुझे अपना पैमाना खुद ही बनना होगा।
कोई और , जिसमें तेरे जैसी गुणवत्ता नहीं,
कैसे नापेगा तुझे अपने पैमाने से।

दूसरों के नाप देने से तू परेशान ना होना।
कोई ऊँचा नीचा नहीं होता,किसी के कह भर जाने से।
तेरे गुण तू ही जानता है , दूसरा कोई नहीं।
गुण अवगुण नहीं बन जाता ,दूसरों के आंके जाने से।

जिसमें जो गुण है नहीं,वह कैसे जाने तेरी कला।
उस ऊंचाई पर पहले वह पहुंचे,फिर होगा फैसला।
तू दिल छोटा मत करना ,औरों के कहने पे।
तुझे खुद को ही नापना होगा अपने पैमाने से।
1108 11.37pm 19 Nov 2019 Tuesday
Tu Nimon Hai Ya Uttam, Ye koi aur tae nahin Karega.
Tujhe Apna paimana Khud Banna hoga.
Koi Or jismein, Tere Jaisi gunvatta Nahin.
Kaise Napyega Tujhe Apne pemane se.

Dusron ke naap Dene Se tu Pareshan na hona.
Koi Uncha nicha Nahin Hota kisi ke KehBhar Jane Se.
Teri gun, Tu Hi  Jaanta hai ,dusra Koi Nahin.
Gun Avgun Nahin Ban  Jaate dusron ke Aanke jaane se.

Jismein Jo Gunn hai Hi nahi ,Vo Kaise Jane Teri Kala.
Us Unchai per pahle use pahunchna Hoga, Fir Hoga Faisla.
To Dil Chhota mat karna auron ke Kahane Pe.
Tujhe Khud Hi Ko Napna Hoga, Apne pemane se.






Friday, 22 November 2019

1107 बढ़ता चल (Badhta chal)

कोई कुछ भी कहे तू अपनी लगन में चलता चल।
दुनिया कहेगी बहुत कुछ ,तू अपनी ही धुन में बढ़ता चल।

बहुत आएंगे तूफान राहों में ,बहुत होंगे अंधेरे इन राहों में।
तू अपनी आस का दिया जला के ,बढ़ता चल।

घिरी हुई है राहें तेरी ,बादलों के अंथियारों से।
चीर के बादलों का सीना तू उड़ता चल।

बहुत है दूर मंजिल तेरी  ,पर हौसला भी तो बड़ा है।
बहुत है खींचने वाले पीछे तुझे, पर तू चलता चल।

ना देख तू पीछे मुड़ के, अब तुझे तो आगे बढ़ना है।
जो पीछे है, पीछे खींचेगे तुझे ,तू ताकत लगाकर बढ़ता चल।

कोई कुछ भी कहे तू अपनी लगन में चलता चल।
दुनिया कहेगी बहुत कुछ ,तू अपनी ही धुन में बढ़ता चल।
1107 11.40am  18 Nov 2019 Monday
Koi Kuch Bhi Kahe ,Tu apni Lagan mein chalta chal.
 Duniya kaheGi bahut Kuchh, Tu apni Dhun Mein badhta chal.
Bahut tufan Hai Rahon Mein, bahut hain Andhere Rahon Mein.
Tu apni Aaas Ka Diya jalake, badhta chal.
 Gihri Hui Hai Rahen Teri ,badalon ke Andiyaaron se.
 Chir Ke Badalon ka Sina,Tu  udta chal.
Bahut Dur Hai teri Manzil ,Per Hosla bhi Tuo bada hai.
Bahut Hai niche khinchne wale ,Par Tu chalta chal.
Na Dekh to Piche mudke ,Ab Tujhe Tu Aage Badhana Hai.
Jo Picche Hain Piche khinchege Tujhe ,Tu takat Laga Ke badhta Chal.

Thursday, 21 November 2019

1106 जी लेंगे हम फिर भी (Ji Lenge Ham Fir Bhi)

हम तो चाहते थे रहना इंसानों की तरह,
पर तुम्हें हमें कैदियों की तरह रखना था।

हम तो प्यार के भूखे थे सनम,
पर तुम्हें हमें नफरतों से रखना था।

जी लेंगे हम फिर भी अपने प्यार के सहारे।
तुम करते रहो तुमने जो सितम करना था।

मेरी आदत है प्यार में जीने की सनम।
तेरे प्यार के लिए नफरतों में बसर करना था।

यही सोच कर, कि कुछ तो करते हो मुझसे तुम।
मुझे अपना सफर तय करना था।

क्यों बनाया है खुदा ने हम दोनों को इतना अलग।
उसे भी हम दोनों को , इसी तरह दूर करना था।

सीख लो तुम भी कुछ इस जहां में अदब ।
क्यों जुल्मो सितम करके ही यहाँ पे मरना था।
1106 11.11am 18 Nov 2019 Monday

Ham to Chahte the Rehana insaano Ki Tarah.
 Per Tumhen Hamen ,Kediyon Ki Tarah Rakhna tha.

Ham to Pyar Ke bhukhe The Sanam.
Par Tumhen Hamen Nafraton Se Rakhna tha.

Ji Lenge Ham Fir Bhi Apne Pyar Ke Sahare.
Tum karte raho ,Tumne to Sitam karna tha.

Meri Aadat Hai Pyar Mein Jeene Ki Sanam.
Tere Pyar Ke Liye, Nafraton mein basar karna tha.

Yahi Soch kar, ki Kuchh To karte ho Mujhse .
Mujhe Apna Safar Tai karna tha.

 Kyon Banaya Hai Khuda Ne, Ham donon Ko Itna Alag.
Usse bhi Ham donon Ko ,Isi Tarah Dur Rakhna tha.

Seekh Lo Tum Bhi Kuchh Is Jahan Mein Adab.
Kyon julmo Sitam karke hi Yahan per Marna tha.

Wednesday, 20 November 2019

1105 ना कर नजरों से दूर (Na kar Nazron Se Dur) Don't go away from the eyes

तेरा हुक्म कबूल है हमें ,
गुजारिश है कि बस,
ना कर नजरों से तू दूर हमें ।

तेरी सूरत देख कर जिंदा हैं।
जी रहे हैं तेरा नाम लेकर ,
तेरे लिए तो मरना भी मंजूर है हमें।

तू कह दे रात को दिन ,
तो दिन को रात मान लेंगे हम।
तेरा हर हुकुम कबूल है हमें।

चाहे तू हो कितना भी सितमगर,
चाहे कितने भी कर सितम हम पर।
हर जख्म तेरा दिया ,फूल है हमें।

मजा़ है बहुत तेरे दिए गम में ।
तन्हाई की यही दवा है मेरी।
यह पास रखता है, ना कि दूर हमें।
1105 11.05am   18 Nov 2019 Monday
Tere Hukam Kabul Hai Hamen,
Guzarish hai yahi Hai bas,
Na kar Nazron Se tu Dur Hamen.

Teri Surat Dekh Ke Jinda Hain,
 Ji rahe hain, Naam Tera Lekar.
Tere Liye to Marna bhi manjur hai Hamen.

Tu Keh De Raat Ko Din,
To din ko raat maan Lenge ham.
 Tera Har Hukum Kabul Hai Hamen.

Chahe Tu Kitna bhi Sitamgar.
Chahe Kitne Bhi Sitam kar Ham per.
Per Har jakhm Tera Diya FoolHai Hamen

Maja hai bahut Tere Diye Gham mein
Tanhai Ki Yahi Dava hai.
Yahi to pass Rakhta hai ,na ki Dur Hamen.

(English Translation)
I accept your order,
It is requested only,
Don't go away from the eyes.

I am alive  seeing your face.
Living with your name,
I are also ready to die for you.

If You  say day ,a night,
So I will consider day as night.
I accept your every command.

No matter how strong you are,
No matter how much you torture me.
Every wound  given by you is like a flower.
There is a lot of fun in your torture.
This is my drug of loneliness.
This keeps us close, not far..

Tuesday, 19 November 2019

1104 साथ रहना हाथ पकड़ के (Sath Rehana Hath Pakad Ke)Stay together holding hands

कर एहसान ज़रा तू मुझपे,
बैठा हूँ इंतजार में कब से।
इतना भरोसा करते हैं हम ,
तू भी जता भरोसा हमपे।।

वक्त तो चलता ही रहता है ,
तू भी चल ज़रा साथ वक्त के।
पीछे ना रह जाए हम कहीं,
साथ रहना हाथ पकड़ के।।

दुनिया की मुझे परवाह नहीं ,
जब तक तू रहे मेरा बनके।
तू साथ मेरे ,तो मुझे सोच नहीं ,
फक्र है मुझे मुकद्दर पे।।

सवार हूँ जिस नाव पे मैं ,
तेरे संग ही पहुंचेगी वो किनारे पे।
दुनिया कि मुझे परवाह नहीं ,
जब तक तू रहे मेरा बनके।।
1104 10.26   18 Nov 2019 Monday
Kar Aehsaan Zara Tu Mujhpe,
Baitha hun Intezar Mein kabse.
Kitna Bharosa karte Ham,
Tu Bhi Zata Bharosa Hampe.

Waqt To Chalta hi rahata hai,
To chal Jara Sath Waqt Ke.
Piche na Rah jaen Kahin Ham ,
Sath Rehana Hath Pakad Ke.

Duniya ki mujhe Parwah Nahi ,
Jab Tak Ki Rahe Tu Mera Banke.
Tu Sath Mere, To Mujhe Soch nahin.
Fakr hai mujhe Mukaddar pe.

Sawar Hun jis Naav pe main ,
Tere sang hi pahunchengi Vo Kinare pe.
Duniya ki mujhe Parwah Nahin ,
Jab Tu Rahe Mera Banke.


(English Translation)



Please do me a favor
I have been waiting you since long.
I trust you so much,
You also believe in me.

Time goes on,
You also walk a bit with time.
May we not be left behind somewhere
Stay together holding hands.

I don't care about the world,
As long as you are mine.
You are with me, I do not think much
And not worried about fate.

The boat I am riding,
Will reach the shore with you.
I don't care about the world,
As long as you remain mine.

Monday, 18 November 2019

1103 क्यों रुसवा करते हो (Kyon Rusva Karte Ho) Why do they Insult me

क्यों इस कदर रुसवा करते हैं वह हमें।
जैसे उन्हें शिकवा के सिवा कोई शिकायत ही नहीं।।
देखते भी नहीं है वह कि क्या माहौल है आसपास।
इज्जत हमारी क्या है,उन्हें इससे कोई मतलब ही नहीं।।

बडे़ है वह अपनी जगह, तो होंगे।
क्यों उनकी नजरों में ,हमारी इज्जत ही नहीं।।
उन्होंने देखा नहीं है हमारा दम, इसलिए,
पहचान पाते वो , हमारी काबिलियत ही नहीं।।

सीख लो तुम भी कुछ जमाने के अदब,
इस तरह से रुसवा करना, तो कोई रिवायत ही नहीं।
हम भी रखते हैं कोई रुतबा जमाने में,
दुनिया को आज तक हमसे, कोई शिकायत हुई ही नहीं।

यह तो हमारा प्यार है जो सुन लेते हैं, चुपचाप तुम्हें।
जानते हैं हम, तुम्हें हमारी जुस्तजू ही नहीं।।
जरा रहम ओ करम रखकर सोच मेरे बारे में।
 तुम भी सोचोगे ,आज तक मोहब्बत मुझसे की क्यों नहीं।
10.17am  18 Nov 2019 Monday
Kyon Is Kadar Ruswa karte hain voh Hamen.
Humse Unhen Jaise Shikva Ke Siva ,Koi Shikayat Hi Nahin.
Dekhte bhi nahi hai voh ki kya mahaul hai aaspaas,
 Izzat Hamari kya hai isse unhen matlab hi Nahin.

Bade Hain Voh Apni Jagah to Honge.
 Kyon Unki najron Mein Hamari Izzat hi Nahin.
Unhone Dekha nahi hai hamara Dam isliye,
 Voh pehchan paate Hamari Kabliet hi Nahin.

Seekhlo tum bhi Kuchh Jamane Mein Aadab
Han Is Tarah Se Gussa karna to Koi ravayat Nahin
Ham bhi rakhte Hain Koi Rutba Zamane Mein,
Duniya Ko Aaj Tak humse kabhi Shikayat hui Hi nahin.़
Yeh To Hamara Pyar Hai Jo sun lete hain chupchap Tumhen .
Jante Hain Ham Tumhen Hamari Justjoo hi Nahin.
Zara Reham O Karam Rakh kar soch Mere bare mein.
Tu Sochoge aaj tak Mohabbat Mujhse Ki Kyon Nahin.
 (English Translation)

Why do they Insult me like this?
Like they have only complaints with me.
Can't even see what the atmosphere is around.
What is our honor, they do not mean anything by this.
He is big at his own place.
Why in their eyes, we do not have respect.
They have not seen our power, that's why
He would have not been able to recognize our ability.
Learn, you too have  time,
Rousing in this way,is not good.
We also have some status here,
The world has not complained to us till date.

It is our love that we listens to you silently.
We know that we are not your only requirement .
Just think about me by keeping Courtesy.
You too will think, why not you love me till today.

Sunday, 17 November 2019

SQ1102 तेरी आदत हो गयी मुझे (Teri Aadat Ho Gai Hai Mujhe)

तेरी आदत से मजबूर मैं।
हो नहीं सकता तुझसे दूर मैं।।
साँस बिन तेरे लेना है मुश्किल।
बिन तेरे कहाँ धड़कता है ये दिल।।
तू ही मेरा सुकून, तू ही मेरा ऐतबार।
तुम्हारे बिना मुझे, ना चैन, ना करार।।
धड़कनों में तुम मेरे समाए हो इस कदर।
तेरे सिवा मुझे किसी की नहीं खबर।।
तेरे बिना जी ना पाऊं,मैं  एक भी पल।
बिन तेरे अब जीना है मुश्किल।।
10.35pm 17 Nov 2019 Sunday
Teri Aadat se majbur Hun Main .
Ho Nahin Sakta Tujhse Dur mein.
Sans Bin Tere Lena Hai Mushkil ,
Bin Tere Kahan dhadakta Hai Yeh Dil.
Tu Hi Mera Sukoon ,Tu Hi Mera Aitbaar,
 Tere Bina Mujhe Na Chain, Na Karar.
Dhadkanon Mein Tu Meri Samai hai is Kadar,
Tere Siwa Mujhe Kisi Ki Nahi khabar.
Tere Bina Main Jee Na Paunga Ek bhi Pal ,
Bin Tere ab Jeena Hai Mushkil.

Saturday, 16 November 2019

Poz1101 धरती तू कितनी खूबसूरत है (Dharti Tu Kitni khoobsurat Hai)

धरती तू कितनी खूबसूरत है।
 मैं तेरी गोद में कितना सुकून पाता हूँ।
जब तेरी आगोश में आता हूँ
तो हर दर्द भूल जाता हूँ।

यह हसीं वादियाँ मुझे,
ना जाने कहाँ ले जाती हैं।
पर जो तेरा हाल किया है सबने,
इसकी सोच मुझे बड़ा तड़पाती है।

माफ करना मुझे ऐ मेरी माँ,
तेरे प्यार को यह समझ नहीं पाते।
 न जाने क्यों तुझे,तू जैसी है रहने नहीं देते।
अपनी सोच सा तुझे जाते हैं बनाते।

ए काश यह सब समझ पाते,
कि सब इसी की संतान है।
 जो उपजे हैं इसी के कणों से,
तो कैसे जी पाएंगे यह इससे अलग होकर।
9.46pm 16 Nov 2019 Saturday
Dharti Tu Kitni khoobsurat Hai ,
Main Teri God Mein Kitna sukun Pata hun.
Jab teri aagosh Mein Aata Hun,
 TuoHar Dard Bhul jata hun.

Ye Hasi Wadiya Mujhe ,
Na Jaane Kahan Le Jaati Hain.
Jo Tera Haal Kiya Hai Sabne,
iski Soch Mujhe Tadpati hai.

Maaf Karna Mujhe e Meri Man ,
Tere pyar ko yah samajh Nahin paate.
 Na Jaane Kyon Tujhe ,Tu Jaisii Hai Rahane Nahin dete ,
Apni Soch Sa Tujhe Bnate Hain Jaate.

 E' Kash ke sab samajh Pate ,
Ki Sab Isi ki Santan hain.
Jo Upjye Hain Isi ke Knon se ,
To Kaise ji Payenge yeh IsSe Alag hokar.
9.46pm 16 Nov 2019 Saturday

Friday, 15 November 2019

SQ1100 वक्त के फैसले (Wakt Ke Feisle)

जो हम चाहे़ं वही हो ,ऐसा हर बार नहीं होता।
वक्त भी कुछ फैसले लेता है जिंदगी के।
बहुत सोचते हैं हम ,कभी जिंदगी के बारे में,
पर वक्त किसी  का मोहताज नहीं होता।

हमें भी तो वक्त के साथ चलना  पड़ेगा।
सोचना भी होगा ऐसा कि वक्त सही रहे।
जो हो रहा है उसी में सही का साथ देना होगा।
जो हम चाहें वही हर बार हो, ऐसा नहीं होता।
9.53pm 15 Nov 2019 Friday

Jo Ham chahie Vahi ho aisa Har Bar Baar nahi hota .
Waqt Bhi Kuchh Faisla leta hai Jindagi ke
Bahut sochte Hain Ham ,Kabhi Jindagi ke bare mein ,
Par Waqt Kisi Ka mohtaj Nahin Hota

Hamen bhi to Waqt Ke Sath Chalna .
padega .
Sochna Bhi Hoga Aise, Ki Vakat Sahi Rahe.
 Jo Ho Raha Hai Usi Mwin Sahi Ka Sath Dena hoga .
Jo Ham Chahen Vahi Har Bar Ho,  Aisa Nahin Hota.

Thursday, 14 November 2019

1099 बचपन की यादें (Bachpan ki yaden)

बचपन की यादें लेकर आई है फिर एक शाम सुहानी।
मैं बैठे-बैठे बुनने लगा...... फिर एक नई कहानी।।

मेरी कहानी में है मेरी वह प्रीत पुरानी।
बातें करते, खेलते खेलते बीत जाती थी शाम मस्तानी।।

बड़े बुजुर्गों के संग सुनना, उनकी बातें रूहानी।
 बड़े ध्यान से उनको तकना ,जब कहानी सुनाती थी नानी।।

बरसात के मौसम में चलाना नाव अपनी।
गीले हो छींटे फेंकना सब पर, जब हो जाता हर जगह पानी पानी।।

वो दिन भी क्या दिन थे,जब सब अपना था ,ना थी दुनिया बेगानी।
कुछ सोच ना थी, कि कैसे आगे है उम्र बितानी।।

वक्त चलता गया और लिखती गई एक नई कहानी।
चलते जा रहे हैं हम ,आगे राहें हैं अनजानी।।

यही तमन्ना है अब तो  जिंदगी की मुझको,
जैसे बीता बचपन, बीते जिंदगी की शाम भी सुहानी।।
3.23pm 14Nov 2019 Thursday

Bachpan ki yaden Lekar,Aayi hai Fir Ek Sham Suhani.
 Main Baithe Baithe bunne Laga, Phir Ek Nai kahani.

Meri Kahani mein Hai, meri Veh Preet purani.
Baten Karte, khelte khelte beet jaati thi Sham Mastani.

Bade bujurgon ke sang,Sunna Unki baten ruhani.
Bade Dhyan se Unko Takna ,Jab Kahani Sunati Thi Nani.

Barsaat Ke Mausam Mein Chalna apni Naav,
Gile Ho Chinte Phenkna  Sab per, Jab Ho Jata Har Jageh  Pani Pani.

Vo Din Bhi Kya Din the, Jab Sab Apna tha ,na thi Duniya Begani.
Kuchh Soch Na Thi Ki Kaise Aage hai Umar bitani.

Waqt Chalta Gaya aur Likh Di Gai Ek Nai kahani.
Chalte Ja Rahe Hain Hum ,Aage rahen hain Anjani.

Yahi Tamanna Hai Ab To Zindagi Ki Mujhko
 Jaise Beeta Tha Bachpan ,Beete Jindagi Ki Sham Bhi Suhani.

Wednesday, 13 November 2019

1098 मगरूर ना होना (Magroor Na Hona)

मगरूर अपने हुनर से ,
इस कदर भी ना होना ।
सर घूम जाए तेरा ,
और नूर भी  होना।

चलना तू सँभल कर ,
औरों को साथ लेकर।
रह यूँ ज़रा संभल कर ,
की रास्ता भी मुश्किल होना ।

कामयाबियों में अपनी,
 इस कदर भी ना खोना।
रह जाओ तुम अकेले,
 कोई भी संग होना।

ऊँचे जो पहुंच जाओ,
सर नीचा अपना रखना।
तुम्हें मान देने वालों का,
 तुम भी मान रखना।
6.50pm 13Nov 2019 Wednesday
Magroor Apne hunar se,
Is Magroor Apne hunar se,
Is Kadar Bhi Na Hona.
Sar Ghoom Jaje Tera,
Aur Noor  bhi ho Na.

Chalna tu sambhal kar,
Auron ka Sath Lekar.
Rehna Yun Jara sambhal kar,
Ki Rasta bhi Mushkil hona.

Kamyabiyon Mein Apni,
 Is Kadar Bhi Na khona.
Reh Jao Tum Akele,
 Koi bhi Sang hona.

Unche Jo pahunch jao.
Sar nicha Apna Rakhna.
Tumhen Maan dene Walon ka
Tum bhi Maan Rakhna.

 Bhi Na Hona.
Sar Ghoom Jaje Tera,
Aur Noor  bhi ho Na.

Chalna tu sambhal kar,
Auron ka Sath Lekar.
Rehna Yun Jara sambhal kar,
Ki Rasta bhi Mushkil hona.

Kamyabiyon Mein Apni,
 Is Kadar Bhi Na khona.
Reh Jao Tum Akele,
 Koi bhi Sang hona.

Unche Jo pahunch jao.
Sar nicha Apna Rakhna.
Tumhen Maan dene Walon ka
Tum bhi Maan Rakhna.

Tuesday, 12 November 2019

1097 तुमसे मिल के (Tumse Mil ke)

तुमसे मिल के,
अरमान जगे दिल के।
पास आए जो तुम,
फूल सब खिल गए।

मदहोश हम हो गए
प्यार में तेरे खो गए।
तुमसे जो हुई बातें,
अरमान पूरे हो गए।

तुझसे जिंदगी आसान है।
तू  ही  मेरा  अरमान है।
तेरे साथ होने से सनम,
जिंदगी  वरदान है।

तुझसे जिंदगी है हसीन,
तुझे पाके कोई गम नहीं।
 तू हो जहाँ कहीं,
मेरे दिल से दूर तू नहीं।
1045pm 12 Nov 2019 Tuesday
Tumse Milke,
 Arma Jage Dil Ke.
Pass Aye Jo Tum,
Fool Sab Khil Gaye.

Madhosh Ham Ho Gaye,
 Pyar Mein Tere Kho Gaye.
Tumse Jo Hui baten,
Armaan pure Ho Gaye.

Tujhse Jindagi Aasan hai.
Tu Hi Mera Armaan Hai.
 Tere Sath hone se Sanam,
Jindagi Vardan hai.

Tujhse Zindagi Hai Haseen.
Tujhe paake Koi Gam Nahin.
Tu Ho Jahan Kahin,
 Mere Dil Se Dur Nahin

Monday, 11 November 2019

1096 काम काम और काम (Kam kam aur kam)

काम काम और काम,
यही है जिंदगी का फ़लसफा़।
जो बैठ गये करने आराम,
तो रहा ना जिंदगी का मजा।

धरती पर हर कोई करता काम।
सोचो जो ना करें ,क्या हो अंजाम।
धरती घूमें अपने समय से,
चंद्रमा भी ना लेता विराम।

हर अंग जैसे है चलता,
करता रहता अपना काम।
 काम से ही दुनिया चलती,
नहीं तो लग जाता पूण विराम।

8.11pm 11Nov 2019 Monday
Kam kam aur kam.
Yehi Hai Zindagi Ka falsafa.
Job Beith Gae Karne Aaram,
Tu Na Raha Jindagi Ka Maja.

Dharti per Har Koi Karta kaam.
Socho Jo Na Kare, Kya Ho Anjaam.
Dharti Ghoome Apne Samay se,
Chand Bhi na Leta Viram.

Har Ang Jaise hai chalta.
Karta Rehta Apna Kam.
Kam se hi Duniya Chalti,
Nahin to lag jata purn Viram.

Sunday, 10 November 2019

1095 तुझमें मैं ,मुझ में तू (Tujh Mein Mujh Mein Tu.)

क्यों मन बैठा है मेरा,
क्यों मैं उदास हूँ।
शरीर चाहे दूर सही,
मन से आस पास हूँ।

कब होगा दीदार तेरा,
इस इंतजार में हूँ।
खो गया हूंँ इस तरह,
ना जाने किस संसार में हूँ।

तेरे बिना जीना ,जीना नहीं।
तेरे बिना मैं बेकरार  हूँ।
तू जानम धड़कन है मेरी,
मैं तेरा करार हूँ।

अब बस और नहीं,
आजा मेरे पास तू।
एक हो जाना है हमको,
तुझमें मैं ,मुझ में तू।
11.14pm 10 Nov 2019
Kyon Mann Baitha Hai Mera,
Kyon main Udaas hun.
Sharir Chahe Dur Sahi,
Man Se aaspaas hun.

Kab Hoga Deedar Tera,
 Is Intezar Mein Hun.
Kho Gaya Hun Is Tarah,
Na Jaane kis Sansar Mein Hoon.

Tere Bina Jina Jina Nahin.
Tere Bina Main bekarar hun.
Tu Janam Dhadkan Hai Meri,
Main Tera Karar hun.

Ab bus aur Nahin,
Aaja mere pass Tu.
Ek ho jana hai Humko,
Tujh Mein Mujh Mein Tu.

Saturday, 9 November 2019

K1 1094 नानक दी बाणी नू समझिए,ना कि सिर्फ उचारिये (Nanak Dee wani nu Samjhaiye, Naa ki Sirf Uchariyeye)ਨਾਨਕ ਦੀ ਬਾਣੀ ਨੂੰ ਸਮਜੀਏ। ਨਾ ਕਿ ਸਿਰਫ ਊਚਾਰੀਏ ।Punjabi

Hindi version 2929
जदों लंगर बैठके खांदें सारे।
कदों जातां पातां दिसदियां ने।
रलमिल जद सब बैठे होण।
कदों तोड़ण दियां बातां दिसदियां ने।

बंदा तां बंदा ही सी।
आह धर्म कर्म तां बाचों आएं।
बंदा इंसानियत भुल्ल गया।
एहनां भर्मां विच् एन्ने भरमाए।

आओ कुछ विचारीये।
नानक दी बाणी नू समझिए।
ना कि सिर्फ उचारिये।
कुछ अपने आप नूँ सुधारिये ।
9.08pm 9 Nov 2019  Saturday
ਜਦੋਂ ਲੰਗਰ ਬੈਠ ਕੇ ਖਾਂਦੇ ਸਾਰੇ।
ਕਦੋਂ ਜਾਤਾਂ-ਪਾਤਾਂ ਦਿਸਦੀਆਂ ਨੇ।
ਰਲ ਮਿਲ ਜਦ ਸਭ ਬੈਠੇ ਹੋਣ।
 ਕਦੋਂ ਤੋੜਨ ਦੀਆਂ ਬਾਤਾਂ ਦਿਸਦੀਆਂ ਨੇ।

ਬੰਦਾ ਤਾਂ ਬੰਦਾ ਹੀ ਸੀ।
 ਆਹ ਧਰਮ-ਕਰਮ ਬਾ 'ਚੋਂ ਆਏ।
ਬੰਦਾ ਇਨਸਾਨੀਅਤ ਭੁੱਲ ਗਿਆ।
ਇਹਨਾਂ ਭਰਮਾਂ ਵਿਚ ਏਨੇ ਭਰਮਾਏ।

ਆਉ ਕੁਝ ਵਿਚਾਰੀਏ।
 ਨਾਨਕ ਦੀ ਬਾਣੀ ਨੂੰ ਸਮਝੀਏ। 
ਨਾ ਕਿ ਸਿਰਫ ਉਚਾਰੀਏ ।
ਕੁਝ ਆਪਣੇ ਆਪ ਨੂੰ ਸੁਧਾਰੀਏ।

Jado Langar baithke Khande Sare.
Kadon Jata Pata Disdiyan ne.
RalMil Jad Sab Baithe Hon,
Kadon Todan Diyan Batan Disdiyan ne.

Banda Taan Banda hi Si,
Aah Daram Karm tan Bachon Aae.
Banda insaaniyat Bhul gaya,
Ehna Bharman Ne Ene Bharmai.

Aao Kuchh vichariye,
Nanak Dee wani nu Samjhaiye,
Naa ki Sirf Uchariyeye
Kuchh Apne aapane Sudharie

Friday, 8 November 2019

1093 तू है तो हर सफर आसान है (Ti Hai To Har Safar Aasan Hai)

तू है तो हर सफर आसान,
तेरे बिना जिंदगी वीरान।
क्या कहूं ऐ जानेमन तुझे,
तू ही मेरी जमीं , तू ही आसमान।

तू ही मेरा है प्यार।
तू ही मेरा है ईमान।
तू नहीं तो जिंदगी कुछ नहीं।
 तू है तो जिंदगी  बहार।

तेरे बिना मैं कुछ नहीं।
मेरे बिना तू परेशान।।
आजा बाहों में मेरी,
छोड़कर यह संसार।

मैं तुझ में ही रम जाऊं।
तू मुझ में ही रम जाए।।
ऐसे हम तुम खो जाएं।
रहे  न कोई ध्यान।।
7.52pm 8 Nov 2019 Friday

Tu Hai Tuo har safar Aasan Hai.
 Tere Bina Zindagi Viran Hai.
Kya Kahoon Janeman Tujhe,
 Tu Hi Meri Zameen, Tu Hi Aasman Hai.

Tu Hi Mera Pyar Hai.
Tu Hi Mera Hai Imaan.
 Tu Nahin to Jindagi Kuchh Nahin,
Tu Hai To Jindagi Bahar.

Tere Bina Main Kuchh Nahin.
Meri Bina Tu Pareshan.
Aaja Bahon Mein Meri,
Chhod kar Ye Sansar.

Main Tujh Mein Hi Ram jaaun.
Tu Mujhme hi Ram Jaye.
Aise Ham Tum kho Jaen,
Rahe Na Koi Dhyan.





Thursday, 7 November 2019

1092 आशाओं के दीप (Aashaon ke deep )

आशाओं के दीप जला रखे हैं मैंने।
कोशिश मैं करता ही रहूँगा,
 जब तक मंजिल पा ना लूँँ।
इन्हीं आशाओं के दम पर ख्वाब सजाए है मैंने।

हर तरफ आशाओं का उजाला फैला है।
इन्हीं उजालों से मुझे मिलता है सहारा।
इन सहारों के सहारे मिलता है किनारा,
इन्हीं सहारों से हिम्मत बढ़ाई है मैंने।


आशा वो एक किरण है जीवन की,
 जो तुम्हें कभी पीछे हटने नहीं देती।
ले जाती है तुम्हें मंजिल की ओर,
 इसी आशा के दम पर मुकाम पाए है मैंने।
7.22pm 7 November 2019 Thursday

Aashaon ke deep Jla rakhe hain maine.
Koshish Mein Karta hi rahunga,
Jab tak Manjil Paa na lun.
Inhi aashaon ke Dam per Khwab sajae hain maine.

Har Taraf ashaon ka ujala faila hai.
Inhi UJalaon Se Mujhe Milta Hai Sahara.
In Saharon ke Sahare Milta Hai Kinara.
Inhi Saharon se Himmat Badhai Hai maine.

Asha Vo EK  Kiran Hai Jivan ki.
Jo Tumhen Kabhi Piche hatne Nahin Deti.
Le Jaati Hai Tumhen Manjil ki or,
Isi Asha ke Dam per Mukam Pai Hein maine.

Wednesday, 6 November 2019

1091 घड़ी दो घड़ी जो वो साथ रहते हैं ( Ghadi Do Ghadi Jo Vo Sath rahte hain.)

घड़ी दो घड़ी जो वह साथ रहते हैं।
हम उनसे हाल-ए-दिल कहते हैं।
सुकून आ जाता है इस दिल को।
जब वह भी दिल की बात कहते हैं।

घड़ी दो घड़ी जो वो साथ रहते हैं।
चाहे ना बोलें वो लबों से कुछ भी,
जब  कभी वो उदास रहते हैं,
नैन उनके जज्बात कहते हैं।

घड़ी दो घड़ी जो वह साथ रहते हैं।
साथ उनके हर समां रंगीन लगता है।
छेड़ते हैं जब वह दिलो के तारों को,
हर तरफ सुरमई राग बहते हैं।
5.00pm 6 Nov 2019

Ghadi Do Ghadi Jo Vo Sath rahte hain.
Ham Unse Haal-e-dil Kahate Hain.
Sukun Aa Jata Hai Is Dil Ko.
 Jab Vo Bhi Dil Ki Baat Kahate Hain.

Ghadi Do Ghadi Jo Vo Sath rahte hain.
Chahe Na Bole Vo Labon se Kuchh Bhi,
Jab Kabhi Vo Udaas Rehte Hain,
Nainon Unke Jazbaat Kahate Hain..

Ghadi Do Ghadi Vo Jo Sath rahte hain.
Sath Unke har Sama Rangeen lagta hai.
ChhedZte Hain Jab  Vo Dilon ke Taron Ko.
Har Taraf Surmai Raag Behte Hain.


Tuesday, 5 November 2019

1090 ले जाते हैं विचार इंसान को कहाँ कहाँ (Le Jaate Hain vichar Insan ko Kahan kahan)

चलते रहते हैं विचार यूँ ही मस्तिष्क में।
खो जाता है इंसान फिर इनमें।
वहाँ वहाँ ले जाते हैं यह विचार उसको,
चाहता है वो जाना जिसमें।

विचारों की दुनिया एक अलग ही दुनिया है।
अकेला हो तो वह खुद से बात करता है।
जब विचार बाहर आ जाएं दुनिया में,
फिर हर कोई उसकी बात करता है।

विचारों से ही आदमी की पहचान है।
अपने विचारों से कहाँ आदमी अनजान है।
विचारों के आदान-प्रदान से ही हैं सब जुड़े।
विचार मिल जाएं तो, जिंदगी आसान है।
3.25pm 5 Nov 2019 Tuesday
Le Jaate Hain vichar Insan ko Kahan kahan

Chalte rahte hain vichar Yunhi mastishk mein.
Kho Jata Hai  Insan Fir Inmein.
Vhan vahan Le Jaate Hain yehh vichar usko,
Chahta Hai voh Jana jismein.

Vicharon Ki Duniya Hai Ek alag Hi Duniya.
Akela ho to vah khud se baat karta hai.
Jab Bahar Aa Jaayen Duniya Mein0
FIir Har Koi uski baat karta hai.

Vicharon Se Hi aadami ki pahchan hai.
Apne vicharon Se Kahan aadami Anjaan hai.
Vicharon Ke Aadaan Pradan Se hi Sab Jude Hein,
Mill jaaye to Jindagi Aasan hai.

Monday, 4 November 2019

Poz1089 हवाओं में ज़हर घुला है (Hawaon Mein Zehar Ghula Hai)

यूँ ही हवाओं में ज़हर नहीं घुला।
हमने ही उगला था इसे कहीं से।
जब उगल रहे थे यह ज़हर हम,
तब हमें खबर नहीं थी अंजाम की।
अब जो अंजाम सामने आया है,
क्या बदल पाएंगे इसे कहीं से।

समझाते तो रहे थे.. बड़े अपने,
पर हमने कभी ध्यान ना दिया।
उनका सफर तो मुकम्मल हुआ,
तुमने ही खुद पर ध्यान ना दिया।
जहर जब घुल ही गया है हवा में,
ढूँढो साफ करने का तरीका कहीं से।

आज भी वक्त है सोच लो जरा।
कुछ तो ध्यान दो पर्यावरण पे।
मत डूबे रहो वर्चुअल संसार में ,
साँस तो लेना है इस ही ज़मीं पे।
जो ना संभाल पाए आज हम,
तो ना रह पाएंगे कभी, कहीं के।
11.52am 4 Nov 2019 Monday
Yun Hi Hawaon Mein Zehar Nahin Ghula,
Humne hi Ghola tha ise Kahin Par.
Jab Ghol rahe the  yeh Zehar Ham,
Tab Hamen Khabar Nahin Thi Anjam ki.
Ab Jo Anjaam Samne Aaya Hai,
Kya Badal Payenge ise Kahin Se.

Samjhate to rahe the... Bade Apne,
 Par Humne Kabhi Dhyan Na Diya.
Unka Safar to mukmmal hua....
Tumne hi Khud per Dhyan Na Diya.
Zehar Jab Ghul Hi Gaya Hai Hawa Mein ,
Dhundho saaf karne ka tarika Kahin Se.

Aaj bhi waqt hai Soch Lo Zara,
Kuchh To Dhyan do Paryavaran pe.
Mat Dube Raho virtual Sansar Mein.
Sans to lena hai Isi Zameen Pe.
Jo Na Sambhal Paye Aaj ham..
Tu Na Rah Payenge Kabhi Kahin ke.

Sunday, 3 November 2019

1088 मुस्कुराहट (Muskurahat)

मुस्कुरा कर जो गुजरे वह मेरे घर के आगे से,
कई लोगों की निगाहें उन्हें शक से देखने लगी।

उनकी तो सूरत ही है मुस्कुराहट बिखेरती हुई,
लोग ना जाने क्या-क्या बातें बनाने लगे।

एक तरफ हिदायत देते हैं मुस्कुरा के जीने की,
दूसरी ओर मुस्कुराने पे जाने क्या समझने लगे।

बदनसीबी मेरी ...., कि बात कुछ भी नहीं थी।
हुआ यू़ँ ,कि लोग बेवजह ही अब बातें बनाने लगे।
6.79pm 3 Nov 2019  Sunday


Muskura kar Jo gujre Vo Mere Ghar Ke Aage Se.
Kai Logon ke nigahe unhen shak Se Dekhne Lagin.

Unki to Surat hi hai Muskurahat bikherti Hui,
Log Na Jaane Kya Kya baten Banane Lage.

Ek Taraf Hidayat Dete Hain ,Muskura Ke Jeene Ki.
Dusri aur muskurane per Jaane Kya Samjhane Lage.

 Badnaseebi Meri...... Ki Baat Kuchh Bhi Nahin thi.
Hua Yun ...Ki Log bewajah hi ab baten Banane Lage.


Saturday, 2 November 2019

1087 शरीर ए दुखन या दिमाग ए फितूर

शरीर ए दुखन कहीं अच्छा है, दिमाग के फितूर से।
दर्द शरीर का ठीक हो जाता है, दिमाग का क्या भरोसा।

शरीर के दुख को मैं समझ तो पाता हूँ कुछ।
पर दिमाग तो यह कहता है ,सब ठीक है।

इलाज ए शरीर होता रहता है,क्योंकि बीमारी पता है।
दिमाग तो बस यूं ही उलझाता जाता है।

शरीर ठीक हो जाता है कुछ दिन इलाज करके।
 पर दिमाग तो है एहसास कराता है ठीक होने का ।
पर.....,और बिगड़ता जाता है
,4.41pm 2 Nov 2019  Saturday


Sharir e dukaan Kahin Achcha hai ,dimag ke fitoor se.
 Dard Sharir ka theek ho jata hai, Dimag ka Kya Bharosa.

Sharir ke Dukh ko main samajh to Pata hun Kuchh.
Par Dimaag Tou Kehta hai , sab theek hai.

Ilaaj e Sharir hota rehata hai, Kyunki Bimari pata hai.
Dimag to bus Yun Hi Ulazhta jata hai.

Sharir theek ho jata hai Kuchh Din Ilaaj Karke.
Par Dimag To  Ehsas karata hai Thik hone ka.
Par...... Or bigadta jata hai.

Friday, 1 November 2019

1086 मेहनत (Mehnat)

मेहनत से घबराना नहीं, करते जाना काम।
मेहनत का फल आएगा,इक दिन ऐ इंसान।

करने ही तो आए दुनिया में ,करके ही हम जाएंगे ।
दुख सुख तो आने जाने हैं ,हम इनका साथ निभाएंगे।

उठ खड़ा हो मुसाफिर, करके उसका ध्यान ।
बढ़ना है अब आगे आगे ,ये ही मन में ठान।

मेहनत बिना कुछ हासिल नहीं, मेहनत से सब पाएगा।
 जो मेहनत का साथ ना देता वह पीछे रह जाएगा।

मेहनत इंसानियत, मेहनत पूजा, मेहनत ही तो धर्म है।
मेहनत करने से ही तो इस जग में जीवन है।

दुनिया की हर एक वस्तु ,अपने हिस्से की मेहनत करती है।
 मेहनत के बलबूते पर ही तो,  दुनिया ये पलती है।

एक करे मेहनत ,और दूसरा उस पर हक रखे।
इन सब अधर्मों से ही तो हैवानियत बनती है।

अगर  प्राणी अपने हिस्से की मेहनत कर जाएंगे।
 तभी तो इस धरती पर सब प्राणी खुश रह पाएंगे।
11.43am 1 Nov 2019  Friday
मेहनत से घबराना नहीं करते जाना काम
Mehnat se ghabrana nahin, Karte Jana kam.
Mehnat Ka Phal Aaega, Ek Din E' Insan.

Karne Hi To Aaye Hain Duniya Mein ,karke hi Ham jaenge.
Dukh Sukh To Aane Jaane Hain,  Ham Inka sath nibhaenge.

Uth khada ho Musafir ,Karke uska Dhyan.
 Badna Hai Ab Aage Aage, Yahi man Mai than.

Mehnat Bin Kuchh Hasil Nahin, Mehnat Se Sab payega.
Jo mehnat Ka Sath Na deta ,Veh Piche Reh jaega.

Mehnat insaaniyat ,Mehnat Puja ,Mehnat Hi To Dharm hai.
Mehnat Karne Se Hi Tu is jag mein Jivan hai.

Duniya Ki Har EK Vastu, Apne Hisse ki mehnat Karti Hai.
Mehnat ke Balboote per Hi To, Duniya Yeh Palti hai.

Ek Kare mehnat, aur dusra uss per hak rakhe.
In Sab Adharmo Se Hi To, Haivaniyat banti hai.

Agar prani Apne Hisse Ki mehnat Kar jaenge.
 Tabhi to Is Dharti per ,Sab prani Khush Rah Payenge.



Thursday, 31 October 2019

1085 दिल मिला ले दिल से (Dil Mila Le Dil Se)

ना बैर है मेरा तुझसे कोई,
ना कोई शिकवा है तुझसे ।
फिर क्यों तू खफा है मुझसे,
आ कर बात मुझसे दिल से।

आए हैं दुनिया में हम,
तो क्या साथ ले जाएंगे।
 पल बिता ले कुछ प्यार के,
दिल मिला ले जरा दिल से।

रूठने की कुछ बात नहीं है।
जाना अपने साथ कुछ नहीं है।
जो यहाँ का है यही रह जाएगा।
याद रहेंगे पल, जो बिताए हैं मिलके।

आ समेट ले कुछ यादें अपनी।
आ समेट लें कुछ खुशियाँ।
रह जाएं खुशी के पल याद बस,
दूर हो जाएं सब शिकवे दिल के।
5.20pm 31 Oct 2019
Na Baeir Hai Mera Koi Tujhse.
Na Koi Shikwa Hai Tujhse.
Fir Kyon tu Khafa Hai Mujhse.
Ab kar Baat Mujhse, Dil Se.

 Aaye Hain Duniya Mein ham,
To kya Sath Le Jaenge.
Pal Bita Le kuch Pyar Ke,
Dil Mila Le Jara, Dil Se.

Ruthne ki Kuchh Baat Nahin Hai.
Jana Apne  Kuchh Sath Nahin Hai.
Jo Yahan ka hai ,yahi Reh Jayega.
Yad Rahenge Pal ,Jo bataen Hain Milkar.

Aa Samet Le Kuchh Yaden apni.
Aa Samet Le kuch Khushiyan.
Reh Jaen Khushi Ke Pal Yad bus.
Dur Ho jaen Shikve Dil Ke

Wednesday, 30 October 2019

1084 शब्द (Shabd)

शब्दों ने तेरे जो जख्मी किया मुझे।
मैं चुप रहा कुछ ना कहा।
तेरे बोल शूल चलाते रहे मुझ पर.
मैं चुप रहा कुछ ना कहा।

मेरे जज्बातों को तू  झकझोड़ना मत,
कहीं सह ना पाऊं मैं तेरे शब्द।
और हो जाऊं तन्हा मैं ऐसे,
जख्मी हो जाए मेरा सीना भी इस तरह।

मैं तुझेअपना इलाज ए गम समझता हूँ,
तू मेरा जख्म ए जिगर ना बन।
संभाल ज़रा जनून ए जुबान,
और शब्दों का मरहम लगा।

यह शब्द है दिलबर ऐसे फूल।
जब जी चाहे बन जाए काटें,
 जब जी चाहे बन जाए शूल।
जरा देख कर ही इनको जुबां से निकाल।
7.10pm 30 Oct 2019 Wednesday

Shabdon Ne Tere Jkhmi kiya Mujhe.
Mein Chup Raha Kuch Na Kaha.
Tere bol Shool chalate Rahe Mujh per.
Mein Chup Raha Kuch Na Kaha.

Mere jazbaaton ko to Zhhnzhodana mat.
 Kahin Seh Na Paon Mein Teri baten,
Aur Ho jaaun Tanha Main Aise.
Jakhmi Ho Jaaye Mera Sina Bhi Is Tarah.

Main Tujhe Apna Ilaaj e' Gam samajhta Hun.
Tu Mera Zakham e Jigar na ban.
Sambhal zara junoon e Zubaan.
Aur shabdon Ka Marham Laga.

 Yeh Shabd Hain Dilbar Aise fool.
Jab ji Chahe Ban Jaaye Kante,
Jab ji Chahe Ban Jaaye Shool.
Jara Dekh Kar Hi In ko Zubaan se nikal.


Tuesday, 29 October 2019

Poz1083 ऐ हवा ठहर जा ज़रा (E' Hawa Thehar Ja Zara)

ऐ हवा, ठहर जा ज़रा।
न यूँ चल जोर से,जरा संभल जा।
पिया जो चले हैं मुझसे मिलने,
उनको ज़रा ,रास्ता तू बता।

बादलों का रुख तू मोड़ देना।
थम जाए ज़रा उनका बरसना।
आ जाए जो पिया पास मेरे।
फिर चाहे बादलों का रुख मोड़ देना।

तुम्हीं मेरे संगी, तुम्हीं मेरे साथी।
चाँद जो आ जाए निकलकर,
नहीं चाहूँ फिर मैं, दिया और बाती।
चाँदनी में ही देखूँ ,सूरत पिया की।

हवाओ तब तुम जो़र से लहराना,
फूलों  को जमीन पर बिखराना,
हो जाए मौसम फिर इतना हसीन।
मन ना हो फिर, जाने का कहीं।

बहारें अपना रंग रूप यूँ बिखराएं।
प्रियतम के सिवा कुछ नज़र ना आए।
हवाएं समां फिर यूँ महकाएं।
मदहोश हो एक दूजे में खो जाएं।
4.50pm 29 Oct 2019 Tuesday


E' Hawa thehar Ja Zara.
Na Chal jor se, Zara Sambhal ja.
Piya Jo Chale Hain Mujhse milane,
Unko Zara Rasta Tu Bata.

Badalon ka Rukh tu Mod dena.
Thum Jae Unka Yun ka barasna.
Aa Jaen Piya Jab pass Merw,
Fir Chahe badlon  ka Rukh Mod dena.

Tum Hi mere SangiTum Hi Mere Sathi.
Chand Jo Aa  Jaaye nikalkar
Nahin chahie Fir main ,Diya Aur Baati.
Chandni Mein Hi Dekho Surat Piya Ki.

Hawaao  Tum jor se lehrana.
Phoolon ko Jameen per bikharana.
Ho Jaye Mausam Fir Itna Haseen.
Man Na Ho Fir jaane ka Kahin.

Baharen Apna Rang Roop dikhayen.
Priyatam Ke Siva Kuchh Najar Na Aaye.
Huawein Sama Fir  youn Mahakaen.
Madhosh Ho Ek Duje Mein Kho Jaayen. 

Monday, 28 October 2019

SU1082 जिंदगी....कुछ पल तो बात कर(Zindagi...... Kuch Pal to baat kar.)

कट जाती है जिंदगी पल-पल करके।
उड़ जाता है पंछी, पल में उड़ान भर के।
बिताई ये जिंदगी ना जाने क्या-क्या करके।
साँसे तो ली , पर जीना सके जी भर के।

हुनर सीखते रहे जिंदगी भर, पर जीने का हुनर ना आया।
समझते रहे अपना जिसे जिंदगी भर ,वह निकला पराया।
समझने समझाने के इस खेल में,कुछ भी समझ ना आया।
था कुछ और दिखा कुछ और , जिंदगी ने ऐसा भरमाया।

अब कुछ पल तो ठहर ऐ जिंदगी,कुछ पल तो  बात कर।
बैठ जाएं साथ हम, बात करें कुछ मेरे हालात पर।
कुछ बातें हों बातों की ,कुछ चर्चा हो जज़्बात पर।
हो जाए तसल्ली फिर दिल को ,फिर अफ़सोस न हो मौत पर।
9.03pm 28 Oct 2019 Monday

Cut Jaati Hai Jindagi Pal Pal Karke.
 Ud Jata Hai Panchi Pal Mein Udan Bhar Ke.
Beet Jaye Zindagi ,Na Jaane Kya Kya Karke.
Saansen to Lee,  Par Ji Na Sake Ji Bhar Ke.

Hunar Seekhte Rahe Jindagi Bhar, par Jeene Ka Hunar Na Aaya.
Samajhte Rahe Apna Jise Jindagi Bhar ,Veh nikala paraayaa.
Samajhne Samjhane ke is Khel Mein ,Kuchh Bhi samajh Na Aaya.
Tha Kuchh aur, dikha Kuchh aur, Jindagi Nein Aisa Bharmaya.

Ab Kuch Pal to thahar Zindagi...... Kuch Pal to baat kar.
 Baith Jaayen Sath Ham, Baat Karen Kuchh Mere Halat per.
Kuchh baten Hon Baton ki, Kuchh charcha ho Haalat par.
Ho Jaaye Tassali Fir Dil Ko ,ki Afsos Na Ho Maut per.

Sunday, 27 October 2019

1081 दिवाली की रोशनी, लाई उम्मीद कितनी (Diwali Ki Roshni, Laai Ummid Kitni.)

दिवाली की रोशनी,
 लाई उम्मीद कितनी.
रोशन हो गया यह जहाँ,
रोशन हो गई यह जमीन।

दिवाली की रोशनी,
लाए उम्मीद इतनी.
पास आ जाएं सब,
हो जाएं रिश्ते हसीन।

दिवाली की रोशनी,
लाए उम्मीद इतनी।
प्यार हो जाए जग में,
मिट जाएं नफरतें हैं जितनी।

दिवाली की रोशनी,
लाए उम्मीद इतनी।
रौनकें हो हर जगह,
शांती हो हर कहीं।
9.40pm 27 Oct 2019


Diwali Ki Roshni,
Laai  Ummid Kitni.
Roshan Ho Gaya Yeh Jahan,
Roshan ho gai hai Jameen.

Diwali Ki Roshni,
Lai ummid Itni.
Pass Aa jaen sab,
Ho Jaen Rishte Hasin.

Diwali Ki Roshni,
 Laai Umeed  Kitni.
Pyar Ho Jaaye Jag Mein,
Mitt Jaen Nafraten Hai jitni.

Diwali Ki Roshni,
 Lai Ummeed Kitni.
Ronken Ho Har Jagah.
Shanti Ho Har  kahin.

Saturday, 26 October 2019

1080 क्यों उलझते हो (Kyon Ulzhte Ho)

क्यों उलझ जाते हो  हर बात पर।
क्या मिलता है तुम्हें ,मुझे यूँ नाराज कर।
दूरियाँ बढ़ जाती है हमारी यूँ ही,
बात बढ़ जाती है छोटी सी तकरार पर।

कुछ शब्दों को समेट लो जो तुम, अपने ही अंदर।
तो ना बड़ा होगा दूरियों का समंदर।
पास आने की वजह रहे हमेशा हमारे बीच,
आ जाएं पास फिर दूरियों को दरकिनार कर।

उलझना यूँ आपस में अब ठीक नहीं।
दूर हो जाऐंगे यूँ हम , नजदीक नहीं।
भूल अब सब बातों को ऐ दिलबर।
पास आ अपनी उलझनों को स्वीकार कर।

तोड़ दे सारी उलझनों को अब तू,
खोलकर सब उलझे  धागों को।
पिरो के इनमें अब मोती तू,
अपने रिश्तो का सिंगार कर।
7.11pm 26 Oct 2019 Saturday

Kyon Ulazh Jate ho Har Baat per.
 Kya Milta Hai Tumhen Mujhe naraj kar.
Duriyan badh Jaati Hai Yunhi Hamari .
Baat badh Jaati Hai Chhoti Si taqrar per.


Kuchh shabdon ko samet Lo ,Jo tum apni hi andar.
To na bada hoga duriyon ka samander.
Pass Aane Ki vajah Rahe Hamesha Hamare bich,
A jaen pass Fir duriyan DarKinaar kar.

Ulzhna aapas Mein Ab theek Nahin.
Dur Ho Jaenge Yun Ham, nazdeek Nahin.
Bhul ab Sab Baton ko e Dilbar.
 Paas Aa Apni,Ulzhnon ko swikar kar.

Tod De Sari yUlzhnon ko Ab Tu.
Kholkar Sab Ulzhe dhaagon Ko
Pirokar InMain Ab Moti Tu,
Apne Rishton Ka Singar kar.



Friday, 25 October 2019

1079 खुशियाँ और गम (Khushiyan Or Gum)

क्यों यह खुशियाँ ,गमों में तब्दील है।
क्यों हर तरफ आदमी गमगीन है।
शिकायतें ही हैं बस हर एक से इसको।
दुखों के आसन पर ही रहता आसीन है।

कब सोचता है दूसरे के बारे में यह,
जब देखो अपनी ही धुन में तल्लीन है।
अपना कम लगता है औरों का ज्यादा ।
 दूसरे की दुनिया लगती बहुत रंगीन है।

महफिलें यूँ तो रहता है सजाता।
पर फिर भी वह खुशी ना है पाता।
 रहता है सदा गम में ही डूबा।
भूल जाता है जिंदगी कितनी हसीन है।

हंँस तू हरदम चाहे कितने हों गम।
जी जिंदगी ऐसे की खुशी हो ना कम।
कट जाए जिंदगी यूँ ही हंँसते गाते
और कहें, काटी नहीं हमने,जिंदगी जी है।
5.10pm  25 Oct 2019 Friday
Kyon yahan  Khushiyan Ghamon mein tabdeel hain.
Kyon Har Taraf aadami Gammgin hai.
Shikayaten Hi Hai Bus Har ek se isko,
 Dukhon ke Aasan per Hi rahata Aaseen Hai.

Kab Sochta Hai dusre ke bare mein  Yeh.
Jab dekho apni hi Dhun Mein rahata Telleene hai.
Apna Kamm Lagta hai auron ka Jyada.
Dusre Ki Duniya lagti bahut Rangeen hai.

Mehfilen Yun to rehta Hai Sajata.
Fir Bhi vah Khushi na hai papa
Rehta Hai Sada Apne Gham Mein Hi Duba.
Bhul Jata Hai Zindagi Kitni Haseen Hai.

Hans Tu hardam Chahe Kitne Ho Gam.
Ji Zindagi Aise, Ki Khushi Ho na kam.
Cut Jae Jindagi Yun Hi Hanste Gaate.
Aur kahin Kaati Nahin Humne Jindagi ji hai.

Thursday, 24 October 2019

1078 बेटों को संस्कार दो (Beton Ko Sanskar Do)

माना मैंने, बेटा तुम्हारा तुम्हारे घर की शान है।
मुझसे भी तो बाबा , तुम्हारे घर की आन है।

क्यों सहमी सहमी हूँ मैं, इस पर कुछ तो सोचो तुम।
क्या मुझे आगे बढ़ने से रोक रहा है, ज़रा यह भी देखो तुम।

जो बेडियां संस्कारों की डाली हैं मुझको ।
उन्ही बेड़ियों को जरा, बेटों को भी डालो तुम।

मुझको सीता रूप में जो देखना चाहते हो,
दो संस्कार बेटों को और उनके अंदर का रावण मारो तुम।

हर बेटी तभी सीता बन पाएगी जब हर घर में  होगा राम ।
स्वच्छ समाज चाहते हो तो ,पहले घर अपना करो तुम साफ ।
3.26pm 23 Oct 2019


Mana Maine beta Tumhara ,Tumhare ghar ki shan hai.
Mujhse bhi to babaa ,tumhare ghar ki Aan hai.

 Kyon Sehmi Sehmi hun main, is per Kuchh To Socho Tum.
Kya mujhe Aage badhane se rok Raha Hai, Jara yeh bhi Dekho Tum.

Jo Bediyan sanskaron Ki Dali Hain Mujhko.
 Unhin Bedion ko Zara Beton ko bhi Dalo Tum.

Mujhko Sita Roop mein jo dekhna chahte ho.
Do Sanskar Beton ko aur unke Andar ka Ravan Maro Tum.

Har beti Tabhi Sita Ban payegi ,Jab Har Ghar Mein Hoga Ram.
Swachh Samaj chahte ho to,Pehle Ghar apna Kar Tum saaf.



Wednesday, 23 October 2019

1077 बेटों को पढ़ाओ, बेटों को सिखाओ (Beton Ko Padhao ,Beton Ko Sikhao)

भारत की संस्कृति में तो ,बेटी को देवी रूप में जाना है।
एक तरफ हम पूजें इनको ,दूसरी ओर दुत्कारा जाता है।

क्यों गैरों की बिटिया को ,घर से बाहर निकलने पर नसीहत देते हो।
किससे डर है उस बिटिया को,  जो तुम उनको नसीहत देते हो।

जरा अपने बेटों को भी समझाओ घर से बाहर उनका ईमान न डोले।
दूसरों की इज्जत करो तुम ,यह ज़रा उनको भी बोलें।

जानवरों से तो कभी डर नहीं है उस बेटी  को, जो जंगल में जाए वो।
डर बस इतना ही है वहाँ, बदकिस्मती से ना किसी बेटे से टकराए वो।

कहाँ बेटों को दी तहजीब ,उनको जानवरों से भी  निर्लज्ज बनाया है।
उनको शह दी हर गलत बात में , ना उनको संस्कार सिखाया है।

जानवरों में भी यह वहशीपन देखा नहीं अपनी कौम के लिए कभी।
जो व्यवहार इंसान ने इंसान के प्रति दिखाया है।

संस्कार इंसानों के ना देकर , वहशी इनको बनाया है।
 बाहर की बातें क्या करते हो, इन्होंने घर बैठे अपना रुप दिखाया है।

घर में भी सहमी हैं बेटियाँ, क्यों हमने गैरों पर ही इल्जाम लगाया है।
जरा सिखाओ बेटों को जरा पढ़ाओ बेटों को,यह क्या हाल बनाया है।


ऋषि मुनियों की यह धरती है, कितनी पावन , कितनी उज्जवल है यह धरती।
हमने इसके संस्कारों को ताक पर रखकर ,इसका
 रूप गँवाया है।

107 6.41pm 22 Oct 2019
Bharat ki Sanskriti me to ,Bati ko Devi Roop mein jana hai.
Ek Taraf Ham Pujen Unko ,dusri Or Dutkara jata hai.

Kyon gairon Ki Betiya ko, ghar se bahar nikalne par nasihat dete Ho.
Kisse Darr Hai Uss Bitiya ko,  jo Tum nasihat dete Ho.

Zara Apane Beton ko bhi samjhao ,Ghar Se Bahar Unka Imaan Na Dole.
Dusron ki Ijjat Karo Tum ,Jara unko bhi Bolen.

Janvaron Se To Kabhi Darr Nahin Hai uss beti ko ,jo Jungle Mein Jaaye Vo.
Darr Bas Itna Hai vahan ,Baddkismati se Na Kisi bete se takraya Vo.

Kahan Beton ko dee Tehjeeb, Unko janvaron Se Bhi nirlaj Banaya Hai.
Unko Sheh Di Har Galat Baat Mein ,Na unko Sanskar Sikhaya hai.

Janvaron mein bhi Vehshipan Dekha Nahin, apni kaum ke liye Kabhi.
Jo vyavhar Insan Ne Insan ke Prati dikhaya hai.

Sanskar insaano Ke Na Dekar, janvaron Sa vyavhar Sikhaya hai.
Bahar Ki baten karte ho ,Inhone Ghar Baithe Apna Roop dikhya hai.

Ghar mein bhi Sehmi Hai betiyan, Kyon Humne gairon per hi Ilzaam lagaya hai.
Zara Sikhao Beton Ko, Zara padhao beton ko yah, kya Haal banaya hai.

Rishi muniyon Ki Yeh Dhrati Hai ,Kitni Pawan ,Kitni Ujjwal ,Hai yah Dharti.
Humne Iske sanskaron ko Taak per rakhkar iska Roop Ganvaaya hai.

Tuesday, 22 October 2019

1076 प्यार की गहराई (Pyaar Ki Gehraai)

जो प्यार से तू मुझे देखता है,क्यों रोती है आँख मेरी ।
क्या नजर तेरे प्यार की दिखलाती है , गहराई तेरी।

तेरे प्यार का समंदर है बहुत गहरा मेरे लिए।
क्या तुझे भी उतनी ही नज़र आती है गहराई  ,प्यार में मेरी।

आँखों से झलकता दरिया ले लेता है शब्दों का रूप कभी।
इस तरह बन जाती है तेरे प्यार में , रुबाई मेरी।

प्यार के इस रंगीन दरिया में डूबता जा रहा हूँ इस कदर।
डूब ही न जाऊँ इतना, कि आखिर रह जाए पास बस तन्हाई मेरी।
6.12pm 22 Oct 2019 Tuesday

Jo Pyar Se Tu mujhe dekhta hai, Kyon Roti Hai Aankh Meri.
Kya..... Najar Tere Pyar Ki dikhlati Hai Gehraai Teri.

 Tere pyar ka samander hai bahut Gehra Mere Liye.
Kya Tujhe Bhi utani hi Najar Aati Hai gehraai,  Pyar Mein Meri.

 Aankhon Se jhalakta Dariya Le leta hai shabdon ka Roop Kabhi.
Is Tarah Ban Jaati Hai Tere Pyar Mein Rubaai Meri.

Pyar Ke is Rangeen Dariya Mein Doobta Ja raha hun Is Kadar.
Doob Hi Na Jaaun  Itna ,Ki Aakhir Rah Jaaye Paas Bas Tanhaai Meri.

Monday, 21 October 2019

1075 अपने ही तो दर्द देते हैं (Apne Hi To Dard Dete Hain)

अपने ही तो दर्द देते हैं, गैरों की औकात कहाँ।
अपनों से ही हम आस लगाते हैं, गैरों की परवाह कहाँ।।

प्यार जो अपनों से करते हैं ,इसका ही वह दम भरते हैं।
जरूरत आन पडे़ जब उनकी,वह अपनी राह बदलते हैं।।

अपना-अपना करते-करते ,गैर वह कब हो जाते हैं।
आस उन्हीं से करते हैं, तभी तो दर्द पाते हैं।।

क्या यह अपना पराया बना रखा है हमने दुनिया में।
जब काम पड़े तो, ना अपने ना गैर ही काम आते हैं।।

खुद को तू उस ऊपर वाले में ही रमा ले ऐ इंसान।
क्योंकि हर पल,हर मुश्किल में,वह ही साथ निभाते हैं।
12.58pm 21Oct 2019


Apne Hi To Dard Dete Hain, gairon Ki aukat Kahan.
 Apnon Se Hi Ham Aas Lagate Hain ,gairon Ki Parwah Kahan.

Pyar Jo Apno Se Karte Hain, Iska Hi Veh Damm Bharte Hain.
Zaroorat Pade Jab Unki Kabhi, Veh  Apni Rah Badalte Hain.

Apna Apna Karte Karte,  Gair Veh kab ho Jaate Hain.
Aas Unhi Se Karte Hain ,tabhi To Dard Vo paate Hain.

Kya Yeh Apna Paraya banaa Rakha Hai  Duniya Mein.
Jab kam Pade to Duniya Me, Na Apne Na Gair Hi kam Me Aate Hain.

Khud Ko to Us upar wale Mein Hi Rema Le e' Insan.
Kyunki Har Pal Har Mushkil Mein, Vohi Sath nibhate Hain.

Sunday, 20 October 2019

1074 आजा मेरे पास (Aaja Mere Paas)

सुन दिलबर मैं बात कहूँ, बात तू मेरी मान।
छोड़ औरों की बातों को, दे तू मुझ पर ध्यान।

मैं भी तेरे प्यार में पागल,तू भी  बेकरार।
मिल बैठ करें हम बातें,आए दोनों को करार।

बिरह में अब क्या रखा है,तू खुद को संभाल।
 कर मेरा भी ध्यान ज़रा, आजा मेरे नाल।

ना गुमसुम अब मैं रहूँ, ना हो तू उदास।
आजा मेरे पास तू, छोड़ कर सब जंजाल।

हो जाए हम एक ,और,रहे ना कुछ भी ख्याल।
एक दूजे में खो जाए हम,तोड़ के दुनिया का जाल।
7.10am 21Oct 2019
Dilbar mein Ek baat kahun ,Baat Tu Meri Maan.
Chhod Auron ki Baton ko ,De Tu Mujh Par Dhyan.

Main Bhi Tere Pyar Mein Pagal ,Tu Bhi  Bekarar.
Mil Baith Karen Hum baten ,Aaye donon Ko Karar.

Vireh Mein Ab Kya Rakha Hai,Tu Khud Ko Sambhal.
Kar Mera bhi Dhyan Zara ,Aaaja mere paas.

Na Gumsum Mein Rahun, Na Ho Tu Udaas.
Aaja mere pass Tu,  chhodkar sab janjaal.

Ho jaen Ham Ek Aur, Rahe na Kuchh Bhi Khyal.
Ek Duje Mein Kho jaen Ham, Tod Ke Duniya Ka Ye Jaal